रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) कॉन्स्टेबल चेतन सिंह चौधरी ने बीते 31 जुलाई को जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एक वरिष्ठ सहकर्मी और तीन यात्रियों की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी. चौधरी के एक मुस्लिम व्यक्ति के कथित उत्पीड़न से जुड़े मामले सहित कम से कम तीन घटनाओं में शामिल होने की बात पता चली है, जिसके लिए उन्हें जांच का सामना करना पड़ा था.
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में आरपीएफ कॉन्स्टेबल चेतन सिंह द्वारा मारे गए महाराष्ट्र के अब्दुल कादिरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला के बेटे ने सवाल उठाया है कि अगर आरोपी मानसिक रूप से बीमार था तो उसने केवल दाढ़ी वाले यात्रियों को ही क्यों मारा.
महाराष्ट्र में जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में अपने वरिष्ठ अधिकारी और तीन मुस्लिम यात्रियों की हत्या करने वाले आरपीएफ कॉन्स्टेबल की मानसिक स्थिति को लेकर रेलवे की ऊहापोह से पहले आरोपी की रिमांड कॉपी में उसके द्वारा हत्याओं के बाद दिए गए सांप्रदायिक भाषण का ज़िक्र नहीं था.
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक कॉन्स्टेबल ने महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास एक चलती ट्रेन में अपने एस्कॉर्ट ड्यूटी प्रभारी एएसआई समेत चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. आरोपी की पहचान चेतन कुमार के रूप में हुई है, जिसे गिरफ़्तार कर लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक़, हमलावर एक पूर्व पुलिसकर्मी है जिसे बीते वर्ष ड्रग्स के आरोप में पद से बर्ख़ास्त किया गया था. चाइल्ड केयर सेंटर में ख़ून-ख़राबा करने के बाद वह कार से सड़क पर गोलीबारी करता हुआ अपने घर पहुंचा, जहां अपनी पत्नी-बच्चे की हत्या करके आत्महत्या कर ली.
टोक्यो पैरालंपिक खेलों में निशानेबाज़ी की पी-4 मिश्रित 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में शीर्ष दोनों स्थान भारत के नाम रहे. निशानेबाज़ मनीष नरवाल ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा और सिंहराज अडाना ने रजत पदक अपने नाम किया. इनके अलावा बैडमिंटन में मौजूदा विश्व चैम्पियन प्रमोद भगत ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता, जबकि मनोज सरकार के हाथ कांस्य पदक लगा. इसके साथ ही भारत शनिवार तक पैरालंपिक खेलों में कुल 17 पदक जीत चुका है.
निशानेबाज़ अवनि लेखरा के अलावा शुक्रवार को भारत के प्रवीण कुमार ने टोक्यो पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा का रजत पदक जीता, जिससे देश ने इन खेलों में 12 पदक अपने नाम कर लिए हैं. प्रवीण कुमार भारतीय दल के सबसे युवा पदक विजेता भी बन गए हैं. देश ने अभी तक दो स्वर्ण, छह रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं.
भारत का यह वर्तमान खेलों में निशानेबाज़ी में दूसरा पदक है. बीते सोमवार को अवनि लेखरा ने आर-2 महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच-1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था. अडाना के इस पदक से भारत की टोक्यो पैरालंपिक में पदकों की संख्या आठ पहुंच गई है.
उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले के जोहरी गांव की रहने वाली चंद्रो तोमर ने जब पहली बार निशानेबाजी शुरू की, तब उनकी उम्र 60 साल से अधिक थी. उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतीं हैं. वह और उनकी देवरानी प्रकाशी तोमर दुनिया की सबसे उम्रदराज़ निशानेबाज़ों में से एक हैं.
साक्षात्कार: उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले के जोहरी गांव की दो महिलाएं- चंद्रो और प्रकाशी तोमर ‘शूटर दादी’ के नाम से मशहूर हैं. 60 की उम्र में स्थानीय राइफल क्लब में शूटिंग सीखकर कई कीर्तिमान बना चुकीं इन दोनों महिलाओं के जीवन पर बनी हिंदी फिल्म ‘सांड की आंख’ हाल ही में रिलीज़ हुई है. इन शूटर दादियों से रीतू तोमर की बातचीत.