बीबीसी ने ब्रिटेन में प्रसारित ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ डॉक्यूमेंट्री में कहा है कि ब्रिटिश सरकार की गोपनीय जांच में गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी ज़िम्मेदार पाए गए थे. इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के अलावा कार्यकर्ता कविता कृष्णन, पत्रकार ग़ज़ाला वहाब और मिताली सरन तथा वकील प्रशांत भूषण द्वारा किए गए ट्वीट को मोदी सरकार के अनुरोध पर ट्विटर द्वारा हटा दिया गया है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि ये यूट्यूब चैनल चुनाव, सुप्रीम कोर्ट, संसद की कार्यवाही और सरकार के कामकाज के बारे में फ़र्ज़ी ख़बरें फैलाते पाए गए. इन यूट्यूब चैनलों में नेशन टीवी, संवाद टीवी, सरोकार भारत, नेशन24, स्वर्णिम भारत और संवाद समाचार शामिल हैं.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में बताया कि भारत सरकार देश के ख़िलाफ़ मुहिम चलाने वाले व समाज में भ्रम एवं भय फैलाने के मामले में आईटी क़ानून की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई करती रही है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कहना है कि ख़ुफ़िया एजेंसियों से मिली सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की गई है. उनका दावा है कि प्रतिबंधित किए गए कुछ वीडियो का इस्तेमाल अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर ग़लत सूचनाएं प्रसारित करने के लिए किया जा रहा था.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि ब्लॉक किए गए भारतीय यूट्यूब चैनल फ़र्ज़ी और सनसनीखेज़ थंबनेल, न्यूज़ एंकर के फोटो और कुछ समाचार चैनल के लोगो का इस्तेमाल कर रहे थे. साथ ही उनके द्वारा प्रसारित सामग्री सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने और सार्वजनिक व्यवस्था को भंग करने की क्षमता रखती है.
यूट्यूब ने लोकप्रिय पंजाबी गायक कंवर ग्रेवाल के सिख क़ैदियों की रिहाई का आह्वान करने वाले गीत ‘रिहाई’ को सरकार के अनुरोध के बाद अपने मंच से हटा दिया है. इससे पहले बीते महीने सरकार की आपत्ति के बाद दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के गीत ‘एसवाईएल’ को भी इस मंच से हटा दिया गया था.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनका गाना 'एसवाईएल' 23 जून को रिलीज़ हुआ था, लेकिन 26 जून से वह भारत में यूट्यूब पर नहीं दिख रहा है. लिंक खोलने पर यूट्यूब बताता है कि सरकार की ओर से क़ानूनी शिकायत के चलते यह देश में उपलब्ध नहीं हैं. गाने के केंद्र में सतलुज-यमुना लिंक नहर विवाद है, साथ ही 1984 के दंगे, सिख क़ैदियों, किसान आंदोलन जैसे पंजाब के विभिन्न मुद्दों का ज़िक्र है.
बॉडी स्प्रे ब्रांड ‘लेयर शॉट’ के एक विज्ञापन को सोशल मीडिया यूज़र्स ने आलोचना करते हुए ‘सामूहिक बलात्कार को बढ़ावा देने’ वाला कहा था. विज्ञापन क्षेत्र के नियामक एएससीआई ने भी इसे उनकी आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन बताया था. अब कंपनी ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी भी महिला की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने या किसी तरह की संस्कृति को बढ़ावा देने का नहीं था.
ब्रॉडी स्प्रे ब्रांड ‘लेयर’ के ‘शॉट’ परफ्यूम के विज्ञापन से जुड़े दो वीडियो पर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह विज्ञापन महिलाओं के ख़िलाफ़ यौन हिंसा को बढ़ावा देता है. इन विज्ञापनों पर दिल्ली महिला आयोग के अलावा फ़रहान अख़्तर, ऋचा चड्ढा और स्वरा भास्कर जैसे कलाकारों ने आपत्ति जताई थी.
सोशल मीडिया कंपनी वॉट्सऐप ने अपनी ताज़ा अनुपालन रिपोर्ट में कहा कि इस दौरान इस दौरान उसे 602 शिकायतें मिली हैं. नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से अधिक यूज़र्स वाले बड़े डिजिटल मंचों को हर महीने अपनी अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होती है, जिसमें प्राप्त शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई का विवरण होता है.
तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल ने अपनी मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट में कहा कि गूगल ने उपयोगकर्ताओं की शिकायत के अलावा स्वचालित पहचान के आधार पर भी नवंबर 2021 में 3,75,468 सामग्रियों को हटाया. वहीं, फेसबुक ने भारत में नवंबर के दौरान 1.62 करोड़ से अधिक सामग्रियों पर कार्रवाई की जानकारी दी.
अभिनेता और स्टैंडअप कॉमेडियन वीर दास ने ‘आई कम फ्रॉम टू इंडियाज़’ शीर्षक से छह मिनट का एक वीडियो जारी किया था, जो वाशिंगटन डीसी में उनके हालिया कार्यक्रम का हिस्सा है. इसमें दास ने किसान आंदोलन, कोविड-19 से जंग, बलात्कार व महिलाओं से संबंधित मुद्दों को लेकर दोयम रवैये की बात कही है. इसे लेकर उन पर देश को बदनाम करने के आरोप लगाए गए हैं.
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब से जजों के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक और अपमानजनक सामग्री को 36 घंटे के भीतर हटाने का निर्देश दिया है. अदालत ने कहा कि राजनीतिक रूप से ध्रुवीकृत माहौल में जज संगठित अभियानों के लिए आसान निशाना बन गए हैं.
न्यूज़लॉन्ड्री के सह-संस्थापक और सीईओ अभिनंदन सेखरी ने इस मुक़दमे को लेकर कहा कि यह परेशान करने वाली बात है कि ऐसा उन लोगों द्वारा किया जा रहा है, जिन्हें प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खड़ा होना चाहिए. इससे पहले बीते महीने इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा कॉपीराइट उल्लंघन की शिकायत किए जाने पर यूट्यूब ने न्यूज़लॉन्ड्री के यूट्यूब चैनल को फ्रीज़ कर दिया था.
न्यूज़लॉन्ड्री पोर्टल के सह-संस्थापक अभिनंदन सेखरी ने कॉपीराइट उल्लंघन के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अगर कोई न्यूज़ वेबसाइट आलोचना, टिप्पणी या ख़बरों के विश्लेषण के लिए किसी अन्य समाचार संगठन की वीडियो फुटेज का इस्तेमाल करती है तो इसमें कॉपीराइट उल्लंघन का मामला बनता ही नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायतों के पीछे की मंशा उन्हें काम करने से रोकना है.