हादसे में 19 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. धमाका इतना ज़ोरदार था कि आसपास स्थित कुछ फैक्ट्रियों की छतें क्षतिग्रस्त हो गईं. दमकल की गाड़ियों को फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाने में तीन घंटे का समय लगा. पुलिस ने कहा कि हादसे के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
आंध्र प्रदेश के एलुरु ज़िले के अक्कीरेड्डीगुडेम में स्थित एक रसायन फैक्ट्री में हुए इस हादसे में कम से कम 12 लोग घायल हुई हैं. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि बुधवार देर रात पॉलीमर पावर बनाने वाले संयंत्र के ‘रिएक्टर’ में आग लगने के कारण यह हादसा हुआ.
गुजरात के भरूच ज़िले के दहेज औद्योगिक क्षेत्र स्थित रासायनिक कारखाने में रविवार देर रात तीन बजे अचानक विस्फोट हो जाने से आग लग गई थी. पुलिस ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और हादसे में कोई अन्य व्यक्ति घायल नहीं हुआ है.
घटना सूरत के सचिन औद्योगिक क्षेत्र में हुई. एक फैक्टरी के पास खड़े रसायन से भरे टैंकर से कथित तौर पर निकले जहरीले धुएं की चपेट में आने से आसपास के इलाकों में मौजूद 26 मज़दूर बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
मेहसाणा ज़िले का मामला. पुलिस ने बताया कि श्रमिक तरल सोडियम ब्रोमाइड को एक टैंक में भर रहे थे, तब ज़हरीली गैस का रिसाव हुआ. कारखाने के मालिक और उनके कारोबारी साथी के ख़िलाफ़ एफआईर दर्ज की गई है.
महाराष्ट्र में पालघर के पास तारापुर एमआईडीसी इलाके में स्थित रसायन संयंत्र में हुई घटना. इस विस्फोट में चार श्रमिक गंभीर रूप से घायल हैं.
गुजरात के भरूच जिले के दाहेज स्थित फैक्ट्री में हुआ हादसा. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. हादसे से लगी आग के चलते तक़रीबन 57 लोग झुलस गए हैं. दो गांवों को खाली कराया गया.
फैक्ट्री महाराष्ट्र के धुले के शिरपुर तालुका के वघाडी गांव में है. विस्फोट के समय फैक्ट्री में 100 मजदूर काम कर रहे थे. आग बुझाने के प्रयास जारी हैं.
आरोप है कि मारे गए लोगों को कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था. गैस का प्रभाव इतना ज़्यादा था कि मृतकों को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों की भी तबियत बिगड़ गई. उत्तर प्रदेश में हुई एक अन्य घटना में कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई.