उत्तरकाशी में रविवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच दक्षिणपंथी समूहों द्वारा आयोजित महापंचायत में शहर में दशकों पुरानी मस्जिद के ख़िलाफ़ जिले भर में विरोध प्रदर्शन की योजना की घोषणा की गई, साथ ही 'लैंड जिहाद' से निपटने के लिए 'बुलडोज़र' के इस्तेमाल की सलाह दी गई.
उत्तरकाशी में दशकों पुरानी मस्जिद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि उसने 1 दिसंबर को हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित महापंचायत की अनुमति नहीं दी है, जिसमें वे मस्जिद गिराने की मांग को लेकर दबाव बनाना चाहते हैं. दूसरी ओर संयुक्त सनातन धर्म रक्षा संघ और विहिप जैसे संगठन ज़ोर दे रहे हैं कि वे तय कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ेंगे.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले के बेरीनाग इलाके में एक दक्षिणपंथी समूह ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एक विरोध रैली कर मांग उठाई कि क्षेत्र के घर के अंदर अवैध रूप से बनाई गई मस्जिद को हटाया जाना चाहिए. प्रशासन का कहना है कि उसने इमारत के मालिक से इस बाबत स्पष्टीकरण मांगा है.
उत्तरकाशी की जिस मस्जिद को अवैध बताकर गिराने के लिए दक्षिणपंथी संगठनों ने प्रदर्शन किया, उसे लेकर उत्तरकाशी के डीएम ने इस महीने की शुरुआत में ही कहा था कि मस्जिद के पास सभी आवश्यक दस्तावेज़ हैं और यह वक़्फ़ बोर्ड द्वारा पंजीकृत भी है.
बीते 11 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के जौनपुर ज़िले में राजस्व विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने भारी पुलिस बल की उपस्थिति में भूलनडीह गांव में जीवन ज्योति सत्संग नामक ईसाई प्रार्थना केंद्र की दो मंज़िला इमारत और चारदीवारी को ज़मींदोज़ कर दिया. यह प्रार्थना केंद्र पिछले कई वर्षों से दक्षिणपंथी समूहों के निशाने पर था.
वीडियो: उत्तराखंड के पुरोला में दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा प्रस्तावित 'महापंचायत' स्थगित होने के अगले दिन स्थानीय बाज़ार खुले दिखे. द वायर से बातचीत में दुकानदारों ने कहा कि क्षेत्र ने हिंदू-मुस्लिम समुदायों में विद्वेष पहले देखने को नहीं मिला और अब मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों ने ऐसे जताया कि यहां कुछ ग़लत हो रहा है.
वीडियो: पिछले महीने मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति सहित दो युवकों द्वारा एक लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी शहर में तनाव व्याप्त है. तनाव के बीच पुरोला बाज़ार में कुछ पोस्टर लगाए थे, जिसमें मुस्लिम व्यापारियों से 15 जून से पहले दुकानें ख़ाली करने को कहा गया है.
2021 में होने वाली जनगणना अब तक नहीं हुई मगर उत्तराखंड में धर्म विशेष के लोगों की आबादी बढ़ने के फ़र्ज़ी आंकड़े सरेआम प्रचारित हो रहे हैं. उधर, राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट की फटकार की परवाह न करते हुए कभी धर्मांतरण क़ानून, कभी समान नागरिक संहिता, तो कभी 'लैंड जिहाद' के नाम पर सांप्रदायिक तत्वों को हवा दे रही है.
पिछले महीने मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति सहित दो युवकों द्वारा एक लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी शहर में तनाव व्याप्त है. तनाव के बीच पुरोला बाज़ार में कुछ पोस्टर लगाए थे, जिसमें मुस्लिम व्यापारियों से 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले दुकानें खाली करने को कहा गया है.
कानपुर के चकेरी में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने दो चर्चों पर 'जबरन धर्मांतरण' का आरोप लगाया है, वहीं ईसाई समुदाय के जिन सदस्यों पर धर्म परिवर्तन के आरोप लगे हैं, उनके परिजनों का कहना है कि वे हिंदुत्व समूहों की लगातार प्रताड़ना से डर के साये में जीने को मजबूर हैं.
शाहरुख़ ख़ान की फिल्म ‘पठान’ के ‘बेशर्म रंग’ गाने में दीपिका पादुकोण को भगवा बिकनी में दिखाने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर असम में भी विरोध हो रहा है. शाहरुख़ के फोन करने से पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा था कि शाहरुख़ ख़ान कौन हैं? मैं उनके या उनकी फिल्म पठान के बारे में कुछ नहीं जानता.
दिल्ली में मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो 28 अगस्त को होना था. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस आयुक्त से शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि फ़ारूक़ी 'अपने शो में हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाते हैं.' इससे पहले इसी महीने उनके बेंगलुरु में होने वाले शो को भी अनुमति न मिलने के बाद रद्द कर दिया गया था.
‘जय श्री राम सेना’ नाम के संगठन ने आरोप लगाया था कि स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी ने अपने कार्यक्रमों में भगवान राम एवं देवी सीता के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणियां करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है. नवंबर 2021 में भी फ़ारूक़ी के बेंगलुरु में होने वाले एक शो को रद्द किया गया था.
हरिद्वार और दिल्ली में आयोजित ‘धर्म संसद’ कार्यक्रमों में नफ़रती भाषणों के ख़िलाफ़ दायर याचिका का विरोध करते हुए दो दो दक्षिणपंथी संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में जवाबी याचिकाएं दायर की है. दोनों ने शीर्ष अदालत से उन्हें इस मामले में पक्षकार बनाने की अपील की है. एक हिंदू संगठन ने पूर्व में मुस्लिम नेताओं द्वारा हिंदुओं के ख़िलाफ़ दिए गए ऐसे ही भाषण के लिए हिंदुओं को समान सुरक्षा दिए जाने की मांग की है.
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फ़ारूक़ी को अपने बेंगलुरु में किए जाने वाले कार्यक्रमों को अनुमति न मिलने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इन दोनों कलाकारों को अपने हास्य कार्यक्रम भाजपा शासित मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित करने के लिए न्योता दिया है.