भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,42,46,157 हो गई है और जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा 4,57,191 हो गया है. इस बीच पूरी दुनिया में संक्रमण के कुल 24.55 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और अब तक 49.82 लाख से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में 14,348 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के कारण संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,42,46,157 हो गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,61,334 पर पहुंच गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से केरल में 708 मरीजों समेत 805 लोगों के और जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,57,191 हो गई है. केरल ने पिछले कुछ दिनों में संक्रमण से मौत के मामलों का पुन: मिलान किया है.
केरल सरकार की बृहस्पतिवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में 708 मौतों में से 56 मरीजों की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई, जबकि मौत के 542 मामले ऐसे हैं, जिनकी पिछले साल 18 जून तक पर्याप्त दस्तावेज की कमी के कारण पुष्टि नहीं हो पाई थी. वहीं, मौत के 110 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 24,55,66,134 हो गए हैं और अब तक 49,82,198 लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के दैनिक मामले लगातार 35वें दिन 30,000 से कम और लगातार 124वें दिन 50,000 से कम हैं.
उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.47 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की दर 98.19 प्रतिशत है.
बीते 24 घंटों में कोविड-19 का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 345 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई है. इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,36,27,632 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत हो गई है.
आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 1.12 प्रतिशत दर्ज की गई. यह पिछले 25 दिनों से दो प्रतिशत से कम रही है. साप्ताहिक संक्रमण दर भी 1.18 प्रतिशत दर्ज की गई. यह पिछले 35 दिनों से दो प्रतिशत से कम है.
देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 104.82 करोड़ खुराक दी जा चुकी है.
मंत्रालय के अनुसार, देश में अभी तक महामारी के 4,57,191 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,40,134 लोगों की, कर्नाटक में 38,054 लोगों की, तमिलनाडु में 36,072 लोगों की, केरल में 30,685 लोगों की, दिल्ली में 25,091 लोगों की, उत्तर प्रदेश में 22,900 लोगों की और पश्चिम बंगाल में 19,105 मरीजों की मौत हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.
मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
मई में इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी.
सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
वायरस के मामले और मौतें
अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते 28 अक्टूबर को 16,156, 27 अक्टूबर को 13,451, 26 अक्टूबर को 12,428, 25 अक्टूबर को 14,306, 24 अक्टूबर को 15,906, 23 अक्टूबर को 16,326, 22 अक्टूबर को 15,786, 21 अक्टूबर को 18,454, 20 अक्टूबर को 14,623, 19 अक्टूबर को 13,058, 18 अक्टूबर को 13,596, 17 अक्टूबर को 14,146, 16 अक्टूबर को 15,981, 15 अक्टूबर को 16,862, 14 अक्टूबर को 18,987, 13 अक्टूबर 15,823, 12 अक्टूबर को 14,313, 11 अक्टूबर को 18,132, 10 अक्टूबर को 18,166, नौ अक्टूबर को 19,740, आठ अक्टूबर को 21,257, सात अक्टूबर को 22,431, छह अक्टूबर को 18,833, पांच अक्टूबर को 18,346, चार अक्टूबर को 20,799, तीन अक्टूबर को 22,842, दो अक्टूबर को 24,354 और एक अक्टूबर को 26,727 नए मामले आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो 28 अक्टूबर को बीते 733 (केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद), 27 अक्टूबर को 585 (केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद), 26 अक्टूबर को 356 (केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद), 25 अक्टूबर को 443 (केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद), 24 अक्टूबर को 561 (केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद), 23 अक्टूबर को 666 (केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद), 22 अक्टूबर को 231, 21 अक्टूबर को 160, 20 अक्टूबर को 197, 19 अक्टूबर को 164, 18 अक्टूबर को 221, 17 अक्टूबर को 144, 16 अक्टूबर को 166, 15 अक्टूबर को 216, 14 अक्टूबर को 246, 13 अक्टूबर 226, 12 अक्टूबर को 181, 11 अक्टूबर को 193, 10 अक्टूबर को 214, नौ अक्टूबर को 248, आठ अक्टूबर को 271, सात अक्टूबर को 318, छह अक्टूबर को 278 पांच अक्टूबर को 209, चार अक्टूबर 180, तीन अक्टूबर को 244, दो अक्टूबर को 234 और एक अक्टूबर को 277 लोगों की मौत हुई थी.
सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.
अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.
जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.
जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)