जम्मू-कश्मीर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए ग़ाज़ियाबाद में डासना मंदिर के पुजारी और कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की.
ग़ाज़ियाबाद में डासना मंदिर के पुजारी और कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद की कथित इस्लाम विरोधी टिप्पणी को लेकर कई राज्यों में एफआईआर दर्ज हुई हैं और यूपी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है. नरसिंहानंद की विवादास्पद टिप्पणी लेकर यूपी, महाराष्ट्र, तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर में विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं.
ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने बताया कि 16 सेकंड के वीडियो क्लिप में यति नरसिंहानंद पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में अप्रिय टिप्पणी करने के अलावा मुसलमानों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे नफ़रत भड़क सकती है और सांप्रदायिक सद्भाव में बाधा आ सकती है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर एक अवमानना याचिका में कहा गया है कि कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने जनवरी 2022 में एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि हमें सर्वोच्च न्यायालय और संविधान पर कोई भरोसा नहीं है. जो लोग भारत के सर्वोच्च न्यायालय में विश्वास करते हैं, वे कुत्ते की मौत मरेंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बीते दिनों संघ के दो मुखपत्रों को साक्षात्कार देते हुए एलजीबीटीक्यू+ समुदाय के समर्थन में महाभारत के एक घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए टिप्पणी की थी. इसे हिंदू विरोधी मानते हुए भागवत के ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में शिकायत दर्ज कराई गई है.
वर्ष 2013 के मुज़फ़्फ़रनगर दंगों से जुड़े एक मामले में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, साध्वी प्राची, भाजपा के पूर्व सांसद भारतेंदु सिंह, पूर्व भाजपा विधायक उमेश मलिक, कट्टर हिंदुत्वावादी नेता यति नरसिंहानंद समेत कई आरोपी निषेधाज्ञा के उल्लंघन और लोक सेवकों को उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने ग़ाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर में भाजपा के पूर्व सांसद बैकुंठ लाल शर्मा की जयंती के अवसर पर 17 दिसंबर से तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजन की घोषणा की है. पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर कार्यक्रम न करने का निर्देश दिया है.
कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने अलीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में एक धर्म विशेष के ख़िलाफ़ भड़काऊ टिप्पणी कीं, जिसके बाद उनके साथ-साथ अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव पूजा शकुन पांडे और उनके पति के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है.
ग़ाज़ियाबाद के एक डॉक्टर ने केस दर्ज करवाते हुए कहा था कि हिंदू संगठनों के समर्थन के चलते उन्हें एक विदेशी नंबर से सिर क़लम करने की धमकी मिली है. पुलिस का कहना है कि जांच में मामला फ़र्ज़ी पाया गया. डॉक्टर ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इसे दर्ज कराया था.
उत्तराखंड के हरिद्वार में 17-19 दिसंबर 2021 के बीच हिंदुत्ववादी नेताओं द्वारा ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था, जिसमें मुसलमान एवं अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ खुलकर न फ़रत भरे भाषण (हेट स्पीच) दिए गए थे, यहां तक कि उनके नरसंहार का आह्वान भी किया गया था. इस मामले में जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी कट्टरपंथी हिंदुत्वावादी नेता यति नरसिंहानंद के साथ आरोपियों में से एक हैं.
हरिद्वार धर्म संसद मामले के आरोपी जितेंद्र नारायण त्यागी की ज़मानत अवधि बढ़ाने से इनकार करते हुए शीर्ष अदालत ने उन्हें दो सितंबर तक आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया. वसीम रिज़वी के नाम से जाने जाने वाले त्यागी फिलहाल चिकित्सकीय आधार पर ज़मानत पर हैं.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी का विरोध करना मुसलमानों का संवैधानिक अधिकार है. पुलिस गोलीबारी, बुलडोज़र का इस्तेमाल और ‘अंधाधुंध तरीके से लोगों को गिरफ़्तार करके’ इस अधिकार का हनन करना किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए ‘शर्म की बात’ है.
इस बीच भाजपा से निष्कासित पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक एफ़आईआर दर्ज की गई है. स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन एंड मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन ने पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी के सामने प्रदर्शन किया.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर के ख़िलाफ़ टिप्पणी के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. बंगाल के हावड़ा में हिंसा के बाद धारा 144 लागू और इंटरनेट सेवाएं बाधित. रांची के पड़ोसी रामगढ़ ज़िले में भी धारा 144 लागू. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 100 से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज. दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन के संबंध में एफ़आईआर दर्ज की.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के लिए उनकी गिरफ़्तारी की मांग पर बीते 10 जून को देश के कई शहरों और क़स्बों में विरोध प्रदर्शन हुए थे. झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी. बीते नौ जून को दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल और यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया था.