भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,734,058 हो गई है. विश्व में मामले 12.42 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और इस महामारी से अब तक 27.34 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. संक्रमण से दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राज़ील में पहली बार एक दिन में 3,000 से अधिक लोगों की मौतें हुई हैं.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 47,262 नए मामले सामने आए जो इस साल संक्रमण के एक दिन में आए अब तक के सर्वाधिक मामले हैं. इसके साथ ही देश में इस वैश्विक महामारी के संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 11,734,058 हो गए हैं.
कुल 132 दिनों के बाद एक दिन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए. वहीं इस बीमारी से बीते 24 घंटे में 275 और लोगों ने जान गंवा दी है. यह करीब 83 दिनों में इस महामारी से मरने वालों की सर्वाधिक संख्या है. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 160,441 हो गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 14वें दिन कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है और अब भी 368,457 मरीज संक्रमित (सक्रिय मामलों की संख्या) हैं, जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.14 प्रतिशत है. स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर गिरकर 95.49 प्रतिशत रह गई है.
आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 12 नवंबर को 24 घंटों में संक्रमण के 47,905 नए मामले दर्ज किए गए थे.
आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 11,205,160 हो गई जबकि मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक 23 मार्च तक 236,438,861 नमूनों की जांच की जा चुकी है. मंगलवार को 1,025,628 नमूनों की जांच की गई.
बीते 24 घंटे में जिन 275 और लोगों ने इस बीमारी से जान गंवाई है उनमें से 132 लोगों की मौत महाराष्ट्र, 53 की पंजाब, 20 की छत्तीसगढ़ और 10 लोगों की मौत केरल में हुई.
देश में अब तक कुल 160,441 लोगों की मौत हुई है. इनमें से महाराष्ट्र में 53,589 लोगों की, तमिलनाडु में 12,618 लोगों की, कर्नाटक में 12,449 लोगों की, दिल्ली में 10,967 लोगों की, पश्चिम बंगाल में 10,310 लोगों की, उत्तर प्रदेश में 8,764 लोगों की और आंध्र प्रदेश में 7,193 लोगों की मौत हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो 23 मार्च को 40,715, 22 मार्च को 46,951, 21 मार्च को 43,846, 20 मार्च को 40,953, 19 मार्च को 39,726, 18 मार्च को 35,871, 17 मार्च को 28,903, बीते 16 मार्च को 24,492, 15 मार्च को 26,624, 14 मार्च को 25,320, 13 मार्च को 24,882, 12 मार्च को 23,285, 11 मार्च को 22,854, 10 मार्च को 17,921, नौ मार्च को 15,388, आठ मार्च को 18,599, सात मार्च को 18,711, छह मार्च को 18,327, पांच मार्च को 16,838, चार मार्च को 17,407, तीन मार्च को 14,989, दो मार्च को 12,286, एक मार्च को 15,510 मामले सामने आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में मौत के मामलों की बात करें तो 23 मार्च को 199, 22 मार्च को 212, 21 मार्च को 197, 20 मार्च को 188, 19 मार्च को 154, 18 मार्च को 172, 17 मार्च को 188, 16 मार्च को 131, 15 मार्च को 118, 14 मार्च को 161, 13 मार्च को 140, 12 मार्च को 117, 11 मार्च को 126, दस मार्च को 133, नौ मार्च को 77, आठ मार्च को 97, सात मार्च को 100, छह मार्च को 108, पांच मार्च को 113, चार मार्च को 89, तीन मार्च को 98, दो मार्च को 91, एक मार्च को 106 लोगों की मौत हुई है.
फरवरी माह में संक्रमण के सर्वाधिक 16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 12.42 करोड़ से ज़्यादा, 27.34 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 124,218,483 हो गए हैं और अब तक 2,734,868 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 29,922,391 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 543,843 हो चुकी है.
वायरस से सर्वाधिक प्रभावित दूसरे देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 12,130,019 मामले मिले हैं और 298,676 लोग दम तोड़ चुके हैं.
उसके बाद भारत दुनिया में तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है. भारत के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 4,424,595 मामले आए हैं, जबकि 94,213 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद ब्रिटेन को पछाड़कर फ्रांस पांचवां सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. यहां संक्रमण के 4,358,910 मामले आए हैं और 92,776 लोगों ने जान गंवा दी है.
फ्रांस के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,315,602 मामले आए हैं, जबकि 126,411 मरीजों की मौत के मामले सामने आए हैं.
ब्रिटेन बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण के 3,390,181 मामले सामने आए हैं और 105,328 मौतें हुई हैं.
इटली के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,228,803 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 73,543 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद नौवें प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 3,035,338 मामले सामने आए हैं और 30,178 मौतें हुई हैं.
तुर्की के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 2,679,896 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 75,011 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
ब्राजील में कोरोना वायरस से एक दिन में सर्वाधिक 3,251 मौतें हुईं
रियो डी जेनेरियो: महामारी से दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में पहली बार एक दिन में कोविड-19 से 3,000 से अधिक मौतें हुई हैं.
हाल के हफ्तों में लातिन अमेरिका का यह सबसे बड़ा देश किसी भी अन्य राष्ट्र की तुलना में हर दिन संक्रमण से अधिक मौतों के साथ महामारी का वैश्विक केंद्र बन गया है.
ब्राजील में मंगलवार को 3,251 मरीजों की मौत हुई. देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य साओ पाउलो में 1,021 लोगों की मौत हुई, जो पिछली बार की सर्वाधिक संख्या 713 की तुलना में काफी अधिक है. पिछले साल जुलाई में यहां कोविड-19 से 713 लोगों की मौत हुई थी.
महामारी ने ब्राजील की स्वास्थ्य प्रणालियों को लगभग ध्वस्त कर दिया है. अस्पतालों में आईसीयू बेड और ऑक्सीजन के भंडार की कमी है. हाल के दिनों में अधिकतर राज्यों ने गतिविधियों को प्रतिबंधित किया है.
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने महामारी की गंभीरता को तवज्जो न देते हुए कहा है कि अर्थव्यवस्था को चालू रखना चाहिए ताकि उसकी हालत खराब न हो. उन्होंने स्थानीय नेताओं द्वारा उठाए गए स्वास्थ्य संबंधी कदमों की आलोचना भी की.
शुक्रवार को उन्होंने दो राज्यों और ब्राजील के संघीय जिले द्वारा लागू किए गए कर्फ्यू को अमान्य करने के लिए उच्चतम न्यायालय में अपील की. हालांकि शीर्ष अदालत ने पहले फैसला सुनाया था कि गवर्नर और मेयर को इस तरह के प्रतिबंध लगाने का अधिकार है.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई तालिका के अनुसार, ब्राजील में कुल मृतकों की संख्या 3,00,000 के करीब पहुंच गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)