राजस्थान सरकार ने कई मसालों के नमूनों की जांच की थी और पाया गया कि एवरेस्ट मसाला मिश्रण का एक बैच और एमडीएच के दो मसाले असुरक्षित हैं. ये दोनों ब्रांड वैश्विक स्तर पर भी जांच का सामना कर रहे हैं.
जैसे सभ्यता का दूसरा पहलू बर्बरता का है, वैसे ही जनतंत्र का दूसरा पहलू तानाशाही है. जनतंत्र की तानाशाही इसलिए भी ख़तरनाक है कि उसे खुद जनता लाती है. वह लोकप्रिय मत के सहारे सत्ता हासिल करती है. कविता में जनतंत्र स्तंभ की 32वीं क़िस्त.
कनाडा में सांसदों और सीनेटरों के समूह की रिपोर्ट कहती है कि भारत रूस की जगह लेते हुए वहां की लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए दूसरे सबसे महत्वपूर्ण विदेशी ख़तरे के रूप में उभरा है. उनका आरोप है कि भारत की दख़ल की कोशिशें कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों का मुकाबला करने से कहीं आगे जा रही हैं.
कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: भारत के साधारण वर्ग के नागरिक संवैधानिक अधिकार और पात्रता रखते हुए चुनाव नहीं लड़ सकते. हमने जो व्यवस्था बना ली है वह भारत की साधारणता को लोकतंत्र में कोई निर्णायक भूमिका निभाने से रोक रही है.
यूपी: दलित मार्च में भाग लेने पर जेल भेजे गए फ्रांसीसी निर्देशक साल भर की यातना के बाद अपने देश लौटे
फ्रांसीसी फिल्म निर्देशक वैलेंटिन हेनॉ पिछले साल तब गिरफ़्तार कर लिए गए थे, जब वह गोरखपुर में आयोजित 'आंबेडकर जन मार्च' में शामिल हुए थे. वे दलित महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों पर केंद्रित एक फिल्म पर काम करने के लिए भारत आए थे.
फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव शैलेश कुमार पाठक ने भारतीय उद्योग जगत की सरकार से अपेक्षाओं के संबंध में चर्चा करते हुए कहा है जून में सत्ता में आने वाली केंद्र सरकार को कारोबार करने की लागत को कम करने के साथ-साथ व्यवसाय करने को आसान बनाने और रोज़गार सृजन को प्रोत्साहित करने पर ध्यान देना चाहिए.
महात्मा गांधी ने हमें प्रेम की ताक़त सिखाई थी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने दिखा दिया है कि नफ़रत कितनी प्रबल होती है.
कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: अगर हम मनुष्य हैं, भारतीय लोकतंत्र के नागरिक हैं और अपने राष्ट्रीय आप्तवाक्य ‘सत्यमेव जयते’ पर विश्वास करते हैं, अगर अब लग रहा है कि संविधान और उसके बुनियादी मूल्यों स्वतंत्रता-समता-न्याय-बंधुता को बचाना है तो हम चुपचाप नहीं रहें.
नागार्जुन की कविता ‘तेरी खोपड़ी के अंदर’ स्वतंत्रता के बाद विकसित हुए भारतीय जीवन पर एक फटकार है. कविता में जनतंत्र स्तंभ की सोलहवीं क़िस्त.
कुंवर नारायण की कविता राम को सकुशल सपत्नीक वन में लौट जाने की सलाह देती है. लेकिन हमारे काव्यों ने तो उन्हें वहां से निकालकर युद्धक्षेत्र में भेज दिया था! आज फिर एक युद्ध चल रहा है और राम एक पक्ष के हथियार बना दिए गए हैं. कविता में जनतंत्र स्तंभ की तेरहवीं क़िस्त.
लोकप्रिय भारतीय मसाला ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के उत्पाद लगातार सवालों के घेरे में हैं. हांगकांग और सिंगापुर के खाद्य सुरक्षा विभाग ने इनके कुछ मसालों की खरीद-बिक्री रोकने के लिए कहा था. इन मामलों के सामने आने के बाद यूएस एफडीए ने भी दोनों कंपनियों के मसालों की जांच शुरू कर दी है.
भारतीय नागरिक के रूप में पहचाने गए 22 वर्षीय अमरदीप सिंह पर हत्या और हत्या की साज़िश रचने का आरोप लगाया गया है. इससे पहले जांचकर्ताओं ने बीते 3 मई को भी तीन भारतीय नागरिकों की गिरफ़्तारी दर्शाई थी.
जनतंत्र मात्र वोट से नहीं चलता. वह संस्थानों, शक्तियों के विभाजन और उनकी निगरानी और उन पर नियंत्रण से ही चल सकता है. लेकिन इतिहास हमें बतलाता है कि कई बार स्वायत्त संस्थान अपनी स्वायत्तता सरकार के हवाले कर देते हैं.
कविता में जनतंत्र स्तंभ की दसवीं क़िस्त.
अमेरिकियों के बीच सबसे लोकप्रिय विदेशी राजनेता की पहचान करने के लिए मार्च 2024 में एक सर्वे किया गया था. सर्वे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26वें स्थान पर थे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दोनों ही मोदी से ऊपर थे.
चेक गणराज्य की सर्वोच्च अदालत ने खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कथित साज़िश रचने के लिए अमेरिका द्वारा दोषी ठहराए गए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण को यह कहते हुए रोक लगा दी कि इस कार्रवाई में देरी होने पर जनहित को कोई ख़ास नुकसान नहीं होने वाला है.