नॉर्थ ईस्ट डायरी: त्रिपुरा में दो पत्रकारों की हत्या के मामले की जांच करेगी सीबीआई

इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में त्रिपुरा, मेघालय, असम, मणिपुर, नगालैंड और सिक्किम के प्रमुख समाचार.

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पिछले साल दो अलग-अलग मामलों में त्रिपुरा के पत्रकार सुदीप दत्ता और शांतनु भौमिक की हत्या कर दी गई थी. (फोटो साभार: फेसबुक)

इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में त्रिपुरा, मेघालय, असम, मणिपुर, नगालैंड और सिक्किम के प्रमुख समाचार.

पिछले साल दो अलग-अलग मामलों में त्रिपुरा के पत्रकार सुदीप दत्ता और शांतनु भौमिक की हत्या कर दी गई थी. (फोटो साभार: फेसबुक)
पिछले साल दो अलग-अलग मामलों में त्रिपुरा के पत्रकार सुदीप दत्ता और शांतनु भौमिक की हत्या कर दी गई थी. (फोटो साभार: फेसबुक)

अगरतला: त्रिपुरा में पिछले साल दो पत्रकारों की हत्या के बहुचर्चित मामलों की जांच सीबीआई करेगी. राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इसके लिए तैयार हो गई है.

स्थानीय टेलीविजन के लिए काम करने वाले शांतनु भौमिक की पिछले साल 20 सितंबर को हत्या कर दी गई थी. वह पश्चिमी त्रिपुरा ज़िले के मंडवई इलाके में इंडीजिनस पीपुल्स फोरम ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन और सड़क नाकाबंदी को कवर करने गए थे.

उसी दौरान उन पर हमला किया गया और उनका अपहरण कर लिया गया. बाद में शांतनु जब मिले तो उनके शरीर पर चाकू से हमले के कई निशान थे. उन्हें तत्काल अगरतला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

शांतनु एक स्थानीय टीवी चैनल में काम करते थे.

क्षेत्रीय भाषा के अपराधिक मामलों के पत्रकार सुदीप दत्ता की हत्या इसी जिले में पिछले साल 14 नवंबर को आरके नगर स्थित ‘त्रिपुरा स्टेट राइफल्स’ (टीएसआर) 2 बटालियन के मुख्यालय में कर दी गई थी.

सुदीप स्थानीय बांग्ला समाचारपत्र स्यंदन पत्रिका में संवाददाता के तौर पर काम करते थे. हत्या के आरोप में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) की दूसरी बटालियन के कमांडेंट तपन देबबर्मा और टीएसआर के कॉन्स्टेबल नंदलाल रेंग को गिरफ़्तार किया गया था.

त्रिपुरा उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अतिरिक्त ज़िला तथा सत्र न्यायालय ने सुदीप दत्ता मामले की जांच रोक दी थी.

राज्य पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने हत्या की जांच कर आरोप-पत्र दायर किया था. इसने ही शांतनु भौमिक मामले की भी जांच की लेकिन अब तक आरोप-पत्र दायर नहीं किया है.

दो महीने के अंतराल पर हुई इन दोनों पत्रकारों की हत्या पर लोग काफी आक्रोशित हुए थे.

बिप्लब कुमार देब ने कहा कि सीबीआई मामलों की जांच करने को तैयार हो गई है.

देब ने 22 जून की रात पत्रकारों से कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने मामलों की जांच के लिए केंद्र को दो अलग-अलग प्रस्ताव भेजे थे ताकि प्रभावित परिवारों को इंसाफ मिल पाए.

उन्होंने कहा, ‘सीबीआई दोनों मामलों की जांच करेगी. इसके साथ ही भाजपा-आईपीएफटी सरकार ने घोषणापत्र में किए अपने एक और वादे को भी पूरा कर दिया.’

देब ने कहा कि सीबीआई अधिकारी मामलों की जांच कर दोनों परिवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करेंगे. सरकार ने सकारात्मक कदम उठाया है ताकि त्रिपुरा में सरकार स्वतंत्रता से काम कर सके.’

