इंदौर के पटेल नगर का बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर क़रीब 50 फीट गहरे पुराने कुएं को ढककर बना था. रामनवमी की पूजा के दौरान पटियों का बना फर्श ढह गया. ख़बरों में सामने आया है कि नगर निगम ने इसे लेकर चेताया था, लेकिन भावनाएं आहत करने का आरोप लगने के बाद उसने कोई कार्रवाई नहीं की.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भारत को 'हिंदू राष्ट्र' घोषित करने संबंधी मांग के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब भारत का विभाजन हुआ तो इसी मुद्दे (धर्म) पर हुआ था, जिसके बाद पाकिस्तान बना और बचा हुआ देश 'हिंदू राष्ट्र' है.
मध्य प्रदेश के इंदौर ज़िले की महू तहसील का मामला. पुलिस के अनुसार, बीते 15 मार्च को एक युवती की मौत के बाद उनके रिश्तेदारों और जय आदिवासी युवा संगठन के सदस्यों ने रात में बड़गोंडा पुलिस स्टेशन के तहत डोंगरगांव पुलिस चौकी का घेराव किया. इस दौरान भीड़ हिंसक हो गई और पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की मौत हो गई.
बीते 17 मार्च को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में रैपर एमसी स्टेन का शो शुरू होने के बाद करणी सेना के 10-15 लोग स्टेज पर चढ़ गए. हाथ में माइक लेकर पहले तो उन्होंने जय-जय सियाराम के नारे लगाए. फिर स्टेन के गानों में गाली-गलौज का आरोप लगाया. विरोध के बाद रैपर को शो छोड़कर जाना पड़ा.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. एक हिंदू महिला अपने दोस्तों के साथ एक फ्लैट में अपना जन्मदिन मना रही थी, जब कथित तौर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यहां धावा बोल दिया. कार्यकर्ता मुस्लिम युवकों को पीटने के बाद उन्हें थाने ले गई, जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
मामला इंदौर के शासकीय नवीन विधि विश्वविद्यालय का है. दिसंबर 2022 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरोप लगाया था कि क़ानून के विद्यार्थियों को पढ़ाई जा रही एक किताब में हिंदू समुदाय और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं, जिसके बाद कॉलेज प्रिंसिपल, किताब की लेखक और प्रकाशक के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया था.
हाल ही में केंद्र सरकार ने अमेरिकी सिख व्यवसायी दर्शन सिंह धालीवाल को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया है. किसान आंदोलन के दौरान लंगर चलाने के चलते अक्टूबर 2021 में धालीवाल को सरकार ने भारत में प्रवेश करने से रोक दिया था और दिल्ली हवाई अड्डे से निर्वासित कर दिया था.
आज के भारत में ख़ासकर हिंदुओं के लिए ज़रूरी है कि वे ग़ैर हिंदुओं के धर्म, ग्रंथों, व्यक्तित्वों, उनके धार्मिक आचार-व्यवहार को जानें. मुसलमान, ईसाई, सिख या आदिवासी तो हिंदू धर्म के बारे में काफ़ी कुछ जानते हैं लेकिन हिंदू प्रायः इस मामले में सिफ़र होते हैं. बहुत से लोग मोहर्रम पर भी मुबारकबाद दे डालते हैं. ईस्टर और बड़ा दिन में क्या अंतर है? आदिवासी विश्वासों के बारे में तो हमें कुछ नहीं मालूम.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि क़ानून के विद्यार्थियों को पढ़ाई जा रही इस किताब में हिंदू समुदाय और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ख़िलाफ़ बेहद आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं, जिनसे धार्मिक कट्टरता को बल मिलता है. एफ़आईआर किताब की लेखक डॉ. फ़रहत ख़ान, प्रकाशक अमर लॉ पब्लिकेशन, प्रिंसिपल डॉ. इनामुर्रहमान और संस्थान के प्रोफेसर मिर्ज़ा मोजिज बेग के ख़िलाफ़ दर्ज की गई है.
मामला इंदौर के शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय का है. एबीवीपी ने हंगामा करते हुए दावा किया था कि महाविद्यालय में कुछ शिक्षक विद्यार्थियों के बीच कट्टरता, लव जिहाद और देश के संबंध में नकारात्मक बातों को बढ़ावा दे रहे हैं. इसके बाद कॉलेज द्वारा अस्थायी तौर पर हटाए गए छह अध्यापकों में से चार मुस्लिम हैं.
इंदौर की एक अदालत ने साल 2009 में एक चालीस वर्षीय व्यक्ति को चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई थी. दोषी ने इसके ख़िलाफ़ हाईकोर्ट का रुख़ किया था, जिसने उनके कृत्य को 'दानवीय' बताया और सज़ा की अवधि घटाकर बीस वर्ष कर दी.
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर के महापौर रहते के दौरान नगर निगम द्वारा अपात्रों, काल्पनिक नाम वाले लोगों और मृतकों तक को पेंशन का बेजा लाभ दिए जाने से सरकारी ख़जाने को 33 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
प्रदेश में स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा चलाए जा रहे बुलडोज़र अभियानों के ख़िलाफ़ मुखर कार्यकर्ता जै़द पठान को खरगोन में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत गिरफ़्तार किया गया है. उन पर समुदायों के बीच नफ़रत फैलाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने और सोशल मीडिया मंचों पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप लगाए गए हैं.
उदयपुर हत्याकांड के विरोध में मध्य प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत अन्य दक्षिणपंथी समूहों ने प्रदर्शन किए, जिनमें मुसलमानों के ख़िलाफ़ न सिर्फ भड़काऊ नारे लगाए गए बल्कि उनके ख़िलाफ़ हिंसा का भी आह्वान किया गया.
मामला इंदौर के विजयनगर थाने का है. एमकॉम के एक छात्र का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी डीज़ल की अवैध बिक्री के संदेह में उन्हें थाने ले गए और थाना प्रभारी के कक्ष में प्लास्टिक के पाइप से घंटों तक पीटा. छात्र के पिता का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने बेटे को छोड़ने के बदले उनसे 50 हज़ार रुपये मांगे और बाद में तीस हज़ार रुपये लेकर छोड़ा.