शंभु बॉर्डर पर 8 दिसंबर को एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए जब हरियाणा पुलिस ने 'दिल्ली चलो' मार्च कर रहे किसानों के जत्थे पर आंसू गैस के गोले छोड़े. किसान एमएसपी की गारंटी समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
अगस्त महीने में हरियाणा के चरखी दादरी में कथित गोरक्षकों द्वारा गोमांस खाने के शक में एक 26 वर्षीय शख़्स की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. अब हरियाणा पुलिस को मिली फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जिस मांस के शक में यह हत्या की गई थी, वो गोमांस नहीं था.
घटना 23 अगस्त को फरीदाबाद में हुई, जहां दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गढ़पुरी के पास गोरक्षक समूह के सदस्यों ने दोस्तों के साथ जा रहे 12वीं कक्षा के एक छात्र की गाड़ी का पीछा कर फायरिंग की, जिसमें लड़के की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है.
मृतक साबिर पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और पिछले 3 सालों से अपनी पत्नी के साथ हरियाणा में कबाड़ बीनने का काम कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, आरोपी गोरक्षक दल के सदस्य थे और उन्हें संदेह था कि साबिर ने गोमांस खाया है.
आरोप है कि बीते दिनों किसानों के दिल्ली चलो मार्च के आह्वान के बाद संगरूर ज़िले के नवांगांव निवासी प्रीतपाल सिंह को 21 फरवरी को हरियाणा पुलिस ने पंजाब की सीमा में घुसकर खनौरी बॉर्डर से उस समय उठा लिया जब वे वहां लंगर बांट रहे थे. बाद में, घायल अवस्था में उन्हें रोहतक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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किसानों के आंदोलन को रोकने के दौरान हरियाणा पुलिस की द्वारा की गईं कार्रवाइयों की आलोचना हो रही है, जिसमें राज्य के सीमावर्ती इलाकों में 170 से अधिक किसान घायल हो गए और 22 वर्षीय शुभकरन सिंह की मौत हो गई. पुलिस विरोध कर रहे किसानों के ख़िलाफ़ आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियों का इस्तेमाल कर रही है.
यह मामला हरियाणा के पटौदी स्थित बाबा शाह मोहल्ला में 6 फरवरी को दो समूहों के बीच हुई झड़प से संबंधित है, जिसमें गोरक्षक मोनू मानेसर ने कथित तौर पर अपने लाइसेंसी हथियारों से गोलियां चलाई थी, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति घायल हो गए थे. मानेसर राजस्थान के चचेरे भाइयों जुनैद और नासिर की हत्या में भी आरोपी हैं.
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पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बीते 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में नूंह पुलिस सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे पोस्ट की जांच कर रही थी. एक फ़र्ज़ी एकाउंट से ऐसे ही पोस्ट करने के आरोप में मोनू मानेसर को पकड़ा गया है. वह राजस्थान के दो भाइयों जुनैद और नासिर की पीट-पीटकर हत्या मामले में भी आरोपी है.
31 जुलाई को नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से किसानों ने हरियाणा में सांप्रदायिकता का मुक़ाबला करने के लिए क्षेत्र में तीन बड़ी बैठकें की हैं. इसके अलावा खाप पंचायतों की इसी तरह की 20 से अधिक बैठकें हो चुकी हैं. किसान संगठनों का कहना है कि आगामी राज्य और संसदीय चुनावों से पहले लोग ‘ध्रुवीकरण को रोकने के लिए एकजुट’ हो गए हैं.
गुड़गांव के सेक्टर 69 की एक चाय की दुकान की दीवार पर ये आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए गए थे, जिनमें मुसलमानों से सोमवार तक जगह छोड़ने वरना परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. हालांकि दुकान के मालिक ने कबाड़ का काम करने वाले एक व्यक्ति पर इसका संदेह जताया है, जिससे कुछ दिन पहले उनका विवाद हुआ था.
नूंह प्रशासन ने 28 अगस्त को प्रस्तावित विश्व हिंदू परिषद की 'ब्रज मंडल यात्रा' को आधिकारिक तौर पर अनुमति देने से इनकार कर दिया है. इसके पहले 31 जुलाई को दक्षिणपंथी संगठनों की यात्रा के दौरान नूंह और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी.
वीडियो: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद हुई ध्वस्तीकरण कार्रवाई में घरों के साथ सरकारी अस्पताल के सामने बनी 45 दुकानें भी तोड़ी गई थीं. इनमें से 15 दुकानों के मालिक नवाब शेख़ का कहना है कि उनके पास कोर्ट का स्टे ऑर्डर था, लेकिन फिर भी अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी. उनसे और स्थानीय लोगों से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.