जम्मू-कश्मीर: एलजी की शक्तियां बढ़ाई गईं, अब ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए भी मंज़ूरी ज़रूरी

केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ा दी हैं, जिसके बाद अब अब पुलिस, आईएएस और आईपीएस जैसे अधिकारियों की नियुक्ति और तबादले के लिए एलजी की अनुमति लेनी होगी. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसकी आलोचना की है.

जम्मू-कश्मीर: अधिकारियों के ख़िलाफ़ झूठी शिकायतों को लेकर मीडिया पर कार्रवाई के निर्देश का विरोध

जम्मू कश्मीर के स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि अगर मीडिया अधिकारियों के खिलाफ 'झूठी शिकायतें' प्रकाशित करेगा तो उसे विज्ञापन देना बंद कर दिया जाएगा. इसके अलावा इसमें शामिल पत्रकार की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.

जम्मू-कश्मीर: राजनीतिक प्रभावशाली पहाड़ियों के लिए आरक्षण बढ़ाया, ओबीसी में जोड़ी 15 नई जातियां

लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से सिर्फ एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहाड़ी जातीय जनजाति, पद्दारी जनजाति, कोली और गड्डा ब्राह्मण समुदायों को 10% आरक्षण देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, ओबीसी का कोटा भी 4% से बढ़ाकर 8% कर दिया है. विपक्ष ने इसे भाजपा के चुनावी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उठाया गया कदम बताया है.

भारत-पाकिस्तान जब तक बातचीत शुरू नहीं करेंगे, कश्मीर की स्थिति नहीं सुधरेगी: फ़ारूक़ अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर की स्थिति पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा कि लोकतंत्र तब होता है, जब एक निर्वाचित सरकार होती है. एक राज्यपाल और उनके सलाहकार पूरे राज्य की देखभाल नहीं कर सकते. ये विधायक होते हैं, जो अपने क्षेत्रों की देखभाल करते हैं, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि यहां चुनाव हो.

कश्मीर में हो रही हत्याओं को धर्म के आधार पर देखना बंद करें: एलजी मनोज सिन्हा

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक कार्यक्रम में कहा कि कश्मीरी पंडित टारगेटेड हत्याओं का शिकार हैं, लेकिन देश को इन्हें धर्म के आधार पर देखना बंद करना चाहिए क्योंकि बहुत से अन्य लोग भी मारे गए हैं. बीते कई महीने से जम्मू में प्रदर्शनरत कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने इस पर रोष जताया है.

कश्मीरी पंडितों की हत्या को ‘सामान्य’ बताने की कोशिश कर रहे हैं उपराज्यपाल: प्रदर्शनकारी

कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों समेत अन्य अल्पसंख्यकों की आतंकियों द्वारा निशाना बनाकर की जा रहीं हत्याओं के विरोध में वहां कार्यरत कर्मचारी पिछले कई महीने से जम्मू में प्रदर्शन कर रहे हैं. एक कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि कश्मीर में हत्याओं को धर्म के आधार पर देखना बंद करें. कर्मचारियों ने इस बयान पर रोष जताया है.

एलजी द्वारा वेतन रोकने संबंधी बयान: कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन

कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों समेत अन्य अल्पसंख्यकों की आतंकियों द्वारा निशाना बनाकर की जा रही हत्या के विरोध में वहां कार्यरत कर्मचारी पिछले कई महीने से जम्मू में प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिनों उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने काम पर न लौटने की सूरत में उन्हें वेतन भुगतान नहीं करने की घोषणा की थी.

कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन: उपराज्यपाल ने कहा- काम पर न आने वालों को वेतन नहीं दिया जाएगा

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की टिप्पणी पर आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाकर की जा रहीं हत्याओं के विरोध और घाटी से तबादले की मांग पर 200 से अधिक दिन से प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने कहा कि हम सरकार द्वारा बनाई गई स्थिति के कारण ऐसे हालात में हैं. आतंकियों द्वारा हमें मारने के लिए हिट-लिस्ट जारी की जा रही है.

जम्मू कश्मीर: बर्फबारी के बीच बिजली के हीटिंग उपकरणों पर रोक का आदेश विरोध के बाद वापस लिया

जम्मू कश्मीर के गांदरबल ज़िला मजिस्ट्रेट ने शनिवार को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि बिजली सप्लाई की लाइनों को किसी भी नुकसान से बचाने, अनिर्धारित बिजली कटौती रोकने और निर्बाध बिजली आपूर्ति करने के लिए ब्लोअर, हीटर और रेडिएटर जैसे बिजली के उपकरणों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाती है.

जम्मू कश्मीर: सेब के हज़ारों ट्रक हाईवे पर फंसने के चलते करोड़ों की फसल सड़ने की कगार पर

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मरम्मत कार्य के चलते हज़ारों की संख्या में सेब से भरे ट्रक कई दिनों से जाम में फंसे हैं. यह सेब देश के विभिन्न हिस्सों में जाने हैं. जहां एक ओर किसानों को अब सेब सड़ने का डर सता रहा है,  वहीं प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में हालात और ख़राब हो सकते हैं.

अमरनाथ यात्रा: जिस जगह पिछले साल बाढ़ आई थी, इस साल वहीं तीर्थयात्रियों के टेंट लगवाए

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते 8 जुलाई को अमरनाथ में जिस स्थान पर बाढ़ आने से 16 लोगों की मौत हुई है, वह एक सूखी नदी का तल है और इसी जगह पिछले साल भी बाढ़ आई थी. यह जानकारी होने के बावजूद अधिकारियों ने उसी जगह श्रद्धालुओं के लिए टेंट लगवाए और लंगर की अनुमति दी.

कश्मीर: सीआरपीएफ बेस के लिए ज़मीन देने के ख़िलाफ़ औखू के किसान, कहा-ख़त्म हो जाएगी आजीविका

बीते अक्टूबर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में प्रशासनिक परिषद ने दक्षिण कश्मीर के तीन ज़िलों- अनंतनाग, शोपियां और पुलवामा में सीआरपीएफ बेस के लिए ज़मीनें देने को मंज़ूरी दी थी. इसमें से एक औखू गांव भी है. यहां के किसानों का कहना है कि वे बेहद ग़रीब हैं और अगर उनकी ज़मीनें भी ले ली गईं, तो उनके पास कुछ नहीं बचेगा.