प्रभुत्ववान जातियों द्वारा मछुआरी औरतों का शारीरिक शोषण एक सामान्य घटना थी. भले वे ब्राह्मण हों, यादव या कोई और, पुरुषों की जाति और धन की शक्ति सुनिश्चित करती थी कि शोषित औरतें उत्पीड़न को उजागर न करें.
मुंबई के एक शख़्स ने उसके द्वारा एक महिला को लिखे आपत्तिजनक ईमेल के ख़िलाफ़ दर्ज मामले को ख़ारिज करने की अपील की थी. बॉम्बे हाईकोर्ट ने इससे इनकार करते हुए कहा कि ईमेल या सोशल मीडिया पर महिला के बारे में अपमानजनक शब्द लिखना अपराध की श्रेणी में आता है.
हैदराबाद पुलिस ने शहर में बिजली कटौती की शिकायत करने वाली एक महिला को बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर धमकाने की पोस्ट लिखने को लेकर एक स्वतंत्र पत्रकार पर मामला दर्ज किया है.
इस वर्ष अब तक राष्ट्रीय महिला आयोग 12,648 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से सबसे अधिक 6,492 उत्तर प्रदेश से हैं. इसके बाद दिल्ली और महाराष्ट्र दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं.
कॉमेडियन नलिन यादव को मुनव्वर फ़ारूक़ी और पांच अन्य लोगों के साथ साल 2021 में इंदौर में एक शो आयोजित करने और कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं का 'अपमान' कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.
झारखंड के गढ़वा ज़िले का मामला. बताया गया है कि एक 60 वर्षीय एक व्यक्ति अपने मवेशियों के साथ बंशीधर नगर उंटारी जा रहा था, जब तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने उन्हें रोका और गो तस्करी का आरोप लगाते हुए निर्वस्त्र कर अपनी मोटरसाइकिल से बांध दिया.
यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम ने बताया है कि जनवरी में ईसाइयों के ख़िलाफ़ हिंसा की 70 घटनाएं देखी गईं, इसके बाद फरवरी के 29 दिनों में 62 और मार्च के 15 दिनों में 29 ऐसी घटनाएं हुईं.
केंद्र सरकार ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक कुमार परमार ने अन्य उल्लंघनों के अलावा ‘सरकार के खिलाफ’ सार्वजनिक शिकायतें और अन्य सामग्री सोशल मीडिया पर पोस्ट करके सिविल सेवा नियमों का उल्लंघन किया है.
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 16,109 शिकायतें दर्ज की गईं. इसके बाद दिल्ली को 2,411, महाराष्ट्र को 1,343 शिकायतें मिलीं. सबसे ज़्यादा शिकायतें गरिमा के अधिकार श्रेणी में प्राप्त हुईं, जिसमें घरेलू हिंसा के अलावा अन्य उत्पीड़न शामिल हैं. इनकी संख्या 8,540 थी.
हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया की शिकायत पर पुलिस ने ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की एक प्रोफेसर के ख़िलाफ़ क्लास में एक डेटिंग ऐप पर छात्राओं की डेटिंग प्रोफाइल दिखाकर उनकी ‘गरिमा को ठेस पहुंचाने’ के आरोप में एफआईआर दर्ज की है.
मामला कौशांबी ज़िले का है, जहां पिछले साल एक 20 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार के आरोप में उनके पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति को गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया था. कुछ दिन पहले ज़मानत पर छूटा आरोपी और उसका भाई पीड़िता व उनके परिजनों पर शिकायत वापस लेने और समझौता करने का दबाव बना रहे थे.
उत्तर प्रदेश के चर्चित उन्नाव बलात्कार मामले की सर्वाइवर ने पुलिस में अपनी मां, छोटी बहन, चाचा और एक अन्य के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने सरकार और विभिन्न एनजीओ से उन्हें मिले पैसे हड़प लिए हैं और दिल्ली में सरकार द्वारा दिए गए घर से उन्हें बाहर निकाल दिया है.
2018 में उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी, जिसके लिए दो पुलिसकर्मियों- अशोक सिंह भदौरिया और कामता प्रसाद को दोषी ठहराते हुए साल 2020 में दिल्ली की तीस हज़ारी अदालत ने दस साल क़ैद की सज़ा सुनाई थी.
जेएनयू के प्रोफेसर राजीव कुमार का आरोप है कि फरवरी 2020 में पूर्व वीसी जगदीश कुमार के कार्यकाल में उनके ख़िलाफ़ शुरू की गई जांच उनके द्वारा साल 2006 में आईआईटी-जेईई परीक्षा के संचालन में उजागर की गई गड़बड़ियों का प्रतिशोध थी. जगदीश कुमार 2006-2008 के बीच आईआईटी के एडमिशन बोर्ड के सदस्य थे.
राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ ज़िले के जवाहर नवोदय विद्यालय का मामला. दलित छात्र ने अपनी मौत से पहले परिजनों को बताया था कि स्कूल के दो शिक्षक पिछले कई दिनों से उसे जातिसूचक गालियां देने के साथ उसके सहपाठियों के सामने उसे अपमानित कर रहे थे. केस दर्ज करने के बाद दोनों शिक्षकों को स्कूल से निलंबित कर दिया गया है.