स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा का शो 17 और 18 सितंबर को गुड़गांव के सेक्टर 29 के स्टूडियो एक्सओ बार में होना था. बार के जनरल मैनेजर ने बताया कि बजरंग दल के लोगों ने शो बाधित करने की धमकी दी थी, जिसके बाद इसे रद्द करने का निर्णय लिया गया.
पच्चीस साल तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रहे यशवंत शिंदे ने सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष दायर एक हलफ़नामे में दावा किया है कि 2006 नांदेड़ धमाके से तीन साल पहले विहिप के एक वरिष्ठ नेता ने उन्हें आतंकी प्रशिक्षण शिविर के बारे में बताया था, जो 'देशभर में बम धमाके करने के इरादे से चलाया गया था.'
बुधवार सुबह केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक ट्वीट में कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों को बाहरी दिल्ली के ईडब्ल्यूएस फ्लैट में भेजा जाएगा, साथ ही यूएनएचसीआर कार्ड और पुलिस सुरक्षा दी जाएगी. कुछ ही घंटों बाद गृह मंत्रालय ने इसका खंडन करते हुए कहा कि ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में कानपुर शहर स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना के माध्यम से छात्रों का धर्मांतरण कराने की कोशिश का आरोप हिंदुत्ववादी संगठनों ने लगाया था, जिसके बाद स्कूल के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर की गई थी.
हिंदुत्ववादी संगठन का आरोप है कि उत्तर प्रदेश में कानपुर के फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना के माध्यम से छात्रों का धर्मांतरण कराने की कोशिश की जा रही थी, जबकि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उनके यहां किसी धर्म विशेष नहीं, बल्कि सभी धर्मों की प्रार्थनाएं छात्रों से कराई जाती हैं और ऐसा 12-13 वर्षों से चल रहा है.
कर्नाटक के मंगलरु में 19 जुलाई को कथित तौर पर विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल के कुछ सदस्यों ने एक मुस्लिम युवक पर हमला कर दिया था. हिंदुत्ववादी समूह के एक सदस्य को मुस्लिम युवक द्वारा गाय पालने से आपत्ति थी. हमले के बाद युवक को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दो दिन बाद दम तोड़ दिया.
उदयपुर हत्याकांड के विरोध में मध्य प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत अन्य दक्षिणपंथी समूहों ने प्रदर्शन किए, जिनमें मुसलमानों के ख़िलाफ़ न सिर्फ भड़काऊ नारे लगाए गए बल्कि उनके ख़िलाफ़ हिंसा का भी आह्वान किया गया.
हरियाणा के मानेसर में हुई इस पंचायत में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों सहित 200 से अधिक लोगों ने भाग लिया. इन लोगों ने आरोप लगाया कि इलाके में मुसलमानों द्वारा संचालित जूस की कई दुकानों और सैलून के नाम साज़िश के तहत ‘हिंदू नाम और हिंदू देवताओं के नाम’ पर रखे गए है. उनकी दुकानें व्यापार या रोज़गार के लिए नहीं, जिहाद का हिस्सा हैं.
वीडियो: पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश में उपजा विवाद अब तक शांत नहीं हुआ है. बीते दिन हरियाणा के गुड़गांव शहर में बजरंग दल, विहिप और आरएसएस के सदस्यों ने मुसलमानों को परेशान करने की कोशिश में पैगंबर विरोधी नारे लगाए.
उत्तर प्रदेश की नोएडा सेक्टर-39 पुलिस ने बताया कि बीते 28 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों का एक समूह एक व्यक्ति को रिहा कराने के लिए थाने आया था, जिस पर बलात्कार का आरोप है. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो यह मारपीट में बदल गया. आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ दी थी. कुछ लोगों को गिरफ़्तार किया गया था, जिन्हें बाद में ज़मानत मिल गई.
बीते चार-पांच दिनों में जहांगीरपुरी में जो कुछ भी घटित हुआ, उसने इस देश की निकृष्टतम और श्रेष्ठतम, दोनों तस्वीरों को साफ़ कर दिया है. इस छोटी-सी अवधि में ही हम जान गए हैं कि भारत को पूरी तरह से तबाह कैसे किया जा सकता है. साथ ही यह भी कि अगर उसे बचाना है तो क्या करना होगा.
बीते 16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद वहां भाजपा शासित नगर निगम द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये गरीबों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने का सरकार प्रायोजित क़दम है. माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात ने कहा कि क़ानून के साथ-साथ संविधान को भी अवैध तरीके से ध्वस्त किया गया है. आम आदमी पार्टी ने कहा कि जिस दिन अमित शाह के घर
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दावा किया है कि दिल्ली पुलिस द्वारा जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य साज़िशकर्ता बताए गए मोहम्मद अंसार का जुड़ाव भाजपा से है. उन्होंने कुछ पुरानी तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें अंसार को जहांगीरपुरी में भाजपा की एमसीडी उम्मीदवार के लिए प्रचार करते देखा जा सकता है.
विश्व हिंदू परिषद की ओर से यह बयान तब आया जब सोमवार को जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस ने शोभायात्रा के आयोजकों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था. इस प्राथमिकी में परिषद और बजरंग दल का नाम भी शामिल था, जिसे बाद में हटा दिया गया.
जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकली शोभायात्रा के दौरान हिंसा को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि अमूमन शांत रहने वाले इस क्षेत्र में ऐसा पहली बार देखा गया.