मऊगंज ज़िले में एक मंदिर के पास एक कथित अतिक्रमण को गिराने के लिए भाजपा विधायक प्रदीप पटेल अपने समर्थकों के साथ बुलडोज़र लेकर पहुंचे थे, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद उन्होंने कहा कि वे रिहा होते ही 500 लोगों को साथ लेकर सीधे दीवार गिराने जाएंगे.
जिस भी समाज में धर्मभीरुता बढ़ जाती है, उससे अपने धर्म के उदात्त मूल्यों की हिफाजत संभव नहीं हो पाती. पहले वह बर्बरता, बीमारी व असामाजिकता के सन्निपातों, फिर अनेक असली-नकली असुरक्षाओं से पीड़ित होने लग जाता है.
मुसलमानों पर हिंसा करने वाले हिंदू कम हो सकते हैं. लेकिन एक सच यह भी है कि हिंदुओं में बहुलांश को मुसलमानों पर हिंसा से फ़र्क नहीं पड़ता.
घटना मंडला ज़िले की है. पुलिस के मुताबिक, स्थानीय सरकारी पशु चिकित्सक ने पुष्टि की है कि ज़ब्त किया गया मांस गोमांस ही है. डीएनए की जांच के लिए मांस के नमूने हैदराबाद भेजे गए हैं.
हाउसिंग एंड लैंड राइट्स नेटवर्क (एचएलआरएन) द्वारा जारी रिपोर्ट में पाया गया है कि 2022 और 2023 में अदालत के आदेशों के कारण लगभग 3 लाख लोगों को बेदखल किया गया. 2022 में अदालती आदेशों के चलते 33,360 से अधिक लोगों को बेदखल करना पड़ा, जबकि 2023 में यह आंकड़ा लगभग 2.6 लाख तक पहुंच गया.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
अहमदाबाद के चांदलोदिया में 93 परिवारों द्वारा टाउन प्लानिंग योजना के तहत एक सार्वजनिक सड़क के निर्माण के लिए मंदिर ध्वस्तीकरण के ख़िलाफ़ दायर याचिका की सुनते हुए गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि इस तरह लोग भावनात्मक रूप से सभी को ब्लैकमेल करते हैं. भारत में मंदिर निर्माण सार्वजनिक भूमि पर क़ब्ज़े का एक और तरीका है.
बीते दिनों नई दिल्ली नगर निगम ने यातायात व्यवस्था का हवाला देते हुए सुनहरी मस्जिद को हटाने को लेकर एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया था. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस ने इसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संरचना बताते हुए कहा है कि हाल के दिनों में हमारी मध्ययुगीन वास्तुकला विरासत को नष्ट करने के लगातार प्रयास हो रहे हैं.
नई दिल्ली नगर निगम ने सुनहरी मस्जिद को हटाने को लेकर एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया है और यातायात व्यवस्था का हवाला देते हुए मस्जिद को हटाने के प्रस्ताव पर जनता से राय मांगी जा रही है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने इस पर आपत्ति जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है.
मोहन यादव के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने पार्टी के एक कार्यकर्ता पर हमला करने के आरोपी तीन लोगों के घरों को ध्वस्त कर दिया है. यह कार्रवाई उस घोषणा के एक दिन बाद की गई है, जब मुख्यमंत्री ने धार्मिक समारोहों और सार्वजनिक स्थानों पर निर्धारित सीमा से अधिक ध्वनि में लाउडस्पीकर/डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
वीडियो: भारतीय जनता पार्टी के ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान’ के नारे से बिल्कुल उलट बीते मंगलवार (21 नवंबर) को दिल्ली के मथुरा रोड पर निज़ामुद्दीन दरगाह के पास अतिक्रमण विरोधी अभियान के कारण ठंड के दिनों में सैकड़ों लोग बेघर हो गए. उन्हें अपने घर ख़ाली करने के लिए केवल तीन दिन का समय दिया गया था.
वीडियो: मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर के पास मुस्लिम बहुल नई बस्ती में बीते दिनों प्रशासन ने 90 के क़रीब घर ध्वस्त किए हैं. पीड़ित रहवासियों का कहना है कि उनके परिवार एक सदी से अधिक समय से वहां रहते आए हैं पर कुछ महीने पहले रेलवे ने उनके घरों को 'अतिक्रमण' बताते हुए नोटिस दिया.
उज्जैन ज़िला प्रशासन ने 'बाबा महाकाल सवारी' का हिस्सा रहे भक्तों पर पानी थूकने के आरोप में तीन लोगों के ख़िलाफ़ ये कार्रवाई की है. आरोपियों में दो नाबालिग हैं. एक आरोपी जेल और बाकी दोनों को नाबालिग पुनर्वास केंद्र में रखा गया है.
जाति, धर्म, पैसे व पहुंच के आधार पर बरते जा रहे भेदभाव नागरिकों के एक समूह को निरंतर अमर्यादित शक्ति से संपन्न और उद्दंड बनाते जा रहे हैं, जबकि दूसरे विशाल समुदाय को लगातार निर्बल, असमर्थ और सब कुछ सहने को अभिशप्त. यह दूसरा समुदाय बार-बार सरकारें बदलकर भी अपनी नियति नहीं बदल पा रहा है.
शुक्ला और त्यागी के ख़िलाफ़ बुलडोज़र की मांग करने के पहले यह सोच लेना चाहिए कि यह मुसलमानों के ख़िलाफ़ फ़ौरी कार्रवाई का औचित्य बन जाएगा. अब खुलकर बुलडोज़र का इस्तेमाल होगा. सरकारें यह करके कह सकेंगी कि वे कोई भेदभाव नहीं करतीं.