केरल के एर्नाकुलम ज़िले का मामला. एक रेस्तरां में खाना खाने वाले 68 लोगों को उल्टी-दस्त होने लगे, जिसके बाद उन्हें ज़िले के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया. घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों ने रेस्तरां को बंद कर रेस्तरां मालिक के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.
राजस्थान में बांसवाड़ा ज़िले के दानापुर इलाके का मामला. आरोप है कि एंबुलेंस बुलाए जाने के क़रीब सवा घंटे बाद पहुंची और जब मरीज़ को लेकर अस्पताल ले जाया जा रहा था तो ईंधन ख़त्म हो गया. डीज़ल मंगाकर डाला गया, लेकिन वह स्टार्ट नहीं हुई. फिर मरीज़ के परिजन एंबुलेंस को धक्का मारकर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो गई.
एल्गार परिषद मामले में आरोपी 70 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा को बीते 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए नज़रबंद रखने की अनुमति देते हुए कहा था कि उसके आदेश का क्रियान्वयन 48 घंटे के अंदर किया जाना चाहिए.
एल्गार परिषद मामले में आरोपी 70 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा को बीते 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए नज़रबंद रखने की अनुमति देते हुए कहा था कि उसके आदेश का क्रियान्वयन 48 घंटे के अंदर किया जाना चाहिए. हालांकि सोमवार शाम तक वह जेल में ही थे, क्योंकि उनकी रिहाई की औपचारिकताएं पूरी नहीं हो सकी हैं.
एल्गार परिषद मामले में आरोपी 70 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा के मुंबई की तलोजा जेल में पर्याप्त चिकित्सा और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी के मद्देनज़र घर में नज़रबंदी के अनुरोध को स्वीकारते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि उनकी मेडिकल रिपोर्ट को ख़ारिज करने की कोई वजह नहीं है.
कर्नाटक के तुमकुरु ज़िला अस्पताल का मामला. मां समेत उसके जुड़वा बच्चों की मौत के बाद अस्पताल के प्रसूति वार्ड की तीन प्रभारी नर्सों और एक ऑन-ड्यूटी डॉक्टर को लापरवाही के लिए निलंबित करने के साथ मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
एल्गार परिषद मामले में आरोपी सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा के वकील ने अदालत को बताया कि वे कैंसर से जूझ रहे हैं और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने की ज़रूरत है. इसके अलावा वे दांत और त्वचा संबंधी एलर्जी से पीड़ित हैं. शीर्ष अदालत ने कहा कि चिकित्सकीय इलाज एक क़ैदी का मौलिक अधिकार है.
इलाहाबाद के तेज बहादुर सप्रू अस्पताल में नमाज़ पढ़ रही एक महिला के वीडियो को लेकर पुलिस ने कहा कि वो बिना किसी ग़लत इरादे के, किसी के काम या आवाजाही में बाधा डाले बिना उनके मरीज़ के शीघ्र स्वस्थ होने को लेकर नमाज़ अदा कर रही थीं. यह अपराध की श्रेणी में नहीं आता.
मामला हज़ारीबाग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का है. आकाशीय बिजली गिरने से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति का इलाज मोबाइल फोन के टॉर्च की रोशनी में करने का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया है. अस्पताल ने आरोपों से इनकार किया है.
बिहार के समस्तीपुर स्थित सरकारी सदर अस्पताल का मामला. अस्पताल के एक कर्मचारी ने कथित तौर पर बेटे के शव को देने के लिए उनके बुज़ुर्ग माता-पिता से 50,000 रुपये मांगे थे. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि ज़िम्मेदार पाए जाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
मामला उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले का है. एक वृद्ध व्यक्ति द्वारा अपनी बीमार पत्नी को ठेले पर लेकर अस्पताल पहुंचने संबंधी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक, महिला की उसी रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
इंदौर स्थित शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय का मामला है. एक युवक की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम के विवाद में करीब 50 लोगों के उग्र समूह ने अस्पताल के डॉक्टरों समेत 10 लोगों को पीटा और अस्पताल में तोड़फोड़ किया. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नीति आयोग के रिपोर्ट में कहा है कि ब्रिक्स देशों (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) में भारत का स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च सबसे कम है और देश के 21 राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों की 50 प्रतिशत आबादी की केवल 35 प्रतिशत अस्पतालों के बिस्तरों तक पहुंच है.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा ज़िले के मुख्यालय अंबिकापुर स्थित राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध अस्पताल में पिछले दो दिनों में ये मौतें हुई हैं. अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि इन मौतों में कुछ भी असामान्य नहीं है, क्योंकि इन नवजातों की मौत जन्म संबंधी जटिलताओं की वजह से हुई है. वहीं, परिजनों ने कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
घटना हजारीबाग जिले के दारू थानाक्षेत्र का है. पुलिस के मुताबिक शनिवार तड़के जब किशोरी अपने दो सहेलियों के साथ तालाब के पास गई थी, पड़ोसी गांव के पांच व्यक्तियों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया और घटना का वीडियो बना लिया. पुलिस के संज्ञान में ये घटना तब आई जब परिवार के सदस्य उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले गए और डॉक्टरों ने पुलिस को