‘लव जिहाद’ पर भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने कहा- प्यार प्यार होता है, प्यार कोई दीवार नहीं देखता

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ‘लव जिहाद’ पर एक सवाल के जवाब में भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने कहा कि अगर दो लोग विशुद्ध रूप से प्रेम के लिए एक साथ आए हैं, तो इसका सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अगर इसके पीछे कोई कड़वाहट और चालाकी है तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए.

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पंकजा मुंडे. (फोटो साभार: फेसबुक)

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ‘लव जिहाद’ पर एक सवाल के जवाब में भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने कहा कि अगर दो लोग विशुद्ध रूप से प्रेम के लिए एक साथ आए हैं, तो इसका सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अगर इसके पीछे कोई कड़वाहट और चालाकी है तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए.

पंकजा मुंडे. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने रविवार को इस बात से इनकार किया कि ‘लव जिहाद’ केंद्र सरकार के एजेंडे में था, उन्होंने कहा कि जब दो लोग ‘विशुद्ध रूप से प्यार’ के लिए एक साथ आए हैं, उनका ‘सम्मान’ किया जाना चाहिए.

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ‘लव जिहाद’ पर एक सवाल के जवाब में मुंडे ने कहा, ‘मुझे लगता है कि प्यार, प्यार होता है. प्यार कोई दीवार नहीं देखता. अगर दो लोग विशुद्ध रूप से प्रेम के लिए एक साथ आए हैं, तो इसका सम्मान किया जाना चाहिए. लेकिन अगर इसके पीछे कोई कड़वाहट और चालाकी है तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए. हालांकि, अगर एक महिला को अंतरजातीय विवाह में फंसाया जाता है, तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए.’

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार के एजेंडे में ‘लव जिहाद’ जैसा कोई विषय कभी नहीं रहा. चर्चाएं हमेशा विकास और पुनर्विकास पर केंद्रित होती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान देश को अगले 25 वर्षों में विकास और प्रगति के मार्ग पर ले जाने पर है.’

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंडे की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब उन्होंने अपनी पार्टी के साथ मतभेदों का संकेत देते हुए कहा था कि वह भाजपा की हैं, लेकिन भाजपा उनकी नहीं है.

इससे पहले राज्य सरकारों में बीजेपी नेता ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह चुके हैं. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि राज्य में ‘लव जिहाद’ की घटनाएं बढ़ रही हैं. हम चिंतित हैं और इस पर लगाम लगाएंगे.’

इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात भाजपा शासित विभिन्न राज्यों ने ‘लव जिहाद’ पर रोक लगाने के नाम पर धर्मांतरण विरोधी सख्त कानून भी लागू किए हैं.

‘लव जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर हिंदुत्ववादी दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा यह आरोप लगाने के लिए किया जाता है कि मुस्लिम पुरुष, हिंदू महिलाओं को शादी का लालच देकर उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करा रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने बीते 16 मई को कहा था कि उनकी सरकार ने ‘लव जिहाद’ को ‘गंभीरता से लिया’ है.

उन्होंने कहा था, ‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि राज्य में लव जिहाद और धर्मांतरण के दुष्चक्र को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’

दिसंबर 2022 में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ‘लव जिहाद’ पर लगाम कसने को लेकर नए नियम लाने का ऐलान किया था.

मिश्रा ने कहा था कि मध्य प्रदेश में मैरिज रजिस्ट्रार ब्यूरो और विवाह संपन्न कराने के लिए जिम्मेदार अन्य संस्थानों को जल्द ही आवेदक जोड़ों की शादी से पहले पुलिस से सत्यापन (वेरिफिकेशन) कराना पड़ सकता है.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी शहर में अल्पसंख्यक समुदाय के एक लड़के के साथ एक नाबालिग लड़की के कथित तौर पर भागने की कोशिश के बाद तनाव की स्थिति है.

इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि लव जिहाद के बढ़ते मामलों की जांच करने के लिए सरकार हाल ही में उत्तराखंड रहने के लिए आए लोगों की पृष्ठभूमि की जांच शुरू करेगी. सत्यापन के बाद ही लोग उत्तराखंड में रह सकेंगे.

इससे पहले उत्तराखंड में भाजपा नेता और पौड़ी नगर निगम के अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने हिंदुत्ववादी संगठनों के दबाव और कानून व्यवस्था को देखते हुए एक मुस्लिम युवक से अपनी बेटी की शादी रद्द कर दी थी. यह शादी 28 मई को होनी थी.