जन गण मन की बात की में विनोद दुआ राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे पर एडीआर की रिपोर्ट और कार्ति चिदंबरम पर सीबीआई के शिकंजे पर चर्चा कर रहे हैं.
एक जीवंत लोकतंत्र में 60 से ज़्यादा बच्चों की मौत किसी राजनेता का करिअर ख़त्म कर सकता था, लेकिन भारत में ऐसा नहीं होता.
जन गण मन की बात की 102वीं कड़ी में विनोद दुआ त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के भाषण और नोटबंदी के संबंध में प्रधानमंत्री के बयान पर चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 101वीं कड़ी में विनोद दुआ स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए प्रधानमंत्री के भाषण और द वायर उर्दू की शुरुआत पर चर्चा कर रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर द वायर उर्दू वेबसाइट की शुरुआत के मौके पर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से विनोद दुआ की बातचीत.
जन गण मन की बात की 100वीं कड़ी में विनोद दुआ भारत की स्वतंत्रता के 70 साल पूरे होने पर चर्चा कर रहे हैं.
मीडिया बोल की 10वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, टीवी पत्रकार अरफ़ा ख़ानम शेरवानी और द वायर हिंदी के कृष्णकांत के साथ गोरखपुर में बच्चों की मौत के मीडिया कवरेज पर चर्चा कर रहे हैं.
11 अगस्त को झारखंड के अधिकतर हिंदी अख़बारों में छपे एक सरकारी विज्ञापन में गांधी के नाम से धर्मांतरण के संबंध में वो बातें लिखी गईं, जो उन्होंने कभी कही ही नहीं थीं.
इस हफ़्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में असम, त्रिपुरा, मिज़ोरम, मणिपुर और मेघालय के प्रमुख समाचार.
झारखंड सरकार के विज्ञापन को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने झूठा बताते हुए की निंदा.
जन गण मन की बात की 99वीं कड़ी में विनोद दुआ पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के भाषण और 65 लाख किताबों के आॅनलाइन फ्री अपलोड करने पर चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 98वीं कड़ी में विनोद दुआ संघ की देशभक्ति और विभिन्न मुद्दों को लेकर देश में जारी जन आंदोलनों पर चर्चा कर रहे हैं.
जजों की कमी के मसले पर उच्च न्यायालय ने केंद्रीय क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को भेजे एक आदेश में कहा है कि पीठ की विनम्रता को उसकी कमज़ोरी न समझा जाए.
दिल्ली हाईकोर्ट की वरिष्ठ वक़ील रेबेका जॉन ने वो बातें साझा की हैं, जो उन्होंने बलात्कार के मामलों की अदालती कार्यवाही के दौरान सुनीं.
जन गण मन की बात की 97वीं कड़ी में विनोद दुआ केरल में जारी राजनीतिक हिंसा और कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.