उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने बताया कि बीते 17 जून को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई है. महिला बॉक्सर ने आरोप लगाया है कि अभ्यास सत्र के दौरान उनके कोच ने उनका यौन उत्पीड़न किया और विरोध करने पर करिअर ख़त्म करने की धमकी दी. कोच को जांच पूरी होने तक खेल सेंटर से हटा दिया गया है.
भारतीय मुक्केबाज़ निकहत ज़रीन ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बीते गुरुवार को इस्तांबुल में विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में थाईलैंड की जितपोंग जुटामस को 5-0 से हराकर फ्लाइवेट (52 किग्रा) वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है. इस जीत के साथ 2019 एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता ज़रीन विश्व चैंपियन बनने वाली पांचवीं भारतीय महिला मुक्केबाज़ बन चुकी हैं.
टोक्यो पैरालंपिक खेलों में निशानेबाज़ी की पी-4 मिश्रित 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में शीर्ष दोनों स्थान भारत के नाम रहे. निशानेबाज़ मनीष नरवाल ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा और सिंहराज अडाना ने रजत पदक अपने नाम किया. इनके अलावा बैडमिंटन में मौजूदा विश्व चैम्पियन प्रमोद भगत ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता, जबकि मनोज सरकार के हाथ कांस्य पदक लगा. इसके साथ ही भारत शनिवार तक पैरालंपिक खेलों में कुल 17 पदक जीत चुका है.
निशानेबाज़ अवनि लेखरा के अलावा शुक्रवार को भारत के प्रवीण कुमार ने टोक्यो पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा का रजत पदक जीता, जिससे देश ने इन खेलों में 12 पदक अपने नाम कर लिए हैं. प्रवीण कुमार भारतीय दल के सबसे युवा पदक विजेता भी बन गए हैं. देश ने अभी तक दो स्वर्ण, छह रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं.
भारत का यह वर्तमान खेलों में निशानेबाज़ी में दूसरा पदक है. बीते सोमवार को अवनि लेखरा ने आर-2 महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच-1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था. अडाना के इस पदक से भारत की टोक्यो पैरालंपिक में पदकों की संख्या आठ पहुंच गई है.
यह भारत का निशानेबाज़ी प्रतियोगिता में भी पहला पदक है. टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है. अवनि पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय महिला हैं. निशानेबाज़ अवनि के अलावा पहली बार पैरालंपिक खेल रहे सुमित अंतिल ने भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण अपने नाम किया है. भारत ने अब तक एथलेटिक्स में एक स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य से कुल पांच पदक जीत लिए हैं. यह पिछले 2016 रियो पैरालंपिक (चार पदक)
भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनने में सफल रहीं. भारतीय पैरालंपिक समिति की मौजूदा अध्यक्ष दीपा मलिक पांच साल पहले रियो पैरालंपिक के गोला फेंक स्पर्धा में रजत पदक के साथ पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं.
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक में चीन की बिंग जियाओ को महिला एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. वह इससे पहले 2016 रियो ओलिंपिक में रजत पदक जीत चुकी हैं. पहलवान सुशील कुमार भारत के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने लगातार दो ओलंपिक में पदक जीते हैं. टोक्यो ओलंपिक में भारत का यह दूसरा मेडल है. सबसे पहले भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग के 49 किलो वेट कैटेगरी में रजत पदक जीता था.
भारतीय महिला टेस्ट और एकदिवसीय टीम की कप्तान 38 वर्षीय मिताली राज ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तीसरे एकदिवसीय में खेलते हुए इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड के 10,273 अंतरराष्ट्रीय रन के आंकड़े को पीछे छोड़ा. अब दो भारतीयों- सचिन तेंदुलकर और मिताली राज के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है.
दो दशक से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहीं 38 वर्षीय मिताली राज ने दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ लखनऊ में तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान यह उपलब्धि हासिल की. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हज़ार रन पूरा करने वाली वह दूसरी महिला खिलाड़ी हैं. इससे पहले इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स ने यह उपलब्धि हासिल की थी.
जनवरी 2017 में जबसे महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ी, तबसे करिअर के अंतिम ढाई सालों में उन्हें तारीफ़ से ज़्यादा आलोचना मिली. टीम के हर कमज़ोर प्रदर्शन के बाद उनके संन्यास के कयास लगने शुरू हो जाते, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि इन सालों में भी उनकी चमक फ़ीकी नहीं पड़ी थी.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेलकर करीब 17,000 रन बनाए और विकेट के पीछे 829 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है. 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 में उन्होंने चैंपियंस ट्राफी जीता है. वह एकमात्र क्रिकेट कप्तान हैं, जिसने आईसीसी के इन तीन ख़िताबों पर क़ब्ज़ा किया है. सुरेश रैना ने भी संन्यास की घोषणा की.
चुन्नी गोस्वामी 1962 के एशियाई खेल की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के कप्तान रहे थे. एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने 1962 और 1973 के बीच 46 प्रथम श्रेणी मैचों में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था.
16 नवंबर 2019 से 11 वकीलों को 1.63 करोड़ रुपये का भुगतान दिल्ली एवं ज़िला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की ओर से किया गया है. इन वकीलों में दो सक्रिय राजनीतिज्ञ भी शामिल हैं. इनमें सबसे ज़्यादा 37.62 लाख रुपये का भुगतान रिटायर जस्टिस दीपक वर्मा को किया गया है.
1962 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रहे पीके बनर्जी भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम दौर के साक्षी रहे थे. उन्होंने भारत के लिए 84 मैच खेलकर 65 गोल किए. पीके बनर्जी अर्जुन पुरस्कार पाने वाले शुरुआती लोगों में से एक थे. साल 1990 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.