मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सामने बीते 17 जून को उस समय राजनीतिक संकट खड़ा हो गया था, जब छह विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया था, जबकि भाजपा के तीन विधायक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
असम के भाजपा विधायक शिलादित्य देव पर आरोप है कि राम मंदिर के शिलान्यास के दिन सोनितपुर ज़िले में हुए सांप्रदायिक संघर्ष पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कवि और उपन्यासकार सैयद अब्दुल मलिक को ‘बुद्धिजीवी जेहादी’ कहा था.
रोहित चंदा नामक व्यक्ति ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में सिलचर स्थित असम विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर अनिंद्य सेन के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है. चंदा के फेसबुक पेज के अनुसार, वे एबीवीपी कार्यकर्ता हैं.
सीएए विरोधी प्रदर्शनों के मामले में दिसंबर 2019 में गिरफ़्तार कृषक मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई गुवाहाटी जेल में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद से अस्पताल में हैं. गोगोई के वकील ने कहा है कि वे ज़मानत के लिए हाईकोर्ट का रुख करेंगे.
2017 में सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला के साथ एक राजनीतिक दल बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक कार्यकर्ता ऐरेंद्रो लेचोंबम मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के आलोचक रहे हैं. इससे पहले उन्हें मई 2018 में फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट करने के कारण गिरफ़्तार किया गया था.
इस महीने की शुरुआत में मणिपुर में नारकोटिक्स एंड अफेयर्स ऑफ बॉर्डर ब्यूरो की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक थोउनाओजम बृंदा ने कहा था कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और राज्य में भाजपा के एक शीर्ष नेता द्वारा उन पर ड्रग्स तस्करी में गिरफ़्तार शख़्स पर लगे आरोप हटाने का दबाव डाला गया था.
बीते साल हुए सीएए विरोधी प्रदर्शनों के मामले में गिरफ़्तार हुए कृषक मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई गुवाहाटी जेल में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. मंगलवार को केएमएसएस ने उनकी रिहाई और सीएए को वापस लेने के लिए पूरे असम में प्रदर्शन किया है.
मामला कोकराझार ज़िले का है. लॉकडाउन के दौरान गुजरात लौटे एक मज़दूर ने आर्थिक तंगी और काम न मिलने से परेशान होकर अपनी 15 दिन की बच्ची को 45 हज़ार रुपये में बेच दिया. पुलिस ने मज़दूर और बच्ची खरीदने वाली महिलाओं को गिरफ़्तार कर लिया है.
बीते दिनों मणिपुर में नारकोटिक्स एंड अफेयर्स ऑफ बॉर्डर ब्यूरो की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक थोउनाओजम बृंदा ने कहा था कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और राज्य में भाजपा के एक शीर्ष नेता द्वारा उन पर ड्रग्स तस्करी में गिरफ़्तार शख़्स पर लगे आरोप हटाने का दबाव डाला गया था.
असम में अब तक बाढ़ और भूस्खलन से 115 लोगों की जान जा चुकी है. एएसडीएमए ने कहा कि इस समय राज्य में 2,525 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में एक लाख हेक्टेयर से ज़्यादा ज़मीन पर खड़ी फसल बर्बाद हो गई है.
असम के तिनसुकिया ज़िले के बाघजान गांव में 27 मई को ऑयल इंडिया लिमिटेड के एक तेल के कुएं में हुए ब्लोआउट के बाद इससे अनियंत्रित तरीके से गैस रिसाव शुरू हुआ था. इसमें नौ जून को आग लग गई थी, जिस पर अब तक क़ाबू नहीं पाया जा सका है.
वीडियो: असम में बाढ़ का कहर जारी है. इस मुद्दे पर पर्यावरण पत्रकार मुबीना अख़्तर और डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर कौस्तुभ डेका से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
मामला असम के करीमगंज ज़िले का है. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और मामले में अब तक किसी की गिरफ़्तारी भी नहीं हुई है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि 18 ज़िलों में 521 राहत शिविरों संचालन किया जा रहा है, जहां 50,559 लोगों ने शरण ली है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से हालात का जायज़ा लिया.
मामला कामरूप ज़िले के एक कोविड केयर सेंटर का है, जहां रह रहे मरीज़ों का आरोप है कि उन्हें सेंटर में उचित खाना-पीना नहीं दिया जा रहा, बिस्तरों की हालत भी ठीक नहीं है, साथ ही 10-12 मरीज़ों को एक ही कमरे में रखा गया है.