वीडियो: वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आगामी भारत जोड़ो यात्रा के लिए कांग्रेस की योजनाओं के बारे में द वायर के अजॉय आशीर्वाद के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसले प्रतिकूल साबित हुए हैं और भाजपा केवल धर्म, जाति और भाषा के आधार पर भारत को विभाजित करने में कामयाब रही है.
मध्य प्रदेश के इंदौर में यह व्याख्यान होना था, जिसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ लेखक अशोक कुमार पांडेय और लेखक तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शम्सुल इस्लाम को शामिल होना था. शम्सुल इस्लाम ने कहा कि आयोजन नहीं करने दिया गया, क्योंकि सच और स्वतंत्र विचारों को एक ख़ास विचारधारा के लाभ के लिए वे रोकना चाहते हैं.
मलयालम समाचार चैनल ‘मीडिया वन’ के प्रसारण संबंधी लाइसेंस को 31 जनवरी को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा रद्द किए जाने के एक दिन बाद केरल के 10 लोकसभा सांसद संबंधित मंत्री अनुराग ठाकुर से मिले थे. तब उन्होंने उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने को बोला था. सांसदों का कहना है कि लाइसेंस रद्द करने का कोई स्पष्ट कारण नहीं दिया गया है, यह मीडिया की आवाज़ दबाने का प्रयास है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान ख़ुर्शीद की पुस्तक ‘सनराइज़ ओवर अयोध्या- नेशनहुड इन अवर टाइम्स’ का विमोचन करने के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का क़ानूनी आधार बहुत संकीर्ण है, लेकिन दोनों पक्षों ने इसे स्वीकार किया, इसलिए यह सही है. ऐसा नहीं है कि यह सही निर्णय था.
मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर का मामला. आरोप है कि बीते 19 अगस्त को उज्जैन में मुहर्रम के मौके पर एक कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए थे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि फ़र्ज़ी ख़बर के आधार पर ‘क़ाज़ी साहब ज़िंदाबाद’ को ‘पाकिस्तान ज़िदाबाद’ बताकर कई लोगों पर मुक़दमे दायर हो गए हैं. मध्य प्रदेश पुलिस को कार्रवाई करने के पूर्व वास्तविकता का पता लगा लेना चाहिए था.
भाजपा ने मूल वीडियो से छेड़छाड़ कर शिवराज सिंह चौहान की छवि ख़राब करने के लिए सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित करने का आरोप लगाया है. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आदिवासियों को मुख्यमंत्री के दलालों द्वारा ठगे जाने के संबंध में आवाज़ उठाई और धरना देने की धमकी दी तो तिलमिलाई भाजपा ने केस दर्ज़ करा दिया.
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौन-सी नैतिकता है?
राज्य की कमलनाथ सरकार के मंत्री-विधायक एक-दूसरे पर अवैध खनन, अवैध शराब और रिश्वत लेने जैसे संगीन आरोप लगा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि वे सरकार को पर्दे के पीछे से चला रहे हैं, वहीं नये प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी खींचतान की स्थिति बनी हुई है.
विपक्षी दलों के विरोध के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि बजरंग दल व भाजपा के आईटी सेल के पदाधिकारी द्वारा आईएसआई से पैसे लेकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने पकड़ा है. मैंने यह आरोप लगाया है, जिस पर मैं आज भी क़ायम हूं.
राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा दोनों ही लोकसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन के बढ़-चढ़कर दावे कर रहे हैं. कांग्रेस 20 से अधिक सीटों पर तो भाजपा सभी 29 सीटों पर जीत मिलने का दावा कर रही है, लेकिन दोनों के दावे हक़ीक़त से कोसों दूर हैं.
35 सालों से न जीती गई भोपाल सीट पर दिग्विजय सिंह को उतारने के पीछे केंद्रीय नेतृत्व से अधिक मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा बताई जा रही है. विश्लेषक मानते हैं कि दिग्विजय की हार या जीत से फायदा कमलनाथ का ही है. जीत दिग्विजय को दिल्ली पहुंचाएगी, जिससे राज्य की राजनीति में उनका हस्तक्षेप कम होगा और हार ज़ाहिर तौर पर उनका क़द कम कर देगी.
राहुल गांधी को लेकर संशय ख़त्म नहीं हुआ है. उन्हें अब भी यह साबित करना है कि वे नरेंद्र मोदी का व्यावहारिक विकल्प हैं.
विशेष रिपोर्ट: आंकड़े बताते हैं कि अगर बसपा के साथ गठबंधन हो भी जाता तो भी कांग्रेस को कोई ख़ास फायदा नहीं मिलता.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे नेता नहीं होने दे रहे कांग्रेस-बसपा का गठबंधन. कांग्रेस पार्टी की रस्सी जल गई, मगर बल नहीं गया.
विशेष रिपोर्ट: मध्य प्रदेश में पिछले तीन विधानसभा चुनाव हारकर 15 सालों से वनवास भोग रही कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन, सुर्ख़ियों में पार्टी की अंदरूनी उठापटक ही हावी है.