क्रिकेट खिलाड़ियों के बायो बबल में रहने के बावजूद कोविड-19 के कई मामले पाए जाने के बाद आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा कि टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया है. हम अगले उपलब्ध समय में इस प्रतियोगिता का आयोजन करने की कोशिश करेंगे, लेकिन इस महीने ऐसी संभावना नहीं है.
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती और संदीप वारियर संक्रमित पाए गए हैं, साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स के स्टाफ के तीन लोग भी कोविड-19 की चपेट में हैं. हालांकि कई टीमों के अधिकारियों का कहना है कि टूर्नामेंट जारी रहना चाहिए.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट व ओलंपिक विजेता अभिनव बिंद्रा ने भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान आईपीएल जारी रखने पर सवाल उठाए हैं, वहीं एक अंग्रेज़ी दैनिक ने इसकी कवरेज बंद कर दी है. इस बीच भारतीय खिलाड़ी आर. अश्विन समेत कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने लीग बीच में छोड़ दी है.
दो दशक से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहीं 38 वर्षीय मिताली राज ने दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ लखनऊ में तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान यह उपलब्धि हासिल की. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हज़ार रन पूरा करने वाली वह दूसरी महिला खिलाड़ी हैं. इससे पहले इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स ने यह उपलब्धि हासिल की थी.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेलकर करीब 17,000 रन बनाए और विकेट के पीछे 829 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है. 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 में उन्होंने चैंपियंस ट्राफी जीता है. वह एकमात्र क्रिकेट कप्तान हैं, जिसने आईसीसी के इन तीन ख़िताबों पर क़ब्ज़ा किया है. सुरेश रैना ने भी संन्यास की घोषणा की.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी टी-ट्वेंटी विश्वकप के फाइनल में है और इसका श्रेय 16 वर्षीय शेफाली वर्मा की बल्लेबाज़ी को जाता है. महज़ छह महीने पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आई शेफाली अपने शानदार प्रदर्शन के चलते दुनिया के उत्कृष्ट बल्लेबाज़ों की आईसीसी रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंच गई हैं.
आईसीसी की एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 क्रिकेट की विभिन्न श्रेणियों को जोड़कर देखें तो 11 भारतीय महिला क्रिकेटर टॉप 10 रैंकिंग वाली हैं जबकि पुरुष क्रिकेटरों की संख्या महज 6 है. वर्तमान पुरुष क्रिकेटरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन के बावजूद देश में महिला क्रिकेट को न दर्शकों से समुचित तवज्जो मिलती है न ही मीडिया से.
बीसीसीआई ने धोनी के अलावा दिनेश कार्तिक, ख़लील अहमद और अंबाती रायडु से भी क़रार ख़त्म कर लिया है. वहीं कप्तान विराट कोहली, उप-कप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ‘ए प्लस’ ग्रेड में बने हुए हैं, जिन्हें अनुबंध के तहत प्रति वर्ष सात करोड़ रुपये मिलते हैं.
पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली ने बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की होड़ में बृजेश पटेल को पछाड़ दिया है और अब इस पद के लिए वे अकेले उम्मीदवार हैं.
बीसीसीआई का अब तक राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) के दायरे में आने से इनकार करते हुए कहना था कि वह स्वायत्त इकाई है, कोई राष्ट्रीय खेल महासंघ नहीं. साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम को डोप-फ्री रखने के लिए उसका सिस्टम बहुत मजबूत है, इसलिए उसे नाडा के दायरे में आने की ज़रूरत नहीं है.
खेल मंत्रालय और बीसीसीआई के बीच हुए पत्राचार से यह जानकारी सामने आई है कि साल 2017 से खेल मंत्रालय बीसीसीआई से राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी के दायरे में आने के लिए कह रहा है. लेकिन बीसीसीआई इस बात पर अड़ा हुआ है कि चूंकि वो राष्ट्रीय खेल संगठन नहीं है, इसलिए राष्ट्रीय एजेंसी से क्रिकेट खिलाड़ियों का डोप टेस्ट नहीं कराएगा.
ब्रिटेन में लीड्स शहर के हैडिंग्ले स्टेडियम के ऊपर छह जुलाई को भारत और श्रीलंका के बीच हुए विश्व कप क्रिकेट मैच के दौरान तीन बार भारत विरोधी बैनर लगे विमान नज़र आए थे. इन विमानों पर कश्मीर के लिए न्याय और आज़ादी के अलावा मॉब लिंचिंग बंद करने की मांग की गई थी.
अम्बाती रायुडू ने अब तक संन्यास लेने की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. बताया जा रहा है कि रायुडू को विश्वकप के लिए अधिकारिक स्टैंडबाय लिस्ट में रखा गया था, लेकिन ऑलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होने के बाद उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल कर लिया गया.
विशेष रिपोर्ट: युवराज भले ही बड़े खिलाड़ी रहे लेकिन करिअर के शुरुआती दौर में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं था. विकल्पों के अभाव के चलते वे टीम में चुने जाते रहे. अगर कोई और दौर होता तो वे शायद करिअर के शुरुआती दौर में ही टीम से रुख़सत हो गए होते.
मुंबई में अपने संन्यास की घोषणा करते हुए भावुक युवराज सिंह ने कहा कि इस खेल ने मुझे लड़ना सिखाया, मैंने जितनी सफलताएं अर्जित की उससे अधिक बार मुझे नाकामी मिली पर मैंने कभी हार नहीं मानी.