त्रिपुरा में ईंधन संकट के चलते विरोध प्रदर्शन, मुख्यमंत्री ने केंद्र को पत्र लिखा

असम के पहाड़ी दिमा हसाओ ज़िले में भारी भूस्खलन और रेलवे पटरियों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बीते 25 अप्रैल से यात्री और माल गाड़ियां प्रभावित हुई हैं, जिससे त्रिपुरा में ईंधन संकट खड़ा हो गया है. राजधानी अगरतला में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं.

दक्षिण तमिलनाडु में भारी बारिश के बीच बाढ़ और भूस्खलन, चार ज़िलों में स्कूल-कॉलेज बंद किए गए

तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में सोमवार सुबह से भारी बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में अगले सात दिनों के लिए ‘भारी बारिश का अलर्ट’ जारी किया है. तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी ज़िलों के सभी स्कूल, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी कर दी गई है.

पहाड़ों में विकास के नाम पर जो कुछ हो रहा है, क्या वह टिकाऊ है?

मानसून के दौरान पहाड़ों पर साल दर साल आने वाली त्रासदी पहाड़ से बाहर रह रहे लोगों के लिए भले ही हताहतों की संख्या या एक ख़बर भर हो, लेकिन पहाड़ में रहने वालों और वहां की पारिस्थितिकी के लिए ये सुरक्षित भविष्य बनाने की एक पुकार है. क्या सरकारें इसे सुन पा रही हैं?

हिमाचल प्रदेश में बारिश संबंधी घटनाओं में कम से कम 55 लोगों की मौत

देश के हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में बारिश का कहर जारी है. हिमाचल में कई जगहों पर भूस्खलन हुए हैं, जिससे प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गईं, घर और मंदिर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उत्तराखंड में में बारिश से जुड़ीं घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और 10 लोग लापता बताए गए हैं.

उत्तर भारत में बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से 41 लोगों की मौत

पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में लगातार बारिश का दौर जारी है. हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से पिछले दो दिनों में 20 लोगों की मौत हुई है, जबकि पंजाब और हरियाणा में 9, राजस्थान में 7 और उत्तर प्रदेश में 3 लोगों की मौत होने की सूचना है.

असम: बाढ़ की स्थिति गंभीर, 12 लोगों की मौत और 31.5 लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ और भूस्खलन के चलते 151 लोग जान गंवा चुके हैं. कछार ज़िले का सिलचर दस दिन से जलमग्न हैं और वहां के निवासी भोजन, पेयजल व दवाइयों की कमी का सामना कर रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बन गई है. राज्य में बाढ़ और भूस्खलन में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है.

‘हमारे प्रधानमंत्री को असम के बारे में ट्वीट करने के लिए पांच दिन लगे’

वीडियो: असम बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है. तिब्बत से होते हुए असम पहुंचने वाली ब्रह्मपुत्र नदी में हर साल आने वाली बाढ़ राज्य की बड़ी जनसंख्या को प्रभावित करती है. इस साल बाढ़ के चलते अब तक 139 लोगों की मौत हो चुकी है. क्या वजह है कि असमवासियों को हर साल इस तबाही का सामना करना पड़ता है. द वायर की रिपोर्ट.

असम: बाढ़ की बिगड़ती स्थिति के बीच पांच और लोगों की मौत, क़रीब 25 लाख लोग प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बीते 24 घंटे में राज्य के 28 ज़िलों में 24.92 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य में इस साल बाढ़ से जुड़े हादसों में अब तक 139 लोगों की जान गई है. हफ्ते भर से अधिक समय से जलमग्न सिलचर शहर में अपने परिजन को खोने वाले परिवार पानी भरे होने के कारण शवों को श्मशान नहीं ले जा पा रहे हैं, वहीं ज़िला प्रशासन भी उन तक नहीं पहुंच पा

असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, पांच लोगों की मौत, 22 लाख लोग प्रभावित

असम के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ के चार बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है. अधिकारियों के अनुसार, राज्य के 23 ज़िलों में 680 राहत शिविर और वितरण केंद्र चल रहे हैं, जहां 2,17,413 लोगों ने शरण ले रखी है.

असम बाढ़: 12 और लोगों की मौत, 55 लाख लोग प्रभावित; ब्रह्मपुत्र, बराक नदियों का जलस्तर बढ़ना जारी

असम में बाढ़ और भूस्खलन से अभी तक 101 लोगों की मौत हो गई है. इस साल बाढ़ की मौजूदा लहर में 99,026 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र के फसल को नुकसान पहुंचा है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के पानी से कुल 233 शिविरों में से कम से कम 26 जलमग्न हो गए हैं और 11 जानवरों की डूबने से मौत हो गई है.

असम में 11 और लोगों की मौत, बाढ़ से अब तक 47 लाख लोग प्रभावित

असम पिछले एक सप्ताह से विनाशकारी बाढ़ की चपेट में है, जिससे इसके 36 में से 32 ज़िलों में 47,72,140 लोग उससे प्रभावित हुए हैं. राज्य में वर्षाजनित हादसों में अब तक 82 लोगों की मौत हुई है. क़रीब 1.90 लाख लोगों ने 744 राहत शिविरों में शरण ली है. शिविरों में नहीं जाने वाले प्रभावित लोगों को 403 अस्थायी केंद्रों से राहत सामग्री वितरित की गई है.

असम में बाढ़ से 42 लाख से अधिक लोग प्रभावित, अब 71 लोगों की मौत

असम के नगांव ज़िले में बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करने के लिए गए कामपुर पुलिस थाने के प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी पानी के तेज़ बहाव में बह गए. उनके शव सोमवार को बरामद किए गए. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित ज़िला है, जहां 12.76 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 3.94 लाख लोग और नगांव में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

उत्तर-पूर्व के राज्यों में बारिश और बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त

भारत मौसम विभाग के अनुसार, असम और मेघालय में 15 जून को सामान्य से 272 मिमी अधिक बारिश हुई, जिससे व्यापक बाढ़ और भूस्खलन हुआ. असम के 28 जिलों में इस साल 18.95 लाख से अधिक लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में राज्य में अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है.

असम में बाढ़: छह और लोगों की मौत, 7.2 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित

असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि फिलहाल 2,095 गांव पानी में डूबे हुए हैं, जबकि 95,473.51 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसल नष्ट हो गई है. इसके अलावा प्रभावित लोगों के लिए आठ ज़िलों में 421 राहत शिविर और वितरण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं.

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर, सात लाख से अधिक प्रभावित

असम में बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को भी गंभीर बनी रही, क्योंकि बाढ़ का पानी नए इलाकों में घुस गया है, जिससे कुल 29 ज़िले प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के कारण चार और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई, जिसमें से पांच लोगों की मौत भूस्खलन के कारण हुई है. उधर, अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है.