पिछले दो सप्ताह से सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही एक विस्तृत 22 सूत्रीय रिपोर्ट में कहा गया है कि अहमदाबाद के अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की भारी कमी है.
देश के 10 केंद्रीय मजदूर संगठनों ने आईएलओ को पत्र लिखकर गुजारिश की थी कि वे विभिन्न राज्यों में श्रम कानूनों में हो रहे बदलावों को लेकर हस्तक्षेप करें और श्रमिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें.
कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र हुए लॉकडाउन के बाद राजस्थान में खानें भी बंद हो गई थीं. अप्रैल से राज्य सरकार ने खनन कार्य की अनुमति दी थी, लेकिन अधिकतर मज़दूर घर लौट गए हैं या फिर उनके पास खान तक पहुंचने का साधन नहीं है.
एक वीडियो संदेश में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार ने थोड़ी मदद की है लेकिन वह कोई राजनीतिक छींटाकशी नहीं करेंगे.
गुजरात देश में सबसे ज्यादा कोरोना मौतों वाले राज्यों में से एक है, जिसमें से सिविल अस्पताल में 377 मौतें हुई हैं जो कि राज्य की कुल मौतों का लगभग 45 फीसदी है.
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत को अपनी सीमाओं के भीतर स्थिति से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, न कि यह दावा करने की कि हम अन्य देशों से बेहतर कर रहे हैं.
देश में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से 147 लोगों की मौत हुई है. इसी के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 3,867 हो गई है, वहीं संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 131,868 हो चुके हैं.
गुजरात सरकार ने अदालत में कहा कि राज्य में लगभग 22.5 प्रवासी कामगार हैं और इसमें सिर्फ 7,512 श्रमिक पंजीकृत हैं, इसलिए बाकी लोगों का किराया नहीं दिया जा सकता है.
आज सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि क्या किसी चीज़ का कोई तर्क बचा है? क्या यह इसलिए है कि सरकार निश्चिंत है कि उसके फैसलों की तर्कहीनता की हिमाकत पर उसकी जनता मर मिटने को तैयार बैठी है?
ये प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए श्रमिक विशेष ट्रेन में बैठने से पहले दिल्ली के लाजपत नगर के एक स्कूल में स्क्रीनिंग कराने पहुंचे थे. दक्षिण दिल्ली नगर निगम का कहना है कि कर्मचारी स्प्रे मशीन के दबाव संभाल नहीं पाया, जिससे केमिकल के छिड़काव की दिशा बदल गई.
योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में एस्मा कानून लागू किए जाने के बाद अति आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारी न तो छुट्टी ले सकेंगे और न ही हड़ताल पर जा सकेंगे.
देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,25,101 हो गई है जबकि अब तक देश में कोरोना से 3,720 लोगों की मौत हो गई है.
द वायर ने पीएम केयर्स खाते में प्राप्त कुल अनुदान, खाते से निकाली गई राशि, अनुदान प्राप्ति और पैसा निकासी के संबंध में पीएमओ के साथ पत्राचार और पीएम केयर्स खाता को बनाने से जुड़े दस्तावेजों को मुहैया कराने की मांग की थी.
यह घटना वारंगल ज़िले के गोर्रेकुंटा गांव की है. इन नौ लोगों में से छह एक ही परिवार के सदस्य हैं. ये परिवार पश्चिम बंगाल का रहने वाला था, जबकि तीन अन्य मृतकों में से दो बिहार और एक व्यक्ति त्रिपुरा का था.
वॉशिंगटन विश्वविद्यालय में इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैलुएशन के शोधकर्ताओं के अनुसार, भारत, पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश, नाइजीरिया, इथियोपिया, कांगो और इंडोनेशिया में से हर एक देश में पांच करोड़ से अधिक लोगों के पास हाथ धोने की सुविधा नहीं है.