पंजाब पुलिस भड़काऊ भाषण देने के आरोप में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को शुक्रवार को सुबह राष्ट्रीय राजधानी स्थित उनके घर से गिरफ़्तार कर पंजाब ले जा रही थी, लेकिन रास्ते में उन्हें हरियाणा पुलिस ने रोक लिया था. दिल्ली आने के बाद बग्गा ने कहा है कि हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक अरविंद केजरीवाल कश्मीरी पंडितों के बारे में अपने बयान के लिए माफ़ी नहीं मांग लेते.
पंजाब पुलिस ने भड़काऊ बयान देने के आरोप में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा को दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था. हालांकि पंजाब जाते समय हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस टीम को कुरुक्षेत्र में रोक लिया था. इसके बाद जब दिल्ली पुलिस वहां पहुंची तो बग्गा को उनकी हिरासत में सौंप दिया गया. दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के ख़िलाफ़ ‘अपहरण’ का मामला दर्ज किया है.
उत्तरी दिल्ली स्थित भलस्वा लैंडफिल स्थल पर लगी आग के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि वे ठीक से सांस नहीं ले पा रहे हैं और ठीक से देख नहीं पा रहे हैं.
आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने शनिवार को ट्वीट कर बताया था कि केरल के अधिकारियों ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल को समझने और उसे अपने राज्य में लागू करने के मकसद से दिल्ली के एक स्कूल का दौरा किया था. इस पर केरल के शिक्षा मंत्री शिवनकुट्टी ने कहा कि केरल के शिक्षा विभाग ने दिल्ली मॉडल को समझने के लिए किसी को नहीं भेजा है.
यह मामला नववर्ष की शुभकामनाएं देने के लिए ताहिर हुसैन द्वारा एक खंभे पर बोर्ड लगाकर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का था. चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अपने फ़ैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष के पास यह साबित करने के लिए रत्तीभर भी सबूत नहीं हैं कि हुसैन या उनकी तरफ से किसी ने वह होर्डिंग लगाया था.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का यह बयान नौ अप्रैल को लैंडफिल स्थल पर आग लगने की घटना की पृष्ठभूमि में आया है. यह दो सप्ताह में आग लगने की दूसरी घटना है. इसी स्थान पर 28 मार्च को भीषण आग लग गई थी, जिसे पूरी तरह से बुझाने में कम से कम 50 घंटे का वक्त लगा था. उन्होंने कहा कि ग़ाज़ीपुर लैंडफिल स्थल दिल्ली का सबसे बड़ा कष्ट है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच कहा कि यूपी में शपथ लेने वाले 45 नए मंत्रियों में से 22 ने अपने ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और उनमें से ज़्यादातर पर गंभीर आरोप हैं.
विधायक को एक कार्यकाल के लिए 75,000 रुपये की पेंशन मिलती है. इसके बाद आगे के प्रत्येक कार्यकाल के लिए अतिरिक्त 66 प्रतिशत पेंशन राशि मिलती है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य में पूर्व विधायक भले ही पांच बार या 10 बार चुनाव जीते हों, उन्हें अब सिर्फ़ एक कार्यकाल के लिए पेंशन मिलेगी. हज़ारों करोड़ रुपये जो विधायक पेंशन पर ख़र्च किए जा रहे थे, उसका इस्तेमाल पंजाब के लोगों के कल्याण के लिए किया
भगत सिंह के क्रांतिकारी विचारों व छवियों के स्वार्थी अनुकूलन की क़वायदों को सम्यक चुनौती नहीं दी गई तो आने वाली पीढ़ियों की उनके सच्चे क्रांतिकारी व्यक्तित्व व कृतित्व से साक्षात्कार की राह में दुर्निवार बाधाएं और अलंघ्य दीवारें खड़ी हो जाएंगी.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और पंजाब इलेक्शन वॉच मुख्यमंत्री सहित सभी 11 मंत्रियों के चुनावी हलफ़नामों का विश्लेषण किया. एडीआर ने कहा कि सात मंत्रियों ने अपने ख़िलाफ़ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. उनमें से चार ने अपने ख़िलाफ़ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. मुख्यमंभी भगवंत मान गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे चार मंत्रियों में शामिल हैं.
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने पंजाब भवन में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. 10 मंत्रियों में आठ पहली बार विधायक बने हैं. मंत्रिमंडल में केवल एक महिला मंत्री शामिल हैं.
गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने कहा कि गीता में मौजूद नैतिक मूल्यों एवं सिद्धांतों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय केंद्र की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तर्ज़ पर लिया गया है. वहीं, कर्नाटक की भाजपा सरकार ने कहा है कि वह गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने से पहले विशेषज्ञों से चर्चा करेगी.
आईबी के दिवंगत अधिकारी अंकित शर्मा के भाई को दिल्ली सरकार में नौकरी दिए जाने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा पर निशाना साधा है. भाजपा ने पलटवार करते हुए केजरीवाल पर अंकित के परिवार को ‘मुआवज़ा पैकेज’ देकर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
पंजाब के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने लोगों से देश न छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि बेरोज़गारी से लेकर खेती तक, व्यवसाय से लेकर स्कूल तक से जुड़ीं सभी समस्याओं का समाधान मिल जाएगा.
तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक चले प्रदर्शनों की सफलता को देखते हुए कुछ किसान संगठन राजनीति में उतरे थे, लेकिन किसान नेता बलबीर सिह राजेवाल की अगुवाई वाला ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ पंजाब में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सका. वहीं पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा बाद भी ज़िले की आठों सीटें भाजपा के खाते में गई हैं.