अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बिप्लब कुमार देब के शनिवार शाम मुख्यमंत्री पद से अचानक इस्तीफ़ा देने के बाद 69 वर्षीय माणिक साहा इस पद पर काबिज हुए हैं. शपथ ग्रहण के बाद साहा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए त्रिपुरा के लोगों के लिए काम करेंगे.
त्रिपुरा में पार्टी के मामलों की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के लिए बिप्लब कुमार देब बीते 12 मई को राजधानी दिल्ली पहुंचे थे. इस्तीफ़े के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी सबसे ऊपर है. पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री दोनों के रूप में त्रिपुरा की बेहतरी के लिए काम करने की कोशिश की.
त्रिपुरा के गोमती ज़िले का मामला. एक नाबालिग लड़की और युवक के बीच प्रेम संबंध था. दोनों के घर छोड़कर चले जाने के बाद लड़की के पिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. बताया जाता है कि पुलिस द्वारा उन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद उनके माता-पिता को ख़बर मिली कि दोनों ने ज़हर खा लिया. चकमा सामाजिक परिषद ने मामले की न्यायिक जांच की मांग के साथ ज़िम्मेदार पुलिसवालों को कड़ी सज़ा देने की मांग की है.
भाजपा छोड़ने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखे त्रिपुरा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बर्मन ने कहा कि भाजपा-आईपीएफटी सरकार 2023 में सत्ता में नहीं लौटेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन के तहत कोई लोकतांत्रिक अधिकार नहीं है. उन्होंने यह भी दावा किया कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, उसके बाद के सभी चुनावों में धांधली की गई है.
त्रिपुरा सरकार द्वारा मोटर वाहन ड्राइविंग नियमन पर नारा लिखने की प्रतियोगिता में कोलकाता के सियालदह फ्लाईओवर को एक पोस्टर पर स्थान देने के बाद विवाद हुआ. विपक्षी माकपा और टीएमसी ने बिप्लव कुमार देब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार दूसरे राज्यों के विकास कार्यों का ‘श्रेय’ ले रही है.
भाजपा विधायक सुदीप रॉय बर्मन का यह पत्र त्रिपुरा के उत्तरी ज़िले के पानीसागर उप-मंडल में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे लोगों पर यूएपीए तहत केस दर्ज करने के लिए राज्य पुलिस की व्यापक आलोचना के बीच आया है.
बांग्लादेश में हाल में हिंदुओं के ख़िलाफ़ हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद द्वारा 26 अक्टूबर को निकाली गई रैली के दौरान उत्तर त्रिपुरा के पानीसागर उप-संभाग में एक मस्जिद में तोड़फोड़ की गई और दो दुकानों में आग लगा दी गई थी.
विहिप ने बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में हाल में हुई हिंसा के विरोध में रैली का आयोजन किया था. पुलिस ने बताया कि उत्तर त्रिपुरा के पानीसागर उप-संभाग के रोवा बाज़ार में कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के तीन घरों और कुछ दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई. इस संबंध में केस दर्ज कर लिया गया है और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.
बीते दिनों बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में हिंदुत्ववादी संगठन लगातार विरोधस्वरूप रैलियां निकाल रहे हैं. इस बीच त्रिपुरा राज्य जमीयत उलमा (हिंद) ने मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें बीते तीन दिनों में मस्जिदों और अल्पसंख्यक बस्तियों पर हमले का आरोप लगाया गया है.
त्रिपुरा सिविल सर्विस ऑफिसर्स एसोसिएशन के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने कहा कि अधिकारियों का एक वर्ग इस तरह अदालत की अवमानना का हवाला दे रहा है जैसे कि यह अवमानना कोई बाघ हो, लेकिन वास्तव में 'मैं बाघ हूं.' सरकार चलाने वाले के पास शक्ति होती है.
त्रिपुरा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुदीप रॉय बर्मन के नेतृत्व में प्रदेश के भाजपा विधायकों के एक समूह ने 'सरकार की ग़लतियों की पहचानने' के लिए एक बैठक की थी. नेताओं ने कहा कि इन्हें पार्टी नेताओं के सामने उठाया जाएगा. नेताओं ने यह भी जोड़ा कि भाजपा व राज्य सरकार कार्यकर्ताओं की बातें सुनने की इच्छुक नहीं हैं.
त्रिपुरा में भाजपा विधायक अरुण चंद्र भौमिक ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि हमें ‘तालिबानी शैली’ में उन पर टीएमसी कार्यकर्ताओं हमला करने की ज़रूरत है. जब वे यहां हवाई अड्डे पर पहुंचते हैं तब हमें उन पर एक बार हमला करने की ज़रूरत है. हम ख़ून की हर एक बूंद से बिप्लब कुमार देब की अगुवाई वाली सरकार की रक्षा करेंगे. तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने भाजपा विधायक के बयान की निंदा करते हुए उनकी गिरफ़्तारी की मांग
साल 2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं और बीते सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के पत्रकारों को धमकी देने के बाद से इसमें इज़ाफ़ा हुआ है. 2020 में पत्रकारों पर हमले के 17 मामले दर्ज किए हुए जबकि 2021 में अब तक ऐसे सात मामले दर्ज किए गए हैं.
2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से त्रिपुरा के वरिष्ठ पत्रकार समीर धर के आवास पर हुआ यह इस तरह का तीसरा हमला है. आरोप है कि पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब देव द्वारा सार्वजनिक बैठक में मीडिया को धमकाने के बाद से पत्रकारों पर इस तरह के हमले तेज़ हुए हैं.
बीते शनिवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा था कि अमित शाह ने भाजपा अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए पार्टी के नेताओं से कहा था कि भाजपा अन्य क्षेत्रीय देशों में ‘आत्मनिर्भर दक्षिण एशिया’ पहल के तहत शासन स्थापित करेगी और अब श्रीलंका और नेपाल में भी विस्तार करना है.