यह मामला हरियाणा के पटौदी स्थित बाबा शाह मोहल्ला में 6 फरवरी को दो समूहों के बीच हुई झड़प से संबंधित है, जिसमें गोरक्षक मोनू मानेसर ने कथित तौर पर अपने लाइसेंसी हथियारों से गोलियां चलाई थी, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति घायल हो गए थे. मानेसर राजस्थान के चचेरे भाइयों जुनैद और नासिर की हत्या में भी आरोपी हैं.
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बीते 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में नूंह पुलिस सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे पोस्ट की जांच कर रही थी. एक फ़र्ज़ी एकाउंट से ऐसे ही पोस्ट करने के आरोप में मोनू मानेसर को पकड़ा गया है. वह राजस्थान के दो भाइयों जुनैद और नासिर की पीट-पीटकर हत्या मामले में भी आरोपी है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट साझा करने पर मराठी अभिनेत्री केतकी चिताले और फार्मेसी के 23 वर्षीय छात्र निखिल भामरे को बीते 14 मई को गिरफ़्तार किया गया था. इसके बाद से चिताले के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में कई एफ़आईआर दर्ज कराए जा चुके हैं.
मुग़ल शासक औरंगजे़ब के ख़िलाफ़ फेसबुक पर एक आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर नाराजगी के चलते महाराष्ट्र के उस्मानाबाद शहर में 150 से अधिक लोगों की भीड़ ने एक सड़क पर लगे पोस्टरों और वाहनों पर कथित रूप से पथराव किया. इस संबंध में 43 नामज़द और 150 से 170 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है.
उत्तर प्रदेश के फ़िराज़ाबाद के एक कॉलेज में इतिहास विभाग के प्रमुख प्रोफ़ेसर शहरयार अली पर केंद्रीय कपड़ा और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट लिखने का आरोप लगा है. उनके वकील का कहना है कि प्रोफ़ेसर को शिकायतकर्ता ने ग़लत तरीके से फंसाया है, जो भाजपा का ज़िला मंत्री है.
लखनऊ की सत्र अदालत द्वारा ज़मानत याचिका खारिज़ किए जाने के बाद प्रशांत कनौजिया ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का रुख किया था. प्रशांत को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा एक कथित आपत्तिजनक ट्वीट के लिए 18 अगस्त को दिल्ली में उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था.
पत्रकार प्रशांत कनौजिया को एक ट्वीट के चलते 18 अगस्त को यूपी पुलिस ने गिरफ़्तार किया था. सोमवार को यूपी सरकार ने हाईकोर्ट में दायर उनकी ज़मानत याचिका पर जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है, जिसके लिए अदालत ने अनुमति दे दी है.
यूपी पुलिस द्वारा दूसरी बार प्रशांत कनौजिया को गिरफ़्तार किया गया है. उन पर हिंदू आर्मी के नेता की पोस्ट से छेड़छाड़ कर प्रसारित करने के आरोप में आईपीसी की नौ धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें अधिकतम सात साल तक क़ैद की सज़ा दी जा सकती है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के कारण गिरफ़्तार हुए पत्रकार प्रशांत कनौजिया से सृष्टि श्रीवास्तव की बातचीत.
गिरफ़्तार किए गए युवक पर आरोप है कि उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब का निजी जीवन ठीक नहीं चल रहा है और उनकी पत्नी ने तलाक़ लेने के लिए अदालत में याचिका दायर की है.