मेघालय: कांग्रेस विधायक मार्टिन डांगो ने पद से इस्तीफा दिया

शिलॉन्ग: मेघालय में विपक्षी कांग्रेस ने राज्य विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा उस वक़्त खो दिया जब उसके विधायक मार्टिन डांगो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

एक विधायक के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की ताकत गिरकर 20 की रह गई जो सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के बराबर है. एनपीपी इस पूर्वात्तर राज्य में भाजपा और कुछ अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिल कर गठबंधन सरकार चला रही है.

डांगो ने 21 जून की देर रात अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डोनकुपर राय की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष टिमोथी डी शिरा को सौंपा.

उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा, ‘मैं 21 जून 2018 के प्रभाव से रानीकोर (अनु जज) विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा में अपनी सीट से इस्तीफा देता हूं.’

डांगो ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष को विधायक पद और साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अपने फैसले से भी अवगत कराया.

उनके निकट सूत्रों ने बताया कि दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स ज़िले के रानीकोर से विधानसभा में पांच बार कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कर चुके डांगो संभवत: सत्तारूढ़ एनपीपी में शामिल हों.

असम: असम में बाढ़ की हालत में सुधार, तीन ज़िलों के लिए 100 करोड़ रुपये जारी

गुवाहाटी: असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा है कि आज राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ. हालांकि राज्य के छह जिलों में करीब दो लाख लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं.

इन छह जिलों में धीमाजी, लखीमपुर, होजई, कछार, करीमगंज और हायलाकांडी शामिल हैं. राज्य में बाढ़ से अब तक 24 लोग मारे गए हैं. इनमें तीन की मौत भूस्खलन के कारण हुई.

एएसडीएमए की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, करीमगंज सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित ज़िला है, जहां 1.25 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ की दंश झेलने को मजबूर हैं. इसके बाद , कछार जिले में 27,000 लोग प्रभावित हैं.

एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में 394 गांव पानी से घिरे हुए हैं और 3,100 हेक्टेयर की फसल को नुकसान पहुंचा है.

इस बीच, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बीते 24 जून को बाढ़ प्रभावित कछार ज़िले का दौरा किया और जिला प्रशासन से हालात का जायजा लिया.

उन्होंने सुबह सिलचर में एक स्कूल में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से बात की. इसके बाद शिवबारी में सिलचर-कलाइन रोड के लोगों से बातचीत की. शिवबारी बराक नदी में आई बाढ़ के पानी से प्रभावित है.

मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों को राज्य सरकार द्वारा हरसंभव समर्थन दिए जाने का आश्वासन दिया.

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित बराक घाटी के तीन ज़िलों के लोगों के पुनर्विकास और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए बीते 24 जून को 100 करोड़ रुपये के एक पैकेज की घोषणा की.

बराक घाटी के इन तीनों ज़िलों में स्थिति में अभी भी कुछ ख़ास सुधार नहीं हुआ है.

मालूम हो कि मिज़ोरम, त्रिपुरा और मणिपुर में जलस्तर घट रहा है. मिज़ोरम में तीन नदियों में जलस्तर घटने से स्थिति में सुधार हुआ है. मणिपुर में भी हालात ठीक हुए हैं. इम्फाल घाटी में अधिकतर नदियां ख़तरे के स्तर से नीचे बह रही हैं.

त्रिपुरा: बाढ़ से कुछ राहत मिली

Unakoti: A villager rows his makeshift boat through the water at a flood-affected village of Unikuti district on Tuesday, June 12, 2018. (PTI Photo)(PTI6_12_2018_000242B)
त्रिपुरा के उनीकुटि ज़िले के एक गांव में बाढ़ से बाहर निकलने की कोशिश में ग्रामीण. (फोटो: पीटीआई)

अगरतला: बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित त्रिपुरा में स्थिति में कुछ सुधार हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि सभी बड़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है.

