पालघर के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल, 2020 को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. मामले में कुल 201 लोग गिरफ़्तार किए गए थे, जिनमें से 75 मुख्य आरोपी जेल में हैं.
यह घटना मदुरई के सेंट मैरी चर्च जंक्शनके पास हुई, जब रविवार को कुछ कार सवार हमलावरों ने वहां टहल रहे दो लोगों पर हमला किया. इनमें से एक व्यक्ति बचकर भागने में कामयाब रहा जबकि दूसरे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस के अनुसार मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
घटना रविवार को बादलपुर थाना क्षेत्र में हुई. आरोप है कि कैब ड्राइवर का काम करने वाले आफ़ताब आलम एक व्यक्ति को बुलंदशहर छोड़कर वापस आ रहे थे, जब उनकी कैब में सवार हुए कुछ लोगों ने उनसे जबरन जय श्रीराम बोलने को कहा और ऐसा न करने पर उनकी हत्या कर दी.
घटना जम्मू कश्मीर के रियासी ज़िले के गरी गब्बर गांव की है. पीड़ित शख़्स के खेतों में कुछ गाये भटककर आ गई थीं और खेत को नुकसान पहुंचाया था. आरोप है कि गायों को खेत से भगाने के दौरान एक गाय को चोटिल हो गई थी, जिसके बाद भीड़ ने शख्स की पिटाई की.
मामला गुड़गांव का है, जहां मीट की सप्लाई करने वाले मेवात के एक युवक को गोमांस ले जाने के संदेह में आठ-दस युवकों ने बुरी तरह से पीटा. घटना के वायरल वीडियो में पुलिस भी घटनास्थल पर मौजूद दिख रही है.
मामला बाहरी दिल्ली के नरेला का है. पुलिस के अनुसार, दोनों गार्ड शनिवार को रात की ड्यूटी पर थे तभी एक निजी कंपनी के परिसर में लाठी-डंडों से उन्हें पीटा गया. उनकी चीख सुनकर अन्य गार्ड मौके पर पहुंचे, लेकिन हमलावर फ़रार हो गए थे.
महाराष्ट्र के पालघर मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस ने तीन प्राथमिकियां दर्ज की हैं. दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के पहले मामले में अदालत ने सात में से छह आरोपियों को 19 मई तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया, वहीं एक किशोर आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के पास भेजा गया.
वीडियो: महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं सहित तीन लोगों की चोरी की अफवाह में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस का कहना है कि गांव वालों ने तीनों पीड़ितों को चोर समझ लिया था. इस मुद्दे पर द वायर की सीनियर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद से चर्चा की.
घटना हज़ारीबाग ज़िले में हुई, जहां रामगढ़ के पतरातू के रहने वाले 25 साल के जाबिर अंसारी को चोरी के इल्ज़ाम में उग्र भीड़ ने बेरहमी से पीटा. पीड़ित के परिजनों ने उनकी मुस्लिम पहचान के चलते पीटे जाने का आरोप लगाया है.
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देखमुख ने कहा कि पालघर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किए गए 101 लोगों में से कोई भी मुस्लिम नहीं है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना के बाद साम्प्रदायिक राजनीति की जा रही है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि वे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें जो पालघर जिले में भीड़ हत्या के मामले को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं.
मामला महाराष्ट्र के पालघर जिले का है. महाराष्ट्र पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी पालघर जिले के विक्रमगढ़ तालुका के स्थानीय आदिवासी हैं. मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने दावा किया कि गांव वालों ने तीनों पीड़ितों को चोर समझ लिया था.
यह घटना गुरुवार रात को पालघर के कासा पुलिस थाना इलाके में हुई. इस संबंध में 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
यह घटना चेन्नई के पास विल्लुपुरम की है, जहां शौच जा रहे एक युवक को भीड़ द्वारा बुरी तरह पीटा गया. घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने तीन महिलाओं और चार पुरूषों सहित सात लोगों को गिरफ़्तार किया है.
धार ज़िले के मनावर क्षेत्र में मज़दूरों से अपनी रकम वापस लेने आए इंदौर के सात किसानों पर भीड़ ने पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि छह गंभीर रूप से घायल हो गए. हमले का मुख्य आरोपी स्थानीय भाजपा नेता को बताया जा रहा है.