भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवान नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत आयोजित करने वाले थे. हालांकि, इससे पहले ही जंतर-मंतर से संसद भवन की तरफ मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों और दिल्ली पहुंच रहे उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया गया.
नई दिल्ली: देश के नए संसद भवन के उद्घाटन के कुछ ही घंटो बाद इस इमारत से चंद किलोमीटर दूर सत्ताधारी पार्टी के सांसद के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं पदक विजेता खिलाड़ियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद पहलवानो विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया समेत कई अन्य को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया. यह प्रदर्शनकारी रविवार को ही नए संसद भवन के सामने ‘महिला सम्मान महापंचायत’ आयोजित करने वाले थे.
यौन शोषण करने वाला गुंडा बृज भूषण आज संसद में बैठा है और हमें सड़क पर घसीटा जा रहा है।
Sad day for Indian sports pic.twitter.com/ckAPmbtl4S— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) May 28, 2023
इससे पहले, सुबह विनेश फोगाट ने आरोप लगाया था कि इस महापंचायत के लिए आ रहे समर्थकों को कई जगहों पर हिरासत में लिया गया. अपने ट्विटर एकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा था, ‘जंतर मंतर पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या हो रही है. एक तरफ़ लोकतंत्र के नए भवन का उद्घाटन किया है प्रधानमंत्री जी ने, दूसरी तरफ़ हमारे लोगों की गिरफ़्तारियां चालू हैं.’
उन्होंने बताया था कि महिला महापंचायत के लिए आ रहे उनके ढेरों समर्थक किसान, छात्र संगठनों के लोगों को शनिवार रात से ही हिरासत में लिया गया है.
नई संसद के लिए पहलवानों के विरोध मार्च से पहले सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सहित दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्हें प्रदर्शनकारियों को खाप पंचायत में शामिल होने से रोकने के लिए कहा गया है.
इस बीच, पुलिस ने हरियाणा के कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया है. वे महापंचायत में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचने वाले थे.
क्या कोई सरकार अपने देश के चैम्पियंस के साथ ऐसे बर्ताव करवाती है ? हमने क्या गुनाह किया है? pic.twitter.com/eUUxOA7tfw
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) May 28, 2023
संसद भवन की तरफ जाने से रोके जाने पर पहलवान बजरंग पुनिया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘क्या कोई सरकार अपने देश के चैम्पियंस के साथ ऐसे बर्ताव करवाती है ? हमने क्या गुनाह किया है?’
सभी पहलवानों और बुजुर्गों माताओं को हिरासत में लेने के बाद अब पुलिस ने जंतर मंतर पर हमारा मोर्चा उखाड़ना शुरू कर दिया है। हमारा सामान उठाया जा रहा है। ये कैसी गुंडागर्दी है ? pic.twitter.com/EfFedqLvTW
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) May 28, 2023
इससे पहले दोपहर एक बजे के करीब पहलवान साक्षी मलिक ने लिखा था कि जंतर-मंतर से उन सभी का सामान हटाया जा रहा है. मलिक ने कहा था, ‘सभी पहलवानों और बुजुर्गों माताओं को हिरासत में लेने के बाद अब पुलिस ने जंतर मंतर पर हमारा मोर्चा उखाड़ना शुरू कर दिया है. हमारा सामान उठाया जा रहा है. ये कैसी गुंडागर्दी है?’
रविवार शाम छह बजे के करीब एक ट्वीट में साक्षी मलिक ने बताया कि हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी पहलवानों को रिहा कर दिया गया है और वे वापस जंतर-मंतर वापस पहुंच गए हैं.
हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है.
पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे
इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा. 🙏
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) May 28, 2023
मालूम हो कि बीते जनवरी महीने में पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन शुरू किया था.
कई हफ्तों के विरोध के बाद बीते 23 जनवरी को मामले की जांच के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय के आश्वासन और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज मैरी कॉम की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति का गठन के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था.
इस दौरान बृजभूषण को महासंघ के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों से अलग कर दिया गया था.
हालांकि कोई कार्रवाई न होने के बाद बीते 23 अप्रैल को बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत अन्य पहलवानों ने अपना प्रदर्शन दोबारा शुरू कर दिया.
प्रदर्शनकारी पहलवानों के दिल्ली पुलिस द्वारा सिंह के खिलाफ एफआईआर न दर्ज करने के आरोप पर सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद 28 अप्रैल को सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें से एक यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत और दूसरी महिला के शील भंग का प्रयास से संबंधित है.