उनाकोटी ज़िला मजिस्ट्रेट डी. दरलोंग ने कैलाशहर से फोन पर बताया, ‘राहत सेवाएं, भोजन और दवाइयां पहुंचाने का काम अब पूरी गति में है. हम स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.’

उन्होंने बताया कि उनाकोटी जिले में करीब 72,000 लोग अब भी राहत शिविरों में रह रहे हैं.

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी पीजे शर्मा ने बीते 18 जून को बताया कि लुमदिंग-बदरपुर खंड पर रेल सेवाएं बहाल हो गई हैं लेकिन बदरपुर-सिल्चर और मनु-अंबासा-अगरतला के बीच रेल पटरियों के कुछ हिस्से अब भी बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं जिससे रेल सेवाएं प्रभावित हैं.

उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर भूस्खलन होने की वजह से पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के त्रिपुरा के मनु-अंबासा-अगरतला खंड और असम के बदरपुर-सिल्चर खंड पर सेवा‍एं 13 जून से निलंबित हैं.

शर्मा ने बताया कि अगरतला-सिल्चर, सिल्चर-धर्मानगर और अगरतला-धर्मानगर मार्ग की यात्री रेलगाड़ियां बाढ़ से हुए भूस्खलन के चलते नहीं चलाई जा रही हैं.

उन्होंने कहा कि रेल सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं.

शर्मा ने बताया कि आकस्मिक प्रबंधन के तौर पर अगरतला से बदरपुर तक 18 जून को एक विशेष रेलगाड़ी चलाई जाएगी.

मणिपुर: हर विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बनाया जाएगा 20 से 30 घर

इम्फाल: मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा है कि हाल के बाढ़ में जिन लोगों के घर नष्ट हो गए हैं उनके लिए हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 20-20 घरों का निर्माण कराया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने बीते 19 जून को राजधानी इम्फाल में हुए एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि विधायकों के स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से सभी विधानसभा क्षेत्रों में 20 से 30 घरों का निर्माण किया जाएगा.

वह भारतीय तेल निगम के प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे जिन्होंने अपने कॉरपोरेट समाजिक ज़िम्मेदारी के तहत बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 500 सिलिंडर दिए हैं.

इंडियन ऑयल डिस्ट्रिब्यूटरों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि मूसलाधार बारिश के कारण राज्य में 1.8 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.

उन्होंने कहा कि पूरे राज्य के 200 राहत शिविरों में कई लोग रह रहे हैं.

त्रिपुरा: माकपा नेता की मौत के उच्चस्तरीय जांच के आदेश

अगरतला: वरिष्ठ माकपा नेता तापस सूत्रधार के सड़क किनारे मृत मिलने के दो दिन बाद 20 जून को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने विधानसभा में विपक्षी सदस्यों को बताया कि उन्होंने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.

राज्य में माकपा की सरकार के समय उत्तर त्रिपुरा के ज़िला परिषद सदस्य रहे सूत्रधार (55) की 20 जून की रात को उनाकोटी ज़िले के पादमाबिल इलाके में एक शादी से घर लौटते वक़्त कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी गई थी.

लगभग इसी समय, उत्तर त्रिपुरा ज़िले के धर्मनगर कस्बे में एक टीवी पत्रकार पर कथित रूप से हमला कर दिया गया था. सुमन देवनाथ के गले पर हमला किया गया था और ज़िला अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.

मुख्यमंत्री ने सदन में शून्य काल के दौरान कहा कि सूत्रधार की हत्या में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी. हालांकि उन्होंने पत्रकार पर हमले के बारे में कुछ नहीं कहा.

असम: सिविल सेवा के 13 गिरफ्तार अधिकारी सेवा से बर्खास्त

गुवाहाटी: असम सरकार ने राज्य सिविल सेवा के गिरफ्तार 13 अधिकारियों को असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) में नोट के बदले नौकरी घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए सेवा से बर्खास्त कर दिया है.

