जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि अब से सरकार की पूर्व मंज़ूरी प्राप्त किए बिना डीएसपी स्तर पर कोई भी तबादला नहीं किया जाएगा और डीएसपी के तबादलों तथा पोस्टिंग के प्रस्ताव पूरे विवरण के साथ गृह विभाग को भेजे जाएं. लोगों ने इसे डीजीपी के अधिकार को कमज़ोर करने का प्रयास बताया है.
उत्तर प्रदेश के चर्चित उन्नाव बलात्कार मामले की सर्वाइवर ने पुलिस में अपनी मां, छोटी बहन, चाचा और एक अन्य के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने सरकार और विभिन्न एनजीओ से उन्हें मिले पैसे हड़प लिए हैं और दिल्ली में सरकार द्वारा दिए गए घर से उन्हें बाहर निकाल दिया है.
बिहार के मोतिहारी स्थित महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के डीन डॉ. प्रसून दत्ता सिंह के ख़िलाफ़ एक महिला शिक्षक को उकसाकर दूसरी महिला शिक्षक पर हमला कराने के आरोप में जमशेदपुर में केस दर्ज किया गया है. इस घटनाक्रम को देखते हुए उनसे समारोह से दूर रहने को कहा गया है.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने नागपुर स्थित एक रिसॉर्ट के बैंक्वेट हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम के संबंध में पुलिस द्वारा दर्ज मामले को ख़ारिज करते हुए कहा है कि कौन सा कृत्य अश्लीलता के दायरे में आ सकता है, इस बारे में एक संकीर्ण दृष्टिकोण रखना, एक प्रतिगामी कृत्य होगा. हम मामले में प्रगतिशील दृष्टिकोण अपनाना पसंद करेंगे.
बिहार के कटिहार ज़िले का मामला. पुलिस ने कहा कि हमने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं. हमें अभी तक मृतक के परिवार से कोई शिकायत नहीं मिली है, इसलिए एफ़आईआर दर्ज नहीं की गई है. शिकायत मिलने पर हम मामले की जांच करेंगे.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एक चौकी पर बुधवार सुबह एक अग्निवीर की कथित तौर पर गोली लगने से मौत हो गई. मृतक की पहचान अमृतपाल सिंह के रूप में की गई है. अग्निवीर योजना लागू होने के बाद किसी सैनिक की गोली लगने से मौत की यह पहली घटना है.
राजस्थान राइफल एसोसिएशन के कोच शशिकांत शर्मा पर पिछले कुछ सालों में दो खिलाड़ियों से बलात्कार और तीन अन्य के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा है. पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच इशारा करती है कि पीड़ितों की संख्या अधिक हो सकती है.
बीते 25 सितंबर को बलात्कार के बाद सतना ज़िले की रहने वाली 12 वर्षीय लड़की को घायल हालत में उज्जैन की सड़कों पर घूमते और मदद मांगते हुए देखा गया था. इसके तीन दिन बाद एक ऑटोरिक्शा चालक को इस संबंध में गिरफ़्तार किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि सरकारी ज़मीन पर बने आरोपी के एक घर और दुकान को ध्वस्त कर दिया गया है.
तमिलनाडु के धर्मपुरी ज़िले के आदिवासी गांव वाचथी में 20 जून 1992 को वन और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने तस्करी के चंदन की लकड़ी की तलाश में छापा मारा था. इस दौरान ग्रामीणों पर अत्याचार करने के अलावा 18 महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था. मद्रास हाईकोर्ट ने आरोपियों के दोषी ठहराने के सत्र अदालत के फैसले का बरक़रार रखा है.
पुलिस ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी में एक पूजा पांडाल से प्रसाद चोरी करने के संदेह में एक 26 वर्षीय मानसिक रूप से कमज़ोर युवक को बिजली के खंभे से बांधकर कई घंटों तक लाठियों से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई. युवक की पहचान इसार मोहम्मद के रूप में हुई है.
पटना का मामला. एक साहूकार और उसके सहयोगियों द्वारा दलित महिला के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई, उसके कपड़े उतार दिए गए और उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया. बताया गया है कि महिला ने 1,500 रुपये का क़र्ज़ चुकाने के बाद सूद के और पैसे देने की मांग को ठुकरा दिया था.
एक मामले में हत्या के आरोपियोंं को संदेह के लाभ के आधार पर बरी करते हुए सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने मामले की पुलिस जांच पर कई सवाल खड़े किए और कहा कि पुलिस की घटिया जांच के कारण उसके पास अपीलकर्ताओं को संदेह का लाभ देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
2018 में उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी, जिसके लिए दो पुलिसकर्मियों- अशोक सिंह भदौरिया और कामता प्रसाद को दोषी ठहराते हुए साल 2020 में दिल्ली की तीस हज़ारी अदालत ने दस साल क़ैद की सज़ा सुनाई थी.
पुलिस ने बताया कि जयपुर के जगतपुरा रेलवे स्टेशन पर बस्सी निवासी 50 वर्षीय चंद्रेश मीणा की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. उनके दो सहयात्रियों के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को तीन महीने के भीतर ‘पुलिसकर्मियों द्वारा मीडिया ब्रीफिंग पर एक व्यापक मैनुअल’ तैयार करने का निर्देश दिया. अदालत ने कहा कि मीडिया रिपोर्टिंग जो किसी आरोपी को फंसाती है, वह अनुचित है. पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग से जनता में यह संदेह भी पैदा होता है कि उस व्यक्ति ने अपराध किया है. रिपोर्टिंग पीड़ितों की निजता का भी उल्लंघन कर सकती हैं.