दक्षिणपंथियों के दबाव के बाद दिल्ली पुलिस का मुनव्वर फ़ारूक़ी के शो के लिए अनुमति से इनकार

दिल्ली में मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो 28 अगस्त को होना था. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस आयुक्त से शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि फ़ारूक़ी 'अपने शो में हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाते हैं.' इससे पहले इसी महीने उनके बेंगलुरु में होने वाले शो को भी अनुमति न मिलने के बाद रद्द कर दिया गया था.

मुनव्वर फारूकी. (फोटो साभार: यूट्यूब)

दिल्ली में मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो 28 अगस्त को होना था. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस आयुक्त से शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि फ़ारूक़ी ‘अपने शो में हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाते हैं.’ इससे पहले इसी महीने उनके बेंगलुरु में होने वाले शो को भी अनुमति न मिलने के बाद रद्द कर दिया गया था.

मुनव्वर फारूकी. (फोटो साभार: यूट्यूब)

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को 28 अगस्त (रविवार) को राष्ट्रीय राजधानी में अपना निर्धारित शो करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.

यह निर्णय विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा पुलिस से उनका शो रद्द करने की मांग करने के बाद आया है.

परिषद ने पुलिस आयुक्त को फारूकी के शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि वे ‘अपने शो में हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाते हैं.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विहिप दिल्ली के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने 25 अगस्त को दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को फारूकी का शो रद्द करने के लिए लिखा था.

अपने पत्र में विहिप ने यह भी आरोप लगाया कि ‘भाग्यनगर (हैदराबाद) में हिंदू देवताओं पर मुनव्वर के चुटकुलों के कारण सांप्रदायिक तनाव पैदा हुआ.’

सूत्रों ने इस अखबार को बताया कि गुप्ता ने शुक्रवार 26 अगस्त की सुबह मध्य जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की और कमला मार्केट थाने में शिकायत दर्ज कराई.

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दिल्ली पुलिस की लाइसेंसिंग इकाई ने स्थानीय केंद्रीय जिला पुलिस द्वारा एक रिपोर्ट लिखने के बाद अनुमति से इनकार कर दिया, जिसमें कहा गया था कि ‘शो क्षेत्र में सांप्रदायिक सद्भाव को प्रभावित करेगा.’

इससे पहले इस महीने ही उनके बेंगलुरु में होने वाले शो को भी अनुमति न मिलने के बाद रद्द कर दिया गया था. तब हिंदुत्ववादी समूह  ‘जय श्री राम सेना’ संगठन ने बेंगलुरु पुलिस आयुक्त के पास फारूकी व आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

संगठन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि फारूकी ने अपने कार्यक्रमों में भगवान राम एवं देवी सीता के खिलाफ ‘अपमानजनक टिप्पणियां करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत’ किया है.

नवंबर 2021 में भी मुनव्वर फारूकी के बेंगलुरु शो को रद्द किया गया था और तब उनका शो रद्द करवाने के लिए दबाव डालने पर बेंगलुरु पुलिस की खासी आलोचना हुई थी.

यह 14वीं बार है जब हिंदुत्व समूहों के विरोध के बाद फारूकी का शो रद्द हुआ है. हालांकि सप्ताह भर पहले उन्होंने भाजपा के विरोद के बाद 20 अगस्त को हैदराबाद में कड़ी सुरक्षा के बीच अपना शो किया था.

उस समय तेलंगाना भाजपा के प्रमुख बी. संजय कुमार ने शो का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए आरोप लगाया था कि फारूकी ने ‘हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाया.’

हैदराबाद में आयोजित फारूकी के शो के जवाब में तेलंगाना के भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने एक यूट्यूब वीडियो में ‘मुसलमानों और पैगंबर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी’ की थी, जिसके कारण राज्य में विरोध प्रदर्शन हुए बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और वीडियो को सोशल मीडिया से भी हटा लिया गया.

इस साल मई में फारूकी ने अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा होस्ट किए गए रियलिटी शो ‘लॉक-अप’ में भाग लिया था और 18 लाख से अधिक वोट प्राप्त करने के बाद विजेता ट्रॉफी जीती थी.

साल 2021 में फ़ारूक़ी के कई शो हुए थे रद्द

मालूम हो कि जनवरी 2021 में स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी पर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में भाजपा विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौर के बेटे एकलव्य सिंह गौर की शिकायत के बाद धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा था.

एक जनवरी 2021 को इंदौर पुलिस ने फारूकी और पांच अन्य- नलिन यादव, एडविन एंथनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव को गिरफ्तार किया था.

भाजपा नेता के बेटे ने दावा किया था कि उन्होंने इंदौर में फारूकी को उनके शो की रिहर्सल के दौरान हिंदू देवताओं और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बारे में कथित तौर पर अभद्र बातें करते सुना था, लेकिन अपने इस दावे को लेकर वह कोई साक्ष्य पेश नहीं कर सके थे.

इस मामले में फारूकी और अन्य को एक महीने तक जेल में रहना पड़ा था और फरवरी 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी.

इससे पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने उनकी जमानत याचिकाएं दो बार यह कहकर खारिज कर दी थी कि इस तरह के लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए.

फारूकी के जेल जाने को लेकर न्याय से भटकना, उनके बुनियादी अधिकारों का हनन और उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रौंदने के तौर पर व्यापक निंदा की गई थी. यहां तक कि अन्य देशों में भी इसे लेकर रोष देखने को मिला था.

अक्टूबर 2021 में मुंबई में फारूकी के दो शो बजरंग दल के सदस्यों द्वारा आयोजन स्थल को नुकसान पहुंचाने की धमकियों के बाद रद्द कर दिए गए थे.

नवंबर 2021 में छत्तीसगढ़ में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा स्थानीय प्रशासन को शो के लिए मंजूरी दिए जाने पर प्रदर्शन की धमकियों के बाद उनके शो रद्द कर दिए गए थे.

नवंबर 2021 के मध्य में दक्षिणपंथी समूहों की धमकियों के बाद फारूकी के गोवा में होने वाले दो सोल्ड-आउट शो रद्द कर दिए गए थे. दरअसल इन दक्षिणपंथी समूहों ने धमकी दी थी कि अगर ये शो आयोजित किए जाते हैं तो वे खुद को आग लगा लेंगे.

17 से 19 दिसंबर 2021 को गुड़गांव में होने वाले कॉमेडी शो से मुनव्वर फारूकी को हटा दिया गया था. शो के आयोजकों का कहना था कि उन्हें शो में बाधा पहुंचाने वाले धमकी भरे फोन कॉल आ रहे थे, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला किया. वहीं, भाजपा के एक नेता ने भी फारूकी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.