बर्खास्त किए गए अधिकारी गत नवंबर में प्रोबेशन पर थे जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था. वे वर्तमान समय में गुवाहाटी की केंद्रीय जेल में बंद हैं.

सूत्रों ने कहा कि इन अधिकारियों में निशामणि डेका, रूमी सैकिया, आर. सेन डेका, जी. डोली, दीपक खानिकर, डी. बोर्गोयारी, पल्लवी शर्मा चौधरी, डी. बोरा, अनिरूद्ध राय, हिमांग्शु चौधरी, कुनाल दास, कमल देवनाथ और बी. इस्लाम चौधरी शामिल हैं.

इन सभी अधिकारियों पर आरोप है कि इन लोगों ने एपीएससी अध्यक्ष राकेश पाल को रिश्वत दी, जो कि वर्तमान में जेल में बंद हैं. इसके साथ ही यह भी आरोप है कि इन लोगों ने राज्य सिविल सेवा परीक्षा में पास करने के लिए परीक्षा में अनुचित तरीकों का इस्तेमाल किया.

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में पूर्व कांग्रेस मंत्री नीलमणि सेन डेका के पुत्र राजर्षि सेन डेका भी शामिल हैं.

मेघालय: शिलॉन्ग में हिंसक प्रदर्शन प्रायोजित थी, पुलिस ने मुख्यमंत्री के दावे की पुष्टि की

Shillong: Army personnel patrol a street during curfew after clashes between the residents of the city's Punjabi Line area and Khasi drivers of state-run buses, in Shillong on Monday, June 04, 2018. (PTI Photo) (PTI6_4_2018_000172B)
(फाइल फोटो: पीटीआई)

शिलॉन्ग: मेघालय पुलिस ने मुख्यमंत्री सीके संगमा के उस दावे की बीते 20 जून को पुष्टि की कि शिलॉन्ग में हाल के हिंसक प्रदर्शन ‘प्रायोजित’ थे. पुलिस ने कहा कि उन्होंने इन प्रदर्शनों को भड़काने वाले कुछ लोगों की पहचान भी की है.

‘स्कॉटलैंड ऑफ द ईस्ट’ यानी पूर्व का स्कॉटलैंड कहे जाने वाले मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में 31 मई को स्थानीय पंजाबी लेन में बस के एक सहायक और दो अन्यों पर हमले के बाद खासी समुदाय और सिख समुदाय के लोगों के बीच पांच दिन तक हिंसक प्रदर्शन हुए थे जिसके चलते अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा और इंटरनेट बंद करना पड़ा था.

सोशल मीडिया पर बस के सहायक की मौत की फ़र्ज़ी खबर से स्थानीय खासी समुदाय लोगों और सिखों के बीच झड़पें हुई थी.

पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक डेविस मारक ने कहा, ‘हमने जून के पहले सप्ताह में प्रदर्शन को भड़काने वाले कुछ लोगों की पहचान की है.’

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस पर्वतीय शहर में झड़पों में शामिल होने के लिए गिरफ्तार लोगों के बयानों और जांच के आधार पर इन लोगों की पहचान की गई है.

उन्होंने बताया कि जांच चल रही है और प्रदर्शन को उकसाने वाले लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे.

मेघालय के मुख्यमंत्री सीके संगमा ने पहले दावा किया था कि ये प्रदर्शन ‘प्रायोजित’ थे और 31 मई की घटना के बाद प्रदर्शनकारियों को वित्त पोषण और शराब की आपूर्ति की गई थी.

सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल: मेघालय के पूर्वी हिस्से के सात ज़िलों में कानून व्यवस्था में सुधार के मद्देनज़र मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बीते 18 जून से बहाल कर दी गयीं.

गृह विभाग ने 16 जून को खासी जैंतिया पर्वतीय क्षेत्र के सात ज़िलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी थी. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कानून व्यवस्था की स्थिति गंभीर होने और जन सुरक्षा को ख़तरे की संभावना प्रकट की थी.

