इस चरण में सपा, भाजपा और बसपा के कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
चुनावी सरगर्मी के दौरान लगातार मुज़फ़्फ़रनगर दंगों की बात होती रही पर क्यों किसी भी राजनीतिक दल ने दंगों में बलात्कार की शिकार इन महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए आवाज़ नहीं उठाई?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर द वायर हिंदी और चलचित्र अभियान पेश कर रहे हैं ‘चुनावी चर्चा’. इसकी चौथी किस्त में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों से बातचीत.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सभी दल मुस्लिम वोटबैंक को साधने में लगे हैं, हालांकि वे किसे वोट करेंगे इसे लेकर भ्रम की स्थिति है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर द वायर हिंदी और चलचित्र अभियान पेश कर रहे हैं ‘चुनावी चर्चा’. इसकी तीसरी किस्त में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुसलमानों से बातचीत.
यूपी में सपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद भी कई सीटों पर दोनों दलों के प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं. इसमें रायबरेली और अमेठी सीटें भी हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अगर किसी दल को बहुमत नहीं मिलता है तो सरकार बनाने में शिवपाल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी.