विभाजन और सांप्रदायिक राजनीति पर आधारित भीष्म साहनी के उपन्यास ‘तमस’ के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया अभियान की शुरुआत भाजपा के पूर्व सांसद बलबीर पुंज के एक मैसेज से हुई, जिसमें उन्होंने साहनी को वामपंथी बताते हुए दावा किया था कि तमस में सांप्रदायिक हिंसा के लिए ‘प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से’ आरएसएस को ज़िम्मेदार ठहराया गया था.
अप्रैल में यूजीसी ने निर्देश दिया था कि हर विश्वविद्यालय और उनसे संबद्ध कॉलेजों/संस्थानों में छात्रों की शिकायतों के निवारण के लिए एक लोकपाल नियुक्त करना होगा. अब सामने आया है कि देश के 1,091 विश्वविद्यालयों में से केवल 297 ने ही लोकपाल नियुक्त किए हैं.
कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों द्वारा लगातार की जा रही आत्महत्या को लेकर राजस्थान के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं माता-पिता को बताना चाहता हूं कि आप कोचिंग सेंटरों को पैसा देते हैं और वे आपके बच्चों को धमकाते और परेशान करते हैं. कोचिंग वालों को दुर्व्यवहार करने का क्या अधिकार है?
राजस्थान के कोटा में दो अलग-अलग घटनाओं में नीट की तैयारी कर रहे दो छात्रों की कथित तौर पर बीते रविवार को आत्महत्या से मौत के मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही इस साल ऐसे छात्रों की संख्या 23 हो गई है. कोटा ज़िले के अधिकारियों ने इसे देखते हुए अगले दो महीने तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के नियमित टेस्ट नहीं कराने को कहा है.
मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के एक निजी स्कूल में महिला शिक्षक के कहने पर छात्रों द्वारा एक साथी मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने का वीडियो सामने आया था. अब बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि उनकी जांच में स्कूल, विभाग के मानदंडों पर सही नहीं पाया गया है, जिसके बाद इसे सील करने का नोटिस जारी किया गया है.
श्रीनगर के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सीनियर लेक्चरर जहूर अहमद भट एक वकील भी हैं. बीते 23 अगस्त को वह अनुच्छेद 370 को कमज़ोर करने के केंद्र के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले में याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हुए थे. एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि उनके आचरण की जांच लंबित है, उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़नगर ज़िले के एक निजी स्कूल में महिला शिक्षक के निर्देश पर साथी छात्रों द्वारा एक मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने का वीडियो सामने आया था. इसके बाद शिक्षक के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़के के परिवार पर आसपास के गांव के प्रधानों के साथ-साथ किसान नेता नरेश टिकैत ‘समझौता’ करने का दबाव डाल रहे हैं.
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एक शिक्षक अपनी क्लास के बच्चों से एक मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने को कहते हुए सांप्रदायिक टिप्पणी करती नज़र आ रही हैं. घटना उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर के एक निजी स्कूल में हुई थी. इसे लेकर सोशल मीडिया पर किए गए कई प्रमुख लोगों के ट्वीट एक सरकारी आदेश द्वारा ब्लॉक कर दिए गए हैं.
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एक शिक्षक अपनी क्लास के बच्चों से एक मुस्लिम सहपाठी को थप्पड़ मारने को कहते हुए सांप्रदायिक टिप्पणी करती नज़र आ रही हैं. पुलिस ने बताया है कि वीडियो मुज़फ़्फ़रनगर के मंसूरपुर थानाक्षेत्र के पास खुब्बापुर गांव के एक निजी स्कूल का है.
राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ ज़िले के जवाहर नवोदय विद्यालय का मामला. दलित छात्र ने अपनी मौत से पहले परिजनों को बताया था कि स्कूल के दो शिक्षक पिछले कई दिनों से उसे जातिसूचक गालियां देने के साथ उसके सहपाठियों के सामने उसे अपमानित कर रहे थे. केस दर्ज करने के बाद दोनों शिक्षकों को स्कूल से निलंबित कर दिया गया है.
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के एक निजी स्कूल का मामला. छात्र के परिवार ने कहा कि उनके बेटे को प्रिंसिपल द्वारा अपमान और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. स्कूल प्रबंधन परिवार के आरोप से सहमत है. उसने स्वीकार किया कि फीस भुगतान में देरी के लिए छात्र को फर्श पर बैठाना प्रिंसिपल की ग़लती थी.
क्या बुद्धिजीवी वर्ग को पालतू बनाए रखने की सरकार की कोशिश या विश्वविद्यालयों में इंटेलिजेंस ब्यूरो को भेजने की उनकी हिमाक़त उसकी बढ़ती बदहवासी का सबूत है, या उसे यह एहसास हो गया है कि भारत एक व्यापक जनांदोलन की दहलीज़ पर बैठा है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए अतिरिक्त किताबें जारी कीं, जिनमें वे हिस्से भी शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में एनसीईआरटी द्वारा हटा दिया गया था. उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी ने ग़लत तरीके से किताबों से ज़रूरी हिस्से हटा दिए हैं, जिससे उनका इतिहास और समाज को देखने का नज़रिया बदल जाएगा.
बीते 9 अगस्त को कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष के एक छात्र की परिसर के पास लड़कों के हॉस्टल की दूसरी मंज़िल से कथित तौर पर गिरने के बाद मौत हो गई थी. कोलकाता पुलिस की प्रारंभिक जांच कहती है कि घटना से पहले छात्र को नग्नावस्था में घुमाया गया और उसका यौन उत्पीड़न किया गया था.
यदि कोई विश्वविद्यालय अपने शिक्षक के अकादमिक कार्य के साथ खड़ा नहीं हो सकता तो वह कितना भी विश्वस्तरीय होने का दावा करे, वह व्यर्थ ही है.