मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले का मामला. सभी प्रभावित लोगों ने शुक्रवार और शनिवार को देसी शराब का सेवन किया था. शराब पीने के कुछ ही घंटों बाद उन्हें जी मिचलाने, पेट दर्द, चक्कर आने, सांस लेने में तकलीफ़ और दृष्टि कम होने की शिकायत होने लगी. इनमें से दो ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया.
गुजरात के अहमदाबाद ज़िले का मामला. ज़िले के ढोलका का रहने वाला परिवार एक साल पहले बेटी के प्रेम विवाह कर लेने से नाराज़ था. उन्होंने अपनी बेटी से नाता तोड़ लिया था. दोनों परिवार दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. आरोप है कि बेटी के ससुरालवाले मामले का सुलझाने के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव बना रहे थे.
उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले का मामला. हरगांव थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव में बीते 18 अगस्त को यह घटना हुई. मृतकों की पहचान अब्बास और उनकी पत्नी कमरुल निशा के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि अब्बास का बेटा शौकत पड़ोस के हिंदू परिवार की बेटी के साथ कुछ साल पहले भाग गया था, जिसके कारण दोनों परिवारों के बीच विवाद चल रहा था.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले का मामला. अनुज चौधरी असमौली ब्लॉक पंचायत चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार थे, उन्हें संतोष देवी से हार का सामना करना पड़ा था. देवी ने भाजपा का टिकट पाने में असफल होने के बाद निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था. बाद में देवी को भाजपा ने समर्थन दे दिया था. पुलिस ने कहा कि हत्या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण की गई.
पुलिस ने बताया कि 22 वर्षीय युवती ने पिछले साल दिसंबर में दूसरी जाति के युवक से शादी कर ली थी, जिससे उनके परिजन नाराज़ थे. पुलिस ने युवती के माता-पिता, भाई और उसकी पत्नी के ख़िलाफ़ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. हत्या में भाई की पत्नी की भूमिका की जांच की जा रही है.
पुलिस ने बताया कि घटना बिहार के अररिया ज़िले के रानीगंज थाना क्षेत्र के प्रेमनगर गांव में हुई. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घटना का कारण मृतक का अपने पड़ोसी के साथ पुरानी रंज़िश बताई जा रही है. दैनिक जागरण ने पत्रकार को अररिया का संवाद सूत्र बताया है.
बीते 17 अगस्त को असम के दरांग और तामुलपुर ज़िलों में चोरी के संदह में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. मृतकों की पहचान 45 वर्षीय मजीबुल हक़ और 27 वर्षीय बिनोद ब्रह्मा के रूप में हुई. इससे पहले बीते 12 अगस्त और 24 जुलाई को होजई और मोरीगांव ज़िलों में भी ऐसी घटनाएं हुई थीं.
चित्रकूट पुलिस ने पिछले पांच महीनों में 16 वर्षीय छात्रा के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में तीन कॉलेज शिक्षकों और उसके चचेरे भाई को गिरफ़्तार किया है. छात्रा ने कॉलेज के प्रिंसिपल और शिक्षकों सहित कुछ और लोगों के ख़िलाफ़ बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
मेरठ ज़िले का मामला. पुलिस ने बताया है कि एक 17 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार, उसे नग्न घुमाने और मारपीट के मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया है. बताया गया कि अप्रैल में हुई उक्त घटना का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आया.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में 2021 में अनुसूचित जाति (एससी) समूहों के लोगों के ख़िलाफ़ अपराध दर सबसे अधिक थी. 2021 में देश में अनुसूचित जाति के ख़िलाफ़ अपराध की 50,900 घटनाएं हुईं. मध्य प्रदेश में यह संख्या 7,214 थी.
उत्तर प्रदेश के आगरा का मामला है. सोशल मीडिया में वायरल 30 सेकंड के वीडियो में आरोपी, घायल व्यक्ति के सिर पर लात मारते हुए भी दिखाई दे रहा है, जो ज़मीन पर बेहोश पड़ा हुआ है. आरोपी और अन्य लोग घायल व्यक्ति को गाली देते हुए भी सुनाई दे रहे हैं.
बीते 15 जुलाई को राजस्थान के जोधपुर स्थित जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय परिसर में 17 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार काम मामला सामने आया था. तीन आरोपियों के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सदस्य होने के पुलिस के आरोप का भाजपा नेताओं ने खंडन किया है.
हज़ारीबाग़ के बरही थाने का मामला. चोरी के आरोपी 25 वर्षीय व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि उसकी मौत आत्महत्या से हुई, जबकि परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि यह 'हिरासत में यातना' का मामला है जिसके कारण मौत हुई.
मध्य प्रदेश के दतिया ज़िले का मामला. पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद भाजपा नेता के बेटे को गिरफ़्तार कर लिया, जबकि तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. बलात्कार की घटना के बाद एक बहन ने आत्महत्या की कोशिश की, उसका इलाज झांसी के एक अस्पताल में चल रहा है.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की प्रोफेसर तेजस्विनी देसाई को कक्षा में चर्चा के दौरान ‘बलात्कार के आरोपी किसी भी धर्म या समुदाय के हो सकते हैं’ कहने पर संस्थान द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई के रूप में 14 दिनों की जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है.