मामला ग़ाज़ियाबाद स्थित क्रॉसिंग रिपब्लिक की एक आवासीय सोसायटी का है, जहां मोहम्मद आलमगीर एक फ्लैट में उर्दू पढ़ाने जाते हैं. मंगलवार को जब वह सोसायटी पहुंचे तो एक शख़्स ने उनसे सवाल-जवाब शुरू कर दिए और बाद में लिफ्ट से बाहर धकेल दिया.
मामला ग़ाज़ियाबाद के ज्ञानस्थली विद्यापीठ का है. आरोप है कि एक छात्र अनुसूचित जाति कोटा के तहत फीस में मिलने वाली रियायत को लेकर चेयरमैन से अपनी पात्रता के संबंध में कुछ बात कर रहा था, जब उन्होंने छात्र को अभद्र भाषा में डांटते हुए जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया.
उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद शहर स्थित एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज का मामला. कॉलेज के निदेशक ने कहा कि उन्होंने जांच के बाद प्रोफेसर ममता गौतम और श्वेता शर्मा को निलंबित कर दिया है. दोनों शिक्षकों का व्यवहार अनुचित था. उन्होंने कहा कि नारा लगाने वाले छात्र या उसका समर्थन करने वालों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट में दायर एक अवमानना याचिका में कहा गया है कि कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने जनवरी 2022 में एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि हमें सर्वोच्च न्यायालय और संविधान पर कोई भरोसा नहीं है. जो लोग भारत के सर्वोच्च न्यायालय में विश्वास करते हैं, वे कुत्ते की मौत मरेंगे.
घटना 19 फरवरी को सिद्धार्थनगर ज़िले के हिमालयन इवेंजेलिकल मिशन में हुई. पादरी के अनुसार, 50-60 लोगों के गुट ने चर्च में तोड़फोड़ करते हुए प्रार्थना करने वालों से मारपीट की. उनका कहना है कि घटना के बाद से वे सब डर के साये में जी रहे हैं क्योंकि सिद्धार्थनगर पुलिस ने बजरंग दल के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया है.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ग़ाज़ियाबाद की विशेष अदालत द्वारा समन किए जाने को चुनौती देने वाली पत्रकार राना अयूब की याचिका ख़ारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सुनवाई कर रही निचली अदालत के समक्ष न्यायाधिकार का मुद्दा उठाने की अनुमति दी है.
डासना जेल के अधीक्षक ने कहा कि यहां बंद 5,500 क़ैदियों में से 140 क़ैदी एचआईवी से ग्रस्त हैं और 35 क़ैदियों को टीबी है. वर्ष 2016 से औसतन 120 से 150 एचआईवी ग्रस्त कैदी जेल में रह रहे हैं.
कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने ग़ाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर में भाजपा के पूर्व सांसद बैकुंठ लाल शर्मा की जयंती के अवसर पर 17 दिसंबर से तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजन की घोषणा की है. पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर कार्यक्रम न करने का निर्देश दिया है.
दिल्ली की एक महिला के साथ ग़ाज़ियाबाद में गैंगरेप होने संबंधी एक ख़बर 19 अक्टूबर को सुर्खियों में थी. इस संबंध में पांच मुस्लिम आरोपियों को कथित तौर पर गिरफ़्तार किए जाने की भी बात सामने आई थी, जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने आरोपियों को ‘इस्लामिक सेक्स गैंग’ का हिस्सा बताया था.
ईडी ने आरोप लगाया है कि अप्रैल, 2020 से पत्रकार राना अयूब ने धर्मार्थ कार्यों के लिए धन एकत्र करने के मकसद से तीन चैरिटी अभियान शुरू किए और कुल 2.69 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा की थी. बाद में यह यह धनराशि अयूब के पिता एवं बहन के खातों में भेजी गई थी और इसे उनके व्यक्तिगत खातों में ट्रांसफर कर दिया गया था.
ग़ाज़ियाबाद के एक डॉक्टर ने केस दर्ज करवाते हुए कहा था कि हिंदू संगठनों के समर्थन के चलते उन्हें एक विदेशी नंबर से सिर क़लम करने की धमकी मिली है. पुलिस का कहना है कि जांच में मामला फ़र्ज़ी पाया गया. डॉक्टर ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इसे दर्ज कराया था.
एक रिपोर्ट बताती है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान को ‘ग़लत संदर्भ’ में प्रसारित करने के मामले में ज़ी न्यूज़ के दो पूर्व कर्मचारियों के ख़िलाफ़ दर्ज एक एफ़आईआर में यूपी पुलिस ने उसी सुबह एंकर रोहित रंजन का नाम जोड़ा था, जिस दिन उन्हें हिरासत में लिया गया था और उसी दिन उनकी ज़मानत भी हो गई थी.
ज़ी न्यूज़ के डीएनए कार्यक्रम में राहुल गांधी के ग़लत वीडियो पर कांग्रेस की आपत्ति के बाद ज़ी न्यूज़ ने तुरंत ही माफ़ी मांगी और इसे मानवीय भूल बताया. फिर ज़ी न्यूज़ ने पुलिस शिकायत क्यों दर्ज कराई कि वीडियो का मामला मानवीय भूल से आगे का है और पुलिस जांच करे? क्या माफ़ी मांगने से पहले जांच नहीं हुई होगी?
ज़ी न्यूज़ ने अपने शो ‘डीएनए’ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बयान चलाकर कहा था कि वह उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को ‘बच्चा’ बता रहे हैं, जबकि यह बयान उन्होंने केरल के वायनाड में उनके दफ़्तर में तोड़-फोड़ करने वालों के संदर्भ में दिया था. इसे लेकर शो के एंकर रोहित रंजन और भाजपा सांसदों राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सुब्रत पाठक एवं भोला सिंह और भाजपा विधायक कमलेश सैनी आदि के ख़िलाफ़ कांग्रेस ने छह राज्यों में एफ़आईआर दर्ज
मामला डासना के आईएमएस प्रबंधन संस्थान का है. बताया गया है कि लिफ्ट का केबल पांचवीं मंजिल पर टूट गया और वह नीचे आ गिरी. इसमें सवार चार छात्रों के पैरों में फ्रैक्चर हुआ जबकि अन्य को चोटें आई हैं. अधिकारियों का कहना है कि प्रथमदृष्टया दुर्घटना का कारण ओवरलोडिंग है.