कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद आपको केंद्रीय गृह मंत्री को वहां भेजने में लगभग एक महीना लग गया. गृह मंत्री के वहां से लौटने के 8 दिन बाद भी हिंसा जारी है. बतौर प्रधानमंत्री आप कम से कम शांति की अपील कर सकते थे.
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कुछ मार्गों पर हवाई किराये में अत्यधिक वृद्धि पर चिंता जताते हुए पूछा है कि आसमान छूते हवाई किराये मध्यम वर्ग के लिए कहर बरपा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब बालासोर ट्रेन त्रासदी हुई तो सरकार ने भुवनेश्वर और कोलकाता के बीच उड़ान की कीमतों को नियंत्रण से बाहर जाने दिया.
वीडियो: हरियाणा के चरखी दादरी ज़िले के बलाली गांव में भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों के प्रदर्शन के समर्थन में एक खाप महापंचायत का आयोजन किया गया था. इसी गांव से पहलवानी में देश का परचम लहराने वाली फोगाट बहनें आती हैं.
बीते मार्च महीने में गुजरात हाईकोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयोग के उस आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें उसने गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों के बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जानकारी देने को कहा था. इसके अलावा अदालत ने केजरीवाल पर 25 हज़ार रुपये का जुर्माना भी लगाया था.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने द हिंदू अख़बार में प्रकाशित शैव मठ ‘तिरुववदुथुरई अधीनम’ के प्रधान पुजारी के एक इंटरव्यू का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बात का कोई स्पष्ट दस्तावेज़ी सबूत नहीं है कि प्रधानमंत्री नेहरू को सौंपे जाने से पहले सेंगोल भारत के अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन को दिया गया था.
नए संसद भवन में स्थापित सेंगोल पहले लॉर्ड माउंटबेटन को दिए जाने के दावे पर संशय जताते हुए ‘तिरुववदुथुरई अधीनम’ के प्रमुख ने कहा, ‘उन्हें सेंगोल देने का क्या अर्थ था? आख़िर वे सभी शक्तियां सौंपते हुए भारत छोड़कर जा रहे थे.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर परिसर में करोड़ों की लागत से बने 'महाकाल लोक कॉरिडोर' के लोकार्पण के समय इसकी तुलना सैकड़ों साल पुराने दक्षिण भारतीय मंदिरों से की थी. विडंबना यह है कि इसी परिसर में लगी मूर्तियां लोकार्पण के महज़ सात महीने बाद आंधी में गिर गईं.
वीडियो: पहलवान विनेश और संगीता फोगाट के गांव बलाली में सात जून को 'सर्वखाप सर्वजातीय महापंचायत' में मांग की गई कि यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और ऐसे ही आरोपों का सामना कर रहे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह की गिरफ़्तारी हो. साथ ही, सभी खेल संघों से राजनीतिक दलों के नेताओं को बाहर किया जाए.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद प्रकाशित एक अंक में आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ‘द ऑर्गनाइज़र’ ने कहा है कि भाजपा के लिए अपनी स्थिति का जायजा लेने का यह सही समय है. क्षेत्रीय स्तर पर मज़बूत नेतृत्व और प्रभावी कार्य के बिना प्रधानमंत्री मोदी का करिश्मा और हिंदुत्व चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त नहीं होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहनगर वडनगर में उनके पहले स्कूल को 'प्रेरणा: द वर्नाक्युलर स्कूल' के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा देश के हर ज़िले के दो स्कूली छात्रों को ले जाया जाएगा.
सेमी-हाई स्पीड वंदेभारत एक्सप्रेस, या इसी तरह की अन्य 'ट्रॉफी' राष्ट्रीय प्रतिष्ठा की भावना को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार का एक और तरीका हो सकते हैं, लेकिन क्या इस तरह के प्रोपगेंडा को महत्वपूर्ण मुद्दों पर तरजीह दी जानी चाहिए?
शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक के साथ कई कोच भी शामिल हुए थे. सोमवार को पुनिया और मलिक के बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ जारी विरोध प्रदर्शन से पीछे हटने की ख़बरें आई थीं, जिसे पहलवानों ने उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश क़रार दिया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरियाणा भाजपा के एक प्रमुख जाट नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ जांच तेज़ और निष्पक्ष होनी चाहिए. जांच के निष्कर्ष शिकायतकर्ताओं के लिए संतोषजनक होने चाहिए. उन्हें यह महसूस होना चाहिए कि कार्रवाई बिना किसी पूर्वाग्रह के की गई है.
कर्नाटक की जीत से कांग्रेस और विपक्षी दलों की एकता को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए निश्चित तौर पर संजीवनी मिल गई है. लेकिन उन्हें इस बात को भी समझना होगा कि भाजपा के वोट प्रतिशत में कोई ख़ास नुकसान नहीं हुआ है.
जवाहरलाल नेहरू ने आज़ादी के समय तमिलनाडु के अधीनम (शैव मठ) के पुराहितों के द्वारा सेंगोल को तो ले लिया, लेकिन उसके पीछे के विचार से असहमति के कारण उसको संग्रहालय में रखवा दिया, ताकि भविष्य में अध्येता यह समझ सकें कि भारतीय जनतंत्र का जन्म अनेक परस्पर विरोधी विचारों के बीच हुआ है.