बीते 29 अगस्त को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हुई वेब सीरीज़ 'आईसी-814: द कंधार हाईजैक' अपहर्ताओं के लिए ‘हिंदू’ कोडनेम के इस्तेमाल को लेकर विवादों में घिर गई है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में वेब सीरीज़ में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चित्रण की कमी पर सवाल उठाए हैं.
प्रसारण सेवा (विनियमन) विधेयक, 2024 में ‘डिजिटल समाचार प्रसारकों’ की नई श्रेणी शामिल की गई है.
'हमारे बारह' फिल्म 14 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली थी और यशराज फिल्म्स की 'महाराज' ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर. इन दोनों फिल्मों पर क्रमशः इस्लाम और हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
इस डॉक्यूमेंट्री-सीरीज़ का का नाम ‘द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी: द बरीड ट्रुथ’ है. यह 25 वर्षीय शीना बोरा के लापता होने की कहानी बताती है और इसका प्रीमियर 23 फरवरी को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर होने वाला है. 2012 में इंद्राणी, उनके तत्कालीन ड्राइवर श्यामवर राय और पूर्व पति संजीव खन्ना ने एक कार में शीना की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी.
तमिल फिल्म अन्नपूर्णी, जिसे नेटफ्लिक्स ने हटा दिया है, को लेकर उपजा विवाद हुआ ही नहीं होता, अगर फिल्म के दृश्य से आहत होने वाले कथित धार्मिकों ने वाल्मीकि रामायण पढ़ ली होती.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट बताती है कि भारत में नेटफ्लिक्स और अमेज़ॉन प्राइम वीडियो को धर्म, राजनीति और जाति विभाजन से जुड़े प्रोजेक्ट को लेकर भाजपा और हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों के दबाव का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते कई प्रोजेक्ट या तो रद्द कर दिए जाते हैं या उन्हें बीच में ही रोक दिया जाता है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी परामर्श में कहा कि समाचार वेबसाइट, ओटीटी प्लेटफॉर्म और निजी टीवी चैनल ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट का विज्ञापन दिखाने से दूर रहें. अन्यथा लागू कानूनों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.
ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होने वाली वेब सीरीज ‘क्राइम स्टोरीज़ः इंडिया डिटेक्टिव्स’ के पहले एपिसोड में 54 वर्षीय निर्मला चंद्रशेखर की हत्या के मामले में 28 वर्षीय आरोपी श्रीधर राव के इंटरव्यू दिखाए गए हैं, जो कि पुलिस हिरासत में रिकॉर्ड हुए थे. इस पर आपत्ति जताते हुए राव ने कहा था कि इसके प्रसारण से उनके बचाव में बाधा आएगी.
विशेष रिपोर्ट: केंद्र द्वारा लाए गए डिजिटल मीडिया के नए नियमों को लेकर हो रहे विरोध में एक मुद्दा इस बारे में हितधारकों के साथ समुचित चर्चा न होने का है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इन्हें बनाने से पहले हुए विचार-विमर्श के नाम पर दो सेमिनार और एक मीटिंग का हवाला दिया है, हालांकि इसमें से किसी के भी मिनट्स तैयार नहीं किए गए हैं.
सोशल मीडिया मंचों के दुरुपयोग रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए नियमों को लेकर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि ये नियम दमनकारी और प्रेस की आज़ादी के प्रतिकूल हैं.
ये याचिकाएं नेटफ्लिक्स, अमेज़ॉन प्राइम वीडियो, हॉटस्टार जैसे ओटीटी मंचों के नियमन और कामकाम को लेकर दाखिल की गई हैं. याचिकाओं में विभिन्न ओटीटी, स्ट्रीमिंग और डिजिटल मीडिया मंचों पर सामग्री की निगरानी और प्रबंधन के लिए एक उचित बोर्ड, संस्था और एसोसिएशन बनाने की मांग की गई थी.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, वॉट्सऐप और यूट्यूब को भारत में व्यवसाय करना है तो बच्चों के अधिकार के संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी, अन्यथा इनको इस तरह से चलने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पास शिकायत आई थी कि नेटफ्लिक्स पर प्रसारित वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स में दिखाया गया है कि नाबालिगों का यौन गतिविधि और मादक पदार्थों के सेवन में संलिप्त होना आम बात है.