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कानपुर: दक्षिणपंथी समूहों ने दो चर्चों को निशाना बनाया, ‘अवैध धर्मांतरण’ के आरोप में दो गिरफ़्तार

कानपुर के चकेरी में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने दो चर्चों पर ‘जबरन धर्मांतरण’ का आरोप लगाया है, वहीं ईसाई समुदाय के जिन सदस्यों पर धर्म परिवर्तन के आरोप लगे हैं, उनके परिजनों का कहना है कि वे हिंदुत्व समूहों की लगातार प्रताड़ना से डर के साये में जीने को मजबूर हैं.

शाहरुख़ कौन पूछने के बाद असम सीएम बोले- उन्होंने फोन कर अपनी फिल्म ‘पठान’ के विरोध पर चिंता जताई

शाहरुख़ ख़ान की फिल्म ‘पठान’ के ‘बेशर्म रंग’ गाने में दीपिका पादुकोण को भगवा बिकनी में दिखाने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर असम में भी विरोध हो रहा है. शाहरुख़ के फोन करने से पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा था कि शाहरुख़ ख़ान कौन हैं? मैं उनके या उनकी फिल्म पठान के बारे में कुछ नहीं जानता.

दक्षिणपंथियों के दबाव के बाद दिल्ली पुलिस का मुनव्वर फ़ारूक़ी के शो के लिए अनुमति से इनकार

दिल्ली में मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो 28 अगस्त को होना था. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस आयुक्त से शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि फ़ारूक़ी ‘अपने शो में हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाते हैं.’ इससे पहले इसी महीने उनके बेंगलुरु में होने वाले शो को भी अनुमति न मिलने के बाद रद्द कर दिया गया था.

हिंदुत्ववादी समूह की शिकायत के बाद मुनव्वर फ़ारूक़ी का बेंगलुरु में एक और शो रद्द

‘जय श्री राम सेना’ नाम के संगठन ने आरोप लगाया था कि स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी ने अपने कार्यक्रमों में भगवान राम एवं देवी सीता के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणियां करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है. नवंबर 2021 में भी फ़ारूक़ी के बेंगलुरु में होने वाले एक शो को रद्द किया गया था.

New Delhi: A view of Supreme Court of India in New Delhi, Thursday, Nov. 1, 2018. (PTI Photo/Ravi Choudhary) (PTI11_1_2018_000197B)

हिंदू संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- नफ़रती भाषणों के लिए मुस्लिम नेताओं को भी गिरफ़्तार करें

हरिद्वार और दिल्ली में आयोजित ‘धर्म संसद’ कार्यक्रमों में नफ़रती भाषणों के ख़िलाफ़ दायर याचिका का विरोध करते हुए दो दो दक्षिणपंथी संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में जवाबी याचिकाएं दायर की है. दोनों ने शीर्ष अदालत से उन्हें इस मामले में पक्षकार बनाने की अपील की है. एक हिंदू संगठन ने पूर्व में मुस्लिम नेताओं द्वारा हिंदुओं के ख़िलाफ़ दिए गए ऐसे ही भाषण के लिए हिंदुओं को समान सुरक्षा दिए जाने की मांग की है.

दिग्विजय सिंह ने कुणाल कामरा और मुनव्वर फ़ारूक़ी को कार्यक्रम आयोजित करने के लिए न्योता दिया

स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फ़ारूक़ी को अपने बेंगलुरु में किए जाने वाले कार्यक्रमों को अनुमति न मिलने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इन दोनों कलाकारों को अपने हास्य कार्यक्रम भाजपा शासित मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित करने के लिए न्योता दिया है.

मुनव्वर फ़ारूक़ी को गुड़गांव कॉमेडी फेस्टिवल से हटाया गया, भाजपा नेता ने शिकायत दर्ज कराई

स्टैडअप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी का बीते दो महीने में 13वां शो है, जिसे आयोजकों और दर्शकों को दी गईं धमकियों के बाद रद्द किया गया है. भाजपा की हरियाणा इकाई के आईटी सेल के प्रभारी अरुण यादव ने ने कहा है कि किसी भी सूरत में इस ‘गद्दार’ का शो गुड़गांव में नहीं होने दिया जाएगा.

मुनव्वर फ़ारूक़ी के साथ खड़े होना कलाकारों की अभिव्यक्ति की आज़ादी के पक्षधरों का कर्तव्य है

‘हिंदुत्ववादी’ संगठनों की अतीत की अलोकतांत्रिक करतूतों के चलते उनकी कार्रवाइयां अब किसी को नहीं चौंकातीं. लेकिन एक नया ट्रेंड यह है कि जब भी वे किसी कलाकार के पीछे पड़ते हैं, तब लोकतांत्रिक होने का दावा करने वाली सरकारें, किसी भी पार्टी या विचारधारा की हों, कलाकारों की अभिव्यक्ति की आज़ादी के पक्ष में नहीं खड़ी होतीं, न ही उन्हें संरक्षण देती हैं.

