भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 25वीं बैठक के बाद भारत और चीन ने अपनी-अपनी प्रेस विज्ञप्ति जारी की हैं, जिनमें वास्तविक सीमा नियंत्रण के साथ-साथ शेष मुद्दों के समाधान पर दोनों ही देशों के कथनों में अंतर देखा जा सकता है.
बीते छह अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में लूट के इरादे से एक हमलावर ने 28 वर्षीय एक भारतीय छात्र पर चाकू से कई वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. पीड़ित छात्र शुभम गर्ग उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले के रहने वाले हैं. उनके पिता ने अपने बेटे पर किए गए नस्ली हमले पर चिंता जताई है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की मांग की है.
मार्च महीने में ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स में मानव विज्ञान और दक्षिण एशियाई अध्ययन के प्रोफेसर और प्रसिद्ध मानवविज्ञानी फिलिपो ओसेला को बिना कोई कारण बताए भारत में प्रवेश देने से इनकार करते हुए डिपोर्ट कर दिया गया था. उन्होंने इसके ख़िलाफ़ अदालत का रुख़ किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि केंद्र सरकार द्वारा यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों को भारतीय कॉलेजों में दाखिला न देने की बात कहने के बाद कई राज्यों से मेडिकल के अंतिम सालों के विद्यार्थी यूक्रेन लौट गए हैं और कई अन्य जाने की योजना बना रहे हैं. छात्रों का कहना है कि उनके पास करिअर बचाने का कोई और विकल्प नहीं है.
खालिस्तान के अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के ख़िलाफ़ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के भारतीय अनुरोध को ख़ारिज करते हुए इंटरपोल ने कहा कि जिस यूएपीए के तहत नोटिस जारी करने के लिए कहा गया, उस क़ानून की आलोचना अल्पसंख्यक समूहों और अधिकार कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ दुरुपयोग किए जाने को लेकर होती रही है.
विशेष: 1831 में बीगल जहाज ने अपनी यात्रा शुरू की और दुनिया का चक्कर लगाकर 1836 में इंग्लैंड वापस लौटा. इस जहाज के कप्तान रॉबर्ट फिट्ज़रॉय थे. जहाज से जुड़ा एक दिलचस्प पहलू यह भी था कि उस समय 22 वर्ष के चार्ल्स डार्विन इस यात्रा में जहाज पर रहने वाले नेचुरलिस्ट की भूमिका में थे.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में यूरोपीय संघ के देशों द्वारा लाए गए प्रस्ताव में रूस में मानवाधिकार उल्लंघनों पर निगरानी रखने के लिए एक स्वतंत्र विशेषज्ञ की नियुक्ति की बात कही गई थी.
भारतीय अप्रवासी राजनीति अब भारत के ही सूरत-ए-हाल का अक्स है. वही ध्रुवीकरण, वही सोशल मीडिया अभियान, वही राजनीतिक और आधिकारिक संरक्षण और वैसी ही हिंसा. असहमति तो दूर की बात है, एक भिन्न नज़रिये को भी बर्दाश्त नहीं किया जा रहा है.
साल 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए जेल में बंद बेलारूस के अधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालियात्स्की, रूसी मानवाधिकार संगठन ‘मेमोरियल’ और यूक्रेन के संगठन ‘सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज़’ को संयुक्त रूप से चुना गया है.
मानवाधिकार समूहों का आरोप है कि जिनजियांग क्षेत्र में चीन ने 10 लाख से अधिक उइगरों को उनकी इच्छा के विरुद्ध कथित ‘पुनर्शिक्षा शिविरों’ में हिरासत में रखा है. चीन ने आरोपों का खंडन करता रहा है.
नोबेल पुरस्कार समिति ने कहा कि 82 वर्षीय एनी एरनॉक्स लगातार और विभिन्न एंगलों से लिंग, भाषा और वर्ग के संबंध में मजबूत असमानताओं द्वारा चिह्नित जीवन की पड़ताल कर रही हैं. वह साहित्य का नोबेल जीतने वाली पहली फ्रांसीसी महिला हैं.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने श्रीलंका में सुलह, जवाबदेही और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव को स्वीकार किया. इस प्रस्ताव में महत्वपूर्ण यह है कि इसमें श्रीलंका के मौजूदा आर्थिक संकट की जांच करने और ज़िम्मेदार लोगों पर मुक़दमा चलाने की मांग की गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि हरियाणा की मेडन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा बनाई गईं खांसी की चार दवाओं में डायथिलिन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल नामक पदार्थ पाए हैं, जो मनुष्यों के लिए ज़हरीले माने जाते हैं.
पुलिस के मुताबिक़, हमलावर एक पूर्व पुलिसकर्मी है जिसे बीते वर्ष ड्रग्स के आरोप में पद से बर्ख़ास्त किया गया था. चाइल्ड केयर सेंटर में ख़ून-ख़राबा करने के बाद वह कार से सड़क पर गोलीबारी करता हुआ अपने घर पहुंचा, जहां अपनी पत्नी-बच्चे की हत्या करके आत्महत्या कर ली.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,46,01,934 है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 5,28,733 है. विश्व में संक्रमण के 61.92 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 65.50 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.