भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,359,048 हो गई है. बीते 24 घंटे के दौरान इस महामारी ने 161 लोगों की जान ली है, जो पिछले 44 दिन में सर्वाधिक आंकड़ा है. भारत को पछाड़कर ब्राज़ील दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 11.95 करोड़ से ज़्यादा हैं और 26.48 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के रविवार को 25,320 नए मामले सामने आए, जो पिछले 84 दिन में संक्रमण की सर्वाधिक संख्या है.
इसके साथ ही देश में अब तक संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,359,048 हो गई है. इससे पहले 20 दिसंबर को संक्रमण के 26,624 नए मामले सामने आए थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कारण रविवार को 161 लोगों की मौत हो गई, जो पिछले 44 दिन में सर्वाधिक मृतक संख्या है. देश में संक्रमण के कारण अब तक कुल 158,607 लोगों की मौत हो चुकी है.
मंत्रालय ने बताया कि देश में 210,544 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.85 प्रतिशत है. देश में लोगों के स्वस्थ होने की दर शनिवार को 96.82 प्रतिशत थी, जो रविवार को गिरकर 96.75 प्रतिशत हो गई.
आंकड़ों के अनुसार, देश में 10,989,897 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं, जबकि मृत्युदर 1.40 प्रतिशत बनी हुई है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 13 मार्च तक 226,703,641 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 864,368 नमूनों की जांच शनिवार को की गई.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते 13 मार्च को 24,882, 12 मार्च को 23,285, 11 मार्च को 22,854, 10 मार्च को 17,921, नौ मार्च को 15,388, आठ मार्च को 18,599, सात मार्च को 18,711, छह मार्च को 18,327, पांच मार्च को 16,838, चार मार्च को 17,407, तीन मार्च को 14,989, दो मार्च को 12,286, एक मार्च को 15,510 मामले सामने आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में मौत के मामलों की बात करें तो 13 मार्च को 140, 12 मार्च को 117, 11 मार्च को 126, दस मार्च को 133, नौ मार्च को 77, आठ मार्च को 97, सात मार्च को 100, छह मार्च को 108, पांच मार्च को 113, चार मार्च को 89, तीन मार्च को 98, दो मार्च को 91, एक मार्च को 106 लोगों की मौत हुई है.
फरवरी माह में संक्रमण के सर्वाधिक 16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 11.95 करोड़ से ज़्यादा, 26.48 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 119,514,479 हो गए हैं और अब तक 2,648,137 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 29,399,980 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 534,291 हो चुकी है.
ब्राजील अब भारत को पीछे छोड़ते हुए संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश बन गया है. यहां संक्रमण के अब तक 11,439,558 मामले मिलें हैं और 277,102 लोग दम तोड़ चुके हैं.
उसके बाद भारत दुनिया में तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है. भारत के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 4,331,396 मामले आए हैं, जबकि 90,169 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,267,015 मामले आए हैं, जबकि 125,701 मरीजों की मौत के मामले सामने आए हैं.
ब्रिटेन के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 4,105,527 मामले आए हैं और 90,376 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद स्पेन को पछाड़कर इटली सातवां सर्वाधिक प्रभावित देश बना गया है, यहां संक्रमण के 3,201,838 मामले सामने आए हैं और 101,881 मौतें हुई हैं.
इटली के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,183,704 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 72,258 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद नौवें प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 2,866,012 मामले सामने आए हैं और 29,421 मौतें हुई हैं.
तुर्की के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 2,569,884 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 73,369 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)