तानाशाही जनतंत्र के भीतर, उसी के सहारे पैदा होती है

जैसे सभ्यता का दूसरा पहलू बर्बरता का है, वैसे ही जनतंत्र का दूसरा पहलू तानाशाही है. जनतंत्र की तानाशाही इसलिए भी ख़तरनाक है कि उसे खुद जनता लाती है. वह लोकप्रिय मत के सहारे सत्ता हासिल करती है. कविता में जनतंत्र स्तंभ की 32वीं क़िस्त.

अन्याय की व्यवस्था जब तक बेदख़ल चलती रहे, शांति का भ्रम बना रहता है

जनतंत्र मात्र वोट से नहीं चलता. वह संस्थानों, शक्तियों के विभाजन और उनकी निगरानी और उन पर नियंत्रण से ही चल सकता है. लेकिन इतिहास हमें बतलाता है कि कई बार स्वायत्त संस्थान अपनी स्वायत्तता सरकार के हवाले कर देते हैं.

कविता में जनतंत्र स्तंभ की दसवीं क़िस्त.

मोदी राज में विदेशों में नहीं बढ़ी भारत की प्रतिष्ठा- रिपोर्ट में दावा

अमेरिकियों के बीच सबसे लोकप्रिय विदेशी राजनेता की पहचान करने के लिए मार्च 2024 में एक सर्वे किया गया था. सर्वे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26वें स्थान पर थे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दोनों ही मोदी से ऊपर थे.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- भारत, जापान ऐसे देश जो अप्रवासियों का स्वागत नहीं करते

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक कार्यक्रम में अमेरिका के विरोधी माने जाने वाले चीन और रूस को 'ज़ेनोफोबिक' बताते हुए भारत और जापान का नाम भी जोड़ा. इसके बाद ह्वाइट हाउस ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कि बाइडन की टिप्पणी अपमानजनक नहीं थी और वे केवल अमेरिका की इमिग्रेंट्स नीति के बारे में बात कर रहे थे.

अमेरिका: फिलिस्तीन में नरसंहार के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्रों और शिक्षकों का दमन जारी

अमेरिका के न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन के समर्थन में हो रहे विद्यार्थियों के प्रदर्शन में कुछ फैकल्टी सदस्य भी शामिल थे, जो प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा के लिए वहां मौजूद थे. न्यूयॉर्क पुलिस द्वारा उन्हें हिरासत में लिया गया था. उनमें से एक प्रोफेसर डेविड लडन ने अपना अनुभव साझा किया है.

गूगल ने इज़रायल के साथ अनुबंध का विरोध करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

पिछले महीने न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया में गूगल के कुछ कर्मचारियों ने इज़रायल सरकार के साथ कंपनी के क्लाउड अनुबंध के विरोध में धरना दिया था, जिसके बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने उन्हें राजनीतिक बहस में न पड़ने की हिदायत दी थी.

अमेरिकी मीडिया में पन्नू की हत्या की ‘साज़िश’ के आरोपी भारतीय अधिकारी का नाम सामने आया

अमेरिकी अख़बार द वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस समय अमेरिकी नागरिक और खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साज़िश हुई, उस समय तत्कालीन रॉ प्रमुख सामंत गोयल पर 'विदेशों में रह रहे सिख कट्टरपंथियों को ख़त्म करने का काफी दबाव था.'

अमेरिका ने भारत से कहा- पन्नू की हत्या की साजिश की जांच ‘जल्दी और पारदर्शी तरीके से’ आगे बढ़ाएं

दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने कहा है कि अमेरिकी सरकार ने आरोपों को गंभीरता से लिया है और इसे भारत के साथ उच्चतम स्तर पर उठाया है.

मोहन भागवत ‘वोक पीपल’ और ‘वोक़िज़्म’ को लेकर इतना ग़ुस्से में क्यों है?

कहीं ऐसा तो नहीं कि ‘सांस्कृतिक मार्क्सवादी’ और ‘वोक पीपल’ (Woke People) को लेकर संघ सुप्रीमो की ललकार एक तरह से उत्पीड़ितों की दावेदारी और स्वतंत्र चिंतन के प्रति हिंदुत्व वर्चस्ववाद की बढ़ती बेचैनियों  को ही बेपर्द करती है.

ऐरोन बुशनेल का आत्मदाह इज़रायली क्रूरता के प्रति अमेरिकी शासन के अंधे समर्थन का परिणाम है

अमेरिकी सैनिक ऐरोन बुशनेल ने वॉशिंगटन डीसी में इज़रायली दूतावास के सामने 'फ्री फ़िलिस्तीन' का नारा लगाते हुए ख़ुद को ज़िंदा जला लिया ताकि दुनिया की नज़रें गाजा की ओर मुड़ जाएं. क्या बुशनेल जैसे लोग भुला दिए जाएंगे? क्या कोई युद्ध के विरोध में प्रतिबद्धता दिखाएगा और गाजा से लेकर यूक्रेन तक मानवीय नरसंहार का विरोध करने के लिए खड़ा हाेगा?

संवैधानिक अदालत का फैसला आने तक निखिल गुप्ता का प्रत्यर्पण रोका गया: चेक न्याय मंत्रालय

अमेरिकी अभियोजकों ने अमेरिकी नागरिक और खालिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश के मामले में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को आरोपी बनाते हुए चेक गणराज्य को प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा है. बीते महीने चेक हाईकोर्ट गुप्ता की अपील ख़ारिज करते हुए प्रत्यर्पण की इजाज़त दे चुका है.

इज़रायली हमले को अमेरिकी समर्थन के विरोध में संदीप पांडेय ने मैग्सेसे पुरस्कार लौटाया

सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडेय को वर्ष 2002 में प्रतिष्ठित मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि फ़िलिस्तीनी नागरिकों के ख़िलाफ़ मौजूदा हमले में इज़रायल का खुलेआम समर्थन करने में अमेरिका की भूमिका को देखते हुए उनके लिए पुरस्कार अपने पास रखना असहनीय हो गया है.

पंजाब पुलिस ने निकारागुआ ‘मानव तस्करी’ मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया

लीजेंड एयरलाइंस नामक रोमानियाई कंपनी के विमान ने बीते 22 दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात से मध्य अमेरिका के निकारागुआ के लिए उड़ान भरी थी. विमान को फ्रांस के हवाई अड्डे पर संभावित ‘मानव तस्करी’ की एक गुमनाम सूचना मिलने के बाद रोक दिया गया था. चार दिनों के बाद 276 यात्रियों के साथ विमान बीते 26 दिसंबर को मुंबई भेज दिया गया था.

हमारे देश ने अपनी नैतिक दिशा खो दी है

सारी दुनिया में लाखों यहूदी, मुसलमान, ईसाई, हिंदू, कम्युनिस्ट, एग्नॉस्टिक लोग सड़कों पर उतरकर गाज़ा पर हमला फ़ौरन बंद करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन, वही मुल्क जो कभी फिलिस्तीन का सच्चा दोस्त था, जिन पर कभी लाखों लोगों के जुलूस निकले हुए होते, वही सड़कें आज ख़ामोश हैं.

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