Gurugram: People offer namaz under police presence (unseen), after the recent disruptions by Hindu activists organisations, in Gurugram on Friday.( PTI Photo )(PTI5_11_2018_000120B)

गुड़गांव में जुमे की नमाज़ में फ़िर ख़लल डालने की कोशिश, स्थल पर प्रदर्शनकारियों ने खड़े किए ट्रक

संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति प्रशासन को एक अल्टीमेटम जारी कर कहा कि अगले सप्ताह से वे शहर में किसी भी सार्वजनिक स्थान पर नमाज़ की अनुमति नहीं देंगे. बीते शुक्रवार को गुड़गांव के सेक्टर 37 में नमाज़ स्थल पर प्रदर्शनकारियों द्वारा नारेबाज़ी जारी रहने और शांति भंग होने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में ले लिया था और बाद में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.

दिल्ली: द्वारका के चर्च में तोड़फोड़, ईसाइयों ने लगाया बजरंग दल पर आरोप

वीडियो: राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में बने एक चर्च में बीते दिनों कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की. बताया जा रहा है कि ये लोग कथित तौर पर बजरंग दल से जुड़े हुए हैं. पिछले 11 महीनों में हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े लोगों द्वारा ईसाई समुदाय के खिलाफ 300 से अधिक हमले हुए हैं. द वायर ने इन हमलों और जबरन धर्म परिवर्तन के आरोपों के बारे में ईसाई समुदाय और दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों के सदस्यों से बातचीत की.

क्या पुलिस और प्रशासन संघ की विचारधारा लागू करने के लिए अपनी ताक़त का इस्तेमाल कर रहे हैं

भाजपा और आरएसएस नहीं मानते कि मुसलमानों और ईसाईयों को अपने तरीके से रोज़ी कमाने और अपनी तरह से धर्म का पालन करने का हक़ है. लेकिन इस बुनियादी संवैधानिक अधिकार को न मानने और इसकी मनमानी व्याख्या की छूट पुलिस और प्रशासन को नहीं है. अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो वे वर्दी या कुर्सी के योग्य नहीं हैं.

कर्नाटकः बेंगलुरु पुलिस ने आयोजकों से कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो रद्द करवाया

कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी ने बताया कि बीते दो महीने में यह उनका 12वां शो है जिसे आयोजकों और दर्शकों को दी गई धमकियों के बाद रद्द किया गया है. इससे पहले गोवा, छत्तीसगढ़ और मुंबई में उनके शो रद्द किए गए हैं. इस बार बेंगलुरु पुलिस ने शो के आयोजकों को पत्र लिखकर फ़ारूक़ी को ‘विवादित’ शख़्सियत बताया है.

2021 के शुरुआती नौ महीनों में ईसाइयों के ख़िलाफ़ हिंसा के 300 से अधिक मामले दर्जः रिपोर्ट

देश में ईसाइयों पर अत्याचार की घटनाओं पर निगरानी रखने वाले मानवाधिकार संगठनों ने हिंदुत्व समूहों द्वारा ईसाइयों पर की गई हिंसा का दस्तावेज़ीकरण करते हुए एक फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट जारी की है. इसमें कहा गया है कि 21 राज्यों, विशेष रूप से उत्तर भारत में 2021 के शुरुआती नौ महीनों में इस तरह के तीन सौ से अधिक मामले दर्ज हुए हैं.

उत्तराखंडः विहिप समेत कई दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों ने चर्च में तोड़-फोड़ की, मामला दर्ज

घटना रुड़की की है, जहां रविवार को कथित तौर पर स्थानीय दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े लगभग 200 अज्ञात पुरुषों और महिलाओं ने एक चर्च में तोड़-फोड़ की. इसमें सुबह की प्रार्थना के लिए जुटे कई लोग घायल हो गए. हमलावरों पर महिलाओं से दुर्व्यवहार करने का भी आरोप है. मामले में किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है.

हत्यारों की भीड़ इस देश की नुमाइंदगी नहीं करती

अंग्रेज़ी प्रभावशाली भाषा है, मगर इसकी पहुंच सीमित है. क्षेत्रीय भाषाओं के पत्रकार असली असर पैदा कर सकते हैं. छोटे शहरों के ऐसे कई साहसी पत्रकार हैं, जिन्होंने अपने साहस की क़ीमत अपनी जान देकर चुकाई है.