असम के दिमा हसाओ ज़िले के मुख्यालय हाफलोंग से 55 किमी दूर स्थित डिबालोंग स्टेशन पर गुरुवार दोपहर को मुंबई जाने वाली अगरतला-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए. घटना में किसी के घायल होने या हताहत होने की ख़बर नहीं है.
शनिवार सुबह जबलपुर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म से क़रीब पचास मीटर पहले इंदौर-जबलपुर एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. इस दुर्घटना में कोई यात्री हताहत नहीं हुआ. बताया गया है कि घटना की जांच के लिए समिति गठित की गई है.
उत्तर प्रदेश के बिजनौर के पास चक्रजमल इलाके में रविवार सुबह धनबाद जाने वाली गंगा सतलज एक्सप्रेस ट्रेन के कम से कम 10 डिब्बे अलग हो गए. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दो स्लीपर कोच के बीच कपलिंग टूटने के चलते ऐसा हुआ.
वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन (19168) के साथ यह दुर्घटना कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच हुई. अधिकारियों का कहना है कि इंजन किसी बाहरी वस्तु से टकराया और पटरी से उतर गया. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है.
12 अगस्त की शाम मध्य प्रदेश के इटारसी स्टेशन पर रानी कमलापति-सहरसा स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. इस घटना में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. इससे पहले रविवार को ही यूपी के सोनभद्र के शक्तिनगर में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे और इंजन पटरी से उतरे थे.
रेल दुर्घटना दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) के चक्रधरपुर डिवीजन में बड़ाबांबू के पास मंगलवार सुबह 3.45 बजे हुई, जिसमें 20 के क़रीब लोग घायल भी हुए हैं. इस महीने ट्रेन के पटरी से उतरने की कई घटनाएं सामने आई हैं.
असम के पहाड़ी दिमा हसाओ ज़िले में भारी भूस्खलन और रेलवे पटरियों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बीते 25 अप्रैल से यात्री और माल गाड़ियां प्रभावित हुई हैं, जिससे त्रिपुरा में ईंधन संकट खड़ा हो गया है. राजधानी अगरतला में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
एक निजी पार्टी द्वारा गुजरात में तीर्थयात्रा के लिए बुक की गई चेन्नई से पुणे पहुंची भारत गौरव स्पेशल ट्रेन के लगभग 80 यात्रियों ने पेट में संक्रमण और अन्य परेशानियों की शिकायत की थी. एक रेलवे अधिकारी ने बताया है कि स्रोत के बारे में जांच जारी है क्योंकि ट्रेन में पैंट्री सुविधा नहीं थी और खाना रेलवे द्वारा नहीं दिया गया था.
बुधवार रात बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन पर दिल्ली-कामाख्या नॉर्थईस्ट एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतर गए. भारतीय रेल ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए है. हादसे के बाद दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया और 21 का मार्ग बदल दिया गया था.
सरकार ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा है कि केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों में 1 मार्च 2023 तक 9,64,359 पद ख़ाली थे. तृणमूल कांग्रेस की सांसद माला रॉय और भारत राष्ट्र समिति के सांसद नामा नागेश्वर राव ने इस संबंध में सवाल पूछा था.
आरटीआई क़ानून के तहत दी गई जानकारी में रेलवे ने कहा है कि एक जून तक ‘लेवल-1’ या प्रवेश स्तर के कर्मचारियों सहित ‘ग्रुप-सी’ श्रेणी में 2,74,580 पद ख़ाली हैं. इसमें सुरक्षा श्रेणी में 1,77,924 रिक्तियां शामिल हैं.
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के 78 मंत्रालयों और विभागों में 9.79 लाख से अधिक रिक्तियां हैं, जिनमें से रेलवे में 2.93 लाख, रक्षा (सिविल) में 2.64 लाख और गृह मंत्रालय में 1.43 लाख पद ख़ाली हैं.
कई भाजपा नेताओं ने कोलकाता में रेलवे पटरियों के किनारे बसी एक झुग्गी बस्ती की तस्वीर ट्वीट करते हुए दावा किया है कि सुप्रीम कोर्ट ने हल्द्वानी में इस अतिक्रमण को वैध कर दिया है. उत्तराखंड हाईकोर्ट ने हल्द्वानी में 4,000 से अधिक परिवारों को उस ज़मीन से बेदख़ल करने का आदेश जारी किया था, जिस पर रेलवे ने अपना दावा किया था. इस आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा दी है.
20 दिसंबर 2022 को उत्तराखंड हाईकोर्ट ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में कथित तौर पर रेलवे की ज़मीन पर बसे क़रीब 4,000 से अधिक परिवारों को हटाने का आदेश दिया था. इसके ख़िलाफ़ वहां के निवासियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख़ किया था. लोगों का दावा है कि उनके पास भूमि का मालिकाना हक़ है और वे यहां 40 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं.
भारतीय रेलवे की ओर से कहा गया है कि अधिकारी को अधिकारियों को बर्ख़ास्त करने के अलावा अलावा 139 अधिकारियों पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए दबाव डाला जा रहा है, जबकि 38 को हटा दिया गया है.