राजस्थान: कोटा में नीट की तैयारी कर रही छात्रा ने आत्महत्या की, इस साल का 24वां मामला

राजस्थान के कोचिंग हब कोटा में आत्महत्या करने वाली 16 वर्षीय छात्रा मूलत: रांची की रहने वाली थी और नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी.  

पिछले एक दशक में छात्रों की आत्महत्या से मौत के मामलों में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी: एनसीआरबी

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2021 में 13,089 छात्रों की आत्महत्या से मौत हुई थी, जबकि 2011 में यह संख्या 7,696 थी. 2011 के बाद से भारत में छात्रों द्वारा आत्महत्याओं की संख्या हर साल बढ़ी है.

आईआईटी-दिल्ली में जातिगत भेदभाव पर होने वाले सर्वे को शुरू होते ही वापस लिया गया

आईआईटी दिल्ली में बीते कुछ समय में दो दलित छात्रों की आत्महत्या से मौत के बाद संस्थान के छात्र प्रकाशन बोर्ड ने परिसर के अंदर जातिगत भेदभाव पर एक सर्वे शुरू किया था, जिसे कुछ घंटों के भीतर ही इसलिए वापस ले लिया गया क्योंकि छात्रों का कहना था कि इसमें पूछे गए सवाल पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं.

कोटा छात्र आत्महत्या: राजस्थान के मंत्री ने कहा- कोचिंग सेंटर सिर्फ़ पैसा कमाने में लगे हुए हैं

कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों द्वारा लगातार की जा रही आत्महत्या को लेकर राजस्थान के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं माता-पिता को बताना चाहता हूं कि आप कोचिंग सेंटरों को पैसा देते हैं और वे आपके बच्चों को धमकाते और परेशान करते हैं. कोचिंग वालों को दुर्व्यवहार करने का क्या अधिकार है?

राजस्थान: कोटा में एक ही दिन में नीट की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने आत्महत्या की

राजस्थान के कोटा में दो अलग-अलग घटनाओं में नीट की तैयारी कर रहे दो छात्रों की कथित तौर पर बीते रविवार को आत्महत्या से मौत के मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही इस साल ऐसे छात्रों की संख्या 23 हो गई है. कोटा ज़िले के अधिकारियों ने इसे देखते हुए अगले दो महीने तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के नियमित टेस्ट नहीं कराने को कहा है.

राजस्थान: कोटा में छात्र आत्महत्याओं की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने समिति बनाने का निर्देश दिया

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जांच समिति 15 दिन में आत्महत्या से संबंधी मामलों पर रिपोर्ट सौंपेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए, इससे उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है.

राजस्थान: कोटा में जेईई की तैयारी कर रहे छात्र ने आत्महत्या की, इस साल का 21वां मामला

राजस्थान के कोटा में बीते 15 अगस्त को इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहे बिहार के एक 18 वर्षीय छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. तैयारी करने वाले छात्रों द्वारा ज़िले में इस महीने की ऐसी चौथी और इस साल की 21वीं घटना है, जो आठ वर्षों में सबसे अधिक है.

राजस्थान: कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या की

पुलिस ने बताया कि महावीर नगर के एक हॉस्टल में रहकर जेईई की तैयारी कर रहे एक 17 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली. यह इस महीने हुई ऐसी तीसरी घटना है. अब तक इस साल कोटा में 20 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं.

2018 से उच्च शिक्षण संस्थानों में आत्महत्या से 98 छात्रों की मौत: केंद्र

केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2018 और 2023 के बीच उच्च शिक्षा संस्थानों में आत्महत्या करने वाले इन 98 छात्रों में से सबसे ज्यादा 39 आईआईटी से, 25 एनआईटी से और 25 केंद्रीय विश्वविद्यालयों से, चार आईआईएम से, तीन आईआईएसईआर से और दो आईआईआईटी से थे.

कोटा में 17 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी ने कथित तौर पर फांसी लगाकर जान दी

उत्तर प्रदेश के रामपुर ज़िले के रहने वाले 17 वर्षीय बहादुर सिंह 11वीं के छात्र थे और दो महीने पहले ही कोटा आए थे. यहां व​ह एक कोचिंग संस्थान में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहे थे. कोटा शहर में इस साल कोचिंग लेने वाले छात्रों द्वारा संदिग्ध आत्महत्या का यह 15वां मामला है.

हिंदी के प्रति इतनी हिकारत कहां से आई?

इंदौर में हिंदी माध्यम से पढ़ाई करके आई एक इंजीनियरिंग छात्रा ने भाषा को लेकर मज़ाक उड़ाए जाने से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली. क्या इससे समझा जा सकता है कि छात्र अपनी मातृभाषा में ही ‘अपना सर्वश्रेष्ठ’ दे सकते हैं और उन पर शिक्षा का गैर-मातृभाषा माध्यम थोपकर कितनी प्रतिभाओं का संहार कर दिया जा रहा है!

हिंदी मीडियम से होने का मज़ाक उड़ाए जाने पर छात्रा ने आत्महत्या की: मध्य प्रदेश पुलिस

मृतक मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष की छात्रा थी. पुलिस ने बताया कि अपने सुसाइड नोट में छात्रा ने कहा है कि उसने 12वीं तक हिंदी मीडियम के पढ़ाई की थी और इसके कारण इंजीनियरिंग कॉलेज में दाख़िला लेने के बाद कई बार उसका मज़ाक उड़ाया गया था.

हाशिये के समुदायों के छात्रों द्वारा आत्महत्या की घटनाएं आम हो रही हैं: सीजेआई चंद्रचूड़

बीते दिनों आईआईटी बॉम्बे में एक दलित छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना का ज़िक्र करते हुए देश के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारे संस्थानों को छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण को भी आकार देना चाहिए.