गृह विभाग के आयुक्त और सचिव एस. खार्लींगदोह ने कहा, ‘मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन स्थिति में सुधार के के बाद हटा लिया गया.’

इस बीच , लुमडिंगजरी थानाक्षेत्र के आने वाले क्षेत्रों एवं कैंटोनमेंट बीट हाउस इलाके समेत राजधानी शिलांग में रात के कर्फ्यू में और ढील दी गयी है. कल से कर्फ्यू में ढील रात दस बजे से सुबह पांच बजे बढ़ा दी गयी है.

पर्यटन में बढ़ोतरी: मेघालय में कानून एवं व्यवस्था में सुधार आने के बाद अपनी खूबसूरती के लिए लोकप्रिय शहर की ओर एक बार फिर पर्यटकों ने रुख़ करना शुरू कर दिया है.

जून के पहले सप्ताह में खासी और सिख समुदाय के बीच शहर के पंजाबी लेन में झड़पें हुईं थीं, जिससे शिलॉन्ग का पर्यटन प्रभावित हुआ था.

राज्य के पर्यटन मंत्री मेतबा लिंगदोह ने कहा, ‘पूर्वात्तर क्षेत्र में यह राज्य अब भी पर्यटकों का ग्रीष्मकालीन पसंदीदा एवं सुरक्षित गंतव्य है.’

मेघालय पर्यटन विकास निगम (एमटीडीसी) के महाप्रबंधक पी. दास ने कहा कि सरकारी होटल पूरी तरह भरे हैं.

उन्होंने कहा कि जून के पहले सप्ताह में हालांकि ये खाली थे.

असम: बाबुल डे ने पहला ट्रेन कैप्टन बनकर रचा इतिहास

गुवाहाटी: तिनसुकिया मंडल के बाबुल डे ने बीते 21 जून को उस समय इतिहास रच दिया जब वह पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के बतौर पहले ट्रेन कैप्टन 12423 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़े.

रेल सेवाओं में सुधार करने और यात्रियों की शिकायतों का निपटारा करने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने 21 जून से अपनी प्रीमियम ट्रेनों में ‘ट्रेन कैप्टन’ पेश किया है.

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रणब ज्योति शर्मा ने कहा, ‘ट्रेन कैप्टन रेल का प्रभारी होगा और उस पर यात्रियों को रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाली सभी सुविधाएं मुहैया कराने की ज़िम्मेदारी होगी.’

ट्रेन कैप्टन बोगियों और शौचालयों की सफाई, पानी की उपलब्धता और लाइट, पंखे, चार्जिंग प्वाइंट्स जैसी इलेक्ट्रिकल फिटिंग की विभिन्न सुविधाओं की जांच करेगा.

शर्मा ने कहा, ‘रेलवे बोर्ड ने नेता के तौर पर ट्रेन कैप्टन को नियुक्त करने की अवधारणा को पेश किया गया है जिस पर ट्रेन की यात्रा पूरी होने के दौरान हाउसकीपिंग, खान-पान, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और आरपीएफ/जीआरपी दल के साथ समन्वय करने की ज़िम्मेदारी होगी.’

ट्रेन कैप्टन का मोबाइल नंबर और नाम यात्रियों को उपलब्ध कराया जाएगा.

रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के रेलवे को प्रीमियम ट्रेनों में प्राथमिकता के आधार पर ट्रेन कैप्टन तैनात करने के निर्देश दिए हैं.

असम: दो लोगों की पीट-पीट हत्या मामले में पांच और गिरफ़्तार

अभिजीत नाथ और नीलोत्पल दास. (फोटो साभार: ट्विटर)
अभिजीत नाथ और नीलोत्पल दास. (फोटो साभार: ट्विटर)

गुवाहाटी: असम में कार्बी आंगलांग ज़िले के डोकमोका में बच्चा चोर होने के संदेह में दो लोगों की पीट-पीट कर की गई हत्या के मामले में बीते 18 जून को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस तरह हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़ कर 36 हो गई है.

