पंजाब पुलिस ने 122 पूर्व मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया है. इस फैसले के एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव से मिले थे.
जनादेश जब इस क़िस्म का हो कि मतदाताओं का एक तबका उसमें ख़ुद को किसी तरह शामिल न कर पाए, तो उसके मायने यही होंगे कि जनता खंडित हो चुकी है.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की झाड़ू ऐसी चली है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री समेत 5 पूर्व मंत्री, 54 भाजपा उम्मीदवार, 30 कांग्रेस उम्मीदवार और 27 शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार अपनी जमानत तक जब्त होने से बचा नहीं सके.
कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों समेत कई बड़े नाम आम आदमी पार्टी के लगभग अनजान से चेहरों से चुनाव हारे हैं. वहीं, भाजपा भी अपनी दो ही सीटें बचा सकी.
चुनाव में उतरे बादल परिवार के पांच सदस्यों- प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, मनप्रीत बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया और आदेश सिंह कैरों अपनी सीट नहीं बचा सके. इन सभी को आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने हराया है. तीन दशकों में पहली बार 117 सदस्यीय विधानसभा में इस परिवार का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होगा.
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले उत्तर प्रदेश, जहां सबसे अधिक 403 विधानसभा सीटें हैं, वहां 621,186 मतदाताओं (0.7 प्रतिशत) ने ईवीएम में ‘नोटा’ विकल्प का बटन दबाया. शिवसेना को गोवा, उत्तर प्रदेश और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में नोटा से भी कम वोट मिले हैं.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उनके उत्तराखंड के समकक्ष पुष्कर सिंह धामी अपनी-अपनी सीट से हार गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्रियों में पंजाब में तीन- प्रकाश सिंह बादल, अमरिंदर सिंह व राजिंदर कौल भट्टल, उत्तराखंड में हरीश सिंह रावत और गोवा में चर्चिल अलेमाओ को हार का सामना करना पड़ा है.
पांच में से चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित होने के बाद भाजपा मुख्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिए हैं लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले किसी मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का यह पहला उदाहरण है.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम में बीते कई चुनाव नतीजों की तरह कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ी है. पंजाब में जहां वह सत्ता से बेदख़ल हो गई, वहीं यूपी में प्रियंका गांधी के प्रयासों को मतदाताओं ने ख़ारिज कर दिया. अब शीर्ष कांग्रेसी नेता हमेशा की तरह हार से सबक़ लेने की बात कहते नज़र आ रहे हैं.
मतगणना की पूर्व संध्या पर निर्वाचन आयोग ने वाराणसी में ईवीएम से संबंधित नोडल अधिकारी सहित तीन अधिकारियों को हटाने की घोषणा की. यह क़दम समाजवादी पार्टी के इस आरोप से उठे विवाद के बाद उठाया गया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन अनधिकृत तरीके से स्थानांतरित की जा रही थीं.
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि चुनाव के मद्देनज़र लागू आदर्श आचार संहिता के तहत अब तक लगभग 103.56 करोड़ रुपये की नकदी और 62.13 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 22 लाख लीटर से ज़्यादा शराब ज़ब्त की गई.
असम, हिमाचल प्रदेश, केरल, नगालैंड और त्रिपुरा से राज्यसभा के आठ सदस्यों का कार्यकाल दो अप्रैल को और पंजाब के पांच सदस्यों का कार्यकाल नौ अप्रैल को पूरा होगा. जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और आनंद शर्मा भी शामिल हैं.
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के तहत राज्य के नौ ज़िलों की 54 विधानसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक औसतन 54.18 प्रतिशत मतदान हुआ. वाराणसी में एक जवान पर मतदाता सूची फिंकवाने का आरोप लगने के बाद उसे चुनाव ड्यूटी से हटाया गया. वहीं, गोवा में कांग्रेस ने कहा कि वह भाजपा के अलावा अन्य सभी दलों के साथ चुनाव बाद गठबंधन को तैयार है.
उत्तर प्रदेश के सातवें और अंतिम चरण के चुनाव से पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा के नाती और इलाहाबाद से भाजपा की सांसद रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक जोशी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तक़दीर बदलने के लिए बसपा की ‘आयरन सरकार’ बनाना ज़रूरी है.
यह घटना पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा चौकी के क़रीब स्थित खासा इलाके में बीएसएफ़ के 144वीं बटालियन के परिसर में हुई. इस दौरान गोलीबारी करने वाले जवान की भी मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी अपने काम के घंटों को लेकर ग़ुस्से में था.