विपक्ष ने योगी सरकार के उस कथित दिशानिर्देश पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें अपात्र कार्डधारकों को अपना कार्ड लौटाने अन्यथा खाद्य सुरक्षा क़ानून के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी गई है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेता ने दिशानिर्देशों को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि अगर तथाकथित अपात्र लोग ख़ुद राशन कार्ड नहीं देते हैं तो इनसे कोरोना जैसी महामारी के दौरान दिए गए राशन की वसूली और कुर्की तक की जाएगी.
बताया जा रहा है कि हैकर्स ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के ट्विटर अकाउंट में लगी प्रोफाइल फोटो को कार्टून से बदल दिया था. इससे पहले बीते फरवरी माह में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का ट्विटर अकाउंट हैक किया गया था और पिछले वर्ष दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकांउट भी हैक कर उससे बिटक्वाइन संबंधी ट्वीट किया गया था.
उत्तर प्रदेश में अयोध्या के ज़िलाधिकारी के आधिकारिक आवास की मरम्मत चल रही है, जिससे वह इन दिनों पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में रह रहे हैं. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एक जूनियर इंजीनियर के निर्देश पर इस अस्थायी आवास पर लगे साइनबोर्ड का रंग भगवा से हरा कर दिया गया था. इससे संबंधित तस्वीरें को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कुछ लोग इसे सत्ता परिवर्तन से पहले का बदलाव बताने लगे थे.
लखीमपुर खीरी में बीते अक्टूबर माह में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की जांच कर रही एसआईटी ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया था कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और उसके सहयोगियों ने इस घटना को जान-बूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया था. इस घटना में चार किसानों और एक पत्रकार की मौत गाड़ी से कुचल दिए जाने से हो गई थी.
वीडियो: बीते अक्टूबर माह में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की जांच कर रही एसआईटी ने अहम खुलासा करते हुए कहा है कि किसानों की मौत दुर्घटना से नहीं बल्कि साज़िश का स्पष्ट मामला है. आरोप है कि केंद्रीय मंत्री गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शन के दौरान किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे चार किसानों और एक पत्रकार की मौत हो गई थी.
बीते अक्टूबर को लखीमपुर खीरी ज़िले में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले आठ लोगों में निजी टीवी चैनल के लिए काम करने वाले पत्रकार रमन कश्यप भी शामिल थे. रमन के भाई ने एक याचिका में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा, उनके बेटे आशीष व अन्य के ख़िलाफ़ अलग से प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी.
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में पहले के मुकाबले कम सरकारी नौकरियां हैं, लिहाज़ा युवाओं में कुंठा के भाव पैदा हो रहे हैं. पिछले दो वर्षों में सिर्फ उत्तर प्रदेश में पेपर लीक होने की वजह से 17 परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं और अभी तक इसमें शामिल किसी बड़े सिंडिकेट की पहचान नहीं की जा सकी है.
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में कहा कि कृषि क़ानूनों को निरस्त किए जाने का निर्णय पहले ही ले लिया जाता तो 700 से अधिक किसानों की जान नहीं जाती. गांधी ने आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने की भी मांग की है.
सुप्रीम कोर्ट ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच की निगरानी के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश राकेश कुमार जैन को नियुक्त किया. पीठ ने कहा कि जांच के परिणाम में पारदर्शिता और पूर्ण निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए जैन की नियुक्ति की गई है.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के विरोध में बीते तीन अक्टूबर को वहां के आंदोलित किसानों ने ज़िले में स्थित उनके पैतृक गांव बनबीरपुर में आयोजित एक समारोह में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जाने का विरोध किया था. आरोप है कि इस दौरान केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा ने किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के भाई पवन ने इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे समेत 14 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज करने का आदेश देने का आग्रह करते हुए अदालत का दरवाज़ा खटखटाया है.
शीर्ष अदालत ने यूपी पुलिस को फटकार लगाते हुए वीडियो साक्ष्य के संबंध में फॉरेंसिक रिपोर्ट में हुई देरी का संज्ञान लिया. कोर्ट ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि विरोध करने वाले किसानों पर हमला करने को लेकर दर्ज केस को किसानों की मौत के बाद हुई हिंसा के मामले के साथ जोड़कर हल्का किया जा रहा है.
बीते तीन अक्टूबर को किसानों के प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में हुई हिंसा के दौरान भाजपा के दो कार्यकर्ताओं, एक स्थानीय पत्रकार और एक चालक की मौत के मामले में दर्ज दूसरी एफ़आईआर के सिलसिले में इन दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इस हिंसा में कथित भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी से कुचल दिए जाने से चार किसानों की भी मौत हो गई थी.
फ़ैज़ाबाद ज़िले को अयोध्या का नाम देने के बाद अब उसके रेलवे स्टेशन को अयोध्या कैंट करने वाली योगी सरकार को कुछ ज़रूरी सवालों के जवाब भी देने चाहिए, मसलन अयोध्या ज़िले की प्रति व्यक्ति आय क्या है? क्या अयोध्या की सरकार प्रायोजित जगर-मगर उसकी ग़रीबी का विकल्प हो सकती है? विकास के नाम पर लोगों को दरबदर करने वाली सरकारी योजनाएं इस ग़रीबी को घटाएंगी या बढ़ाएंगी?
यूपी पुलिस की अपराध शाखा द्वारा जारी बयान के अनुसार, लखीमपुर खीरी हिंसा की तफ़्तीश कर रहे विशेष जांच दल ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं सहित चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में गुरविंदर सिंह और विचित्र सिंह नाम के व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया है.