असम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि असम के विभिन्न हिस्सों से कुल 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें 36 लोगों को हत्या के सिलसिले में जबकि 35 लोगों को सोशल मीडिया में अफवाह और नफरत भरे संदेश फैलाने को लेकर गिरफ्तार किया गया है.

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम राइकोम तिमुंग, मेनसिंग क्रो, रोबेन मेंच, बिक्रम हांस और प्रोतप क्रो है.

गौरतलब है कि आठ जून को कार्बी आंगलांग के डोकमोका पुलिस थाना क्षेत्र में नीलोत्पल दास और अभिजीत नाथ नाम के दो दोस्त पिकनिक मनाए गए थे.

लौटते समय उनके वाहन को पंजुरी में आक्रोशित ग्रामीणों के एक समूह ने रोक लिया और उन्हें खींच कर बाहर निकाल लिया. इसके बाद वे लोग बच्चा चोर के संदेह में उन्हें पीटने लगे.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो में दास को यह अनुरोध करते देखा गया कि वह एक असमी हैं लेकिन इसका हत्यारों पर कोई असर नहीं पड़ा.

त्रिपुरा: घाटा मुक्त बजट पेश

अगरतला: त्रिपुरा के उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने 2018-19 के लिए 16,387.21 करोड़ रुपये का घाटा मुक्त बजट बीते 19 जून को पेश किया.

इसके तहत मौजूदा वित्त वर्ष के लिए बजट परिव्यय में लगभग 14% की बढ़ोतरी की गई है.

विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क विकास के लिए पेट्रोल पर 1.15 रुपये, डीजल पर 1.13 रुपये व पीएनजी पर 4.4 रुपये प्रति माह उपकर का प्रस्ताव किया गया है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी कर्मचारियों के लिए सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने को प्रतिबद्ध है.

वर्मा ने कहा कि सरकार एक जुलाई 2018 से सरकारी सेवा में आने वालों के लिए एक नई पेंशन पालिसी लाना चाहती है.

असम: छह साल की बच्ची से दुष्कर्म

कोकराझाड़: असम के कोकराझाड़ ज़िले में एक शख़्स द्वारा छह साल की बच्ची से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बताया कि बच्ची आरोपी के घर में रहती थी.

उन्होंने कहा कि पोक्सो के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को ईस्ट बर्सागांव स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया.

लड़की की विधवा मां ने बच्ची को उसकी परवरिश के लिए आरोपी शख्स के घर छोड़ा था. आरोपी ने महिला से ऐसा करने का अनुरोध किया था क्योंकि उसके कोई संतान नहीं थी.

कुछ दिन पहले जब मां अपनी बेटी से मिलने के लिए उसके घर गईं तो लड़की मां के साथ जाने के लिए ज़िद करने लगी.

उन्होंने कहा कि घर पहुंचने के बाद बच्ची ने मां को इस घटना के बारे में बताया. 22 जून को महिला ने मामले में पुलिस से शिकायत दर्ज कराई.

असम: चूहों ने एटीएम के 12.38 लाख रुपये के नोट कुतरे

असम के तिनसुकिया ज़िले के एक एटीएम में चूहों द्वारा कुतरे गए नोट: (फोटो साभार: ट्विटर)
असम के तिनसुकिया ज़िले के एक एटीएम में चूहों द्वारा कुतरे गए नोट: (फोटो साभार: ट्विटर)

गुवाहाटी: असम के तिनसुकिया ज़िले में एक एटीएम में 12.38 लाख रुपये के कटे-फटे नोट पाए गए और इस कारनामें को अंजाम देने के पीछे ज़िम्मेदार चूहे निकले.

यह मामला पिछले हफ्ते तिनसुकिया शहर के लायपुलि क्षेत्र में स्टेट बैंक आफ इंडिया के एटीएम का है.

एटीएम में कुछ तकनीकी समस्या आ गई थी और वह पिछले तीन हफ्ते बिना उपयोग के बंद पड़ा था. जब तकनीशियन बीते 19 जून को उसे सुधारने के लिए आए तो उन्होंने पाया कि दो हज़ार और 500 रुपये के नोटों सहित कई नोट कटे-फटे मिले.

बैंक अधिकारियों द्वारा आरंभिक तौर पर शिकायत दर्ज की गई. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो एटीएम में चूहे पाए.

पुलिस ने एटीएम में 12.38 लाख रुपये के नोटों को नुकसान पहुंचाने के मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी से बीते 20 जून को इनकार किया है और कहा कि नोटों को कतरने के पीछे चूहे ज़िम्मेदार हैं.

पुलिस ने बताया कि एटीएम में रखे 17.10 लाख रुपये के नोट सही सलामत हैं. बैंक अधिकारियों को इस तरह की घटना से बचने के लिए ऐहतियात बरतनी चाहिए.

एसबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना की जांच की जा रही है.

नगालैंड: हमले में असम राइफल के चार जवान शहीद, चार घायल

कोहिमा: नगालैंड के मोन ज़िले में संदिग्ध नगा उग्रवादियों द्वारा बीते 17 जून को घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल के चार जवान शहीद हो गए जबकि चार अन्य घायल हो गए.

असम राइफल के महानिरीक्षक के पीआरओ ने बताया कि घटना शाम तीन बजे के करीब अबोई के पास उस समय हुई जब सशस्त्र उग्रवादियों ने असम राइफल के छह जवानों की टीम पर घात लगाकर हमला किया.

उन्होंने बताया कि हवलदार फतेह सिंह नेगी और सिपाही एच. कोनयाक शहीद हो गए जबकि चार अन्य गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

प्रतिबंधित नगा उग्रवादी संगठन एनएससीएन (के) ने 18 जून को नगालैंड में असम राइफल के गश्ती दल पर हुए हमले की ज़िम्मेदारी ली है.

एनएससीएन (के) ने भारत सरकार के साथ 14 साल का संघर्ष विराम 2015 में खत्म कर लिया था.

सिक्किम: एआर रहमान को राज्य सरकार ने अपना ब्रांड एम्बेसेडर बनाया

संगीतकार एआर रहमान. (फोटो साभार: फेसबुक)
संगीतकार एआर रहमान. (फोटो साभार: फेसबुक)

गंगटोक: सिक्किम सरकार ने जाने-माने संगीतकार एआर रहमान को अपना ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त किया है.

मुख्य सचिव एके श्रीवास्तव की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि रहमान राज्य की उपलब्धियों का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार करेंगे.

बीते दो दशक में सिक्किम विश्व प्रसिद्ध इको-टूरिज़्म स्थल के रूप में उभरा है.

अधिसूचना में बताया गया कि सिक्किम ने पूरी तरह जैविक खेती करने वाले देश के पहले राज्य के रूप में भी पहचान बनाई है.

राज्य सरकार ने इस साल की शुरुआत में रहमान को पर्यटन और कारोबार का ब्रांड एम्बेसेडर बनाया था.

असम: प्रदेश समन्वयक ने कहा, एनआरसी के मसौदे के प्रकाशन में हो सकती है देरी

गुवाहाटी: असम की बराक घाटी के तीन जिलों में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के मसौदे के प्रकाशन में विलंब हो सकता है.

उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार एनआरसी का दूसरा मसौदा 30 जून तक जारी होना है.

एनआरसी के प्रदेश समन्वयक प्रतीक हाजेला ने बीते 18 जून को बताया, ‘हम निर्धारित समय-सीमा के भीतर अपना काम पूरा करने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं, लेकिन बराक घाटी में बाढ़ की ख़राब स्थिति है और अगर बाढ़ की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो 30 जून की समय-सीमा तक काम नहीं पूरा हो पाएगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)