महाराष्ट्र के एक डॉक्टर ने एक छात्रावास में नाबालिग छात्राओं के साथ यौन शोषण की जानकारी होने के बावजूद उचित प्राधिकरण को सूचित नहीं किया था, जिसके लिए पुलिस ने उस पर पॉक्सो का मामला दर्ज किया था. हाईकोर्ट द्वारा डॉक्टर के ख़िलाफ़ मामले को रद्द करने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी.
केरल हाईकोर्ट ने एक श्रम अदालत में पीठासीन अधिकारी के तौर पर सत्र न्यायाधीश एस. कृष्ण कुमार के तबादले को रद्द करते हुए कहा कि यह उनके प्रति न केवल पूर्वाग्रह और दुर्भावना से भरा फैसला था, बल्कि इससे राज्य में न्यायिक अधिकारियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के आधा दर्जन ज़िलों में ‘जाति पंचायतों के फ़रमान पर वित्तीय विवादों के निपटान के लिए लड़कियों की ‘स्टांप पेपर पर नीलामी की जा रही है’ और इससे इनकार करने उनकी माताओं का बलात्कार किया जाता है.
कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुग मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुग शरणारू पर दो नाबालिग छात्राओं ने यौन शोषण करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने अदालत में लिंगायत संत शरणारू, छात्रावास के वार्डन और एक अन्य व्यक्ति के ख़िलाफ़ आईपीसी, पॉक्सो और एससी/एसटी एक्ट के तहत आरोप-पत्र दायर किया है.
दमोह ज़िले के देहात थानाक्षेत्र के देवरान गांव का मामला. पुलिस के अनुसार, एक मामूली विवाद के बाद छह लोगों ने दलित दंपति और उनके पुत्र की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी. हमले में घायल हुए दो अन्य बेटे उपचाररत हैं और मुख्य आरोपी सहित चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
बीते सितंबर महीने में चित्रदुर्ग ज़िले के मुरुग मठ द्वारा संचालित स्कूल के छात्रावास में रहने वाली दो नाबालिग छात्राओं के कथित यौन शोषण के मामले में गिरफ़्तार मुख्य पुजारी महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू फ़िलहाल हिरासत में हैं. एक अन्य छात्रा का आरोप है कि महंत ने छात्रावास में दो साल तक उसका यौन उत्पीड़न किया.
मामला पश्चिमी सिंहभूम ज़िले का है. पुलिस ने बताया कि कम से कम छह नाबालिग छात्राओं ने अपने घर में बताया था कि एक शिक्षक ने उन्हें अश्लील वीडियो दिखाए और ग़लत तरीके से छुआ था. आरोपी के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर ग्रामीण नाराज़ थे.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुईं जस्टिस इंदिरा बनर्जी 2019 में तत्कालीन सीजेआई रंजन गोगोई पर शीर्ष अदालत की ही एक कर्मचारी द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली समिति में शामिल थीं.
सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट के तहत सभी महिलाओं को गर्भावस्था के 24 सप्ताह तक सुरक्षित व क़ानूनी रूप से गर्भपात कराने का हक़ देते हुए कहा कि उनके विवाहित होने या न होने के आधार पर कोई भी पक्षपात संवैधानिक रूप से सही नहीं है.
इस साल मई महीने में दिल्ली हाईकोर्ट की पीठ के एक जज ने आईपीसी की धारा 375 (बलात्कार) के तहत दिए गए अपवाद के प्रावधान को समाप्त करने का समर्थन किया, जबकि दूसरे न्यायाधीश ने कहा था कि यह अपवाद असंवैधानिक नहीं है. इस निर्णय को शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई है.
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर शहर के गोरखनाथ क्षेत्र का मामला. महिला ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि कई बार शिकायत के बाद भी क़रीब दो महीने हो गए लेकिन आरोपी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज नहीं किया गया, जबकि आरोपी की शिकायत पर पैसे न चुकाने को लेकर उन पर केस दर्ज कर दिया गया है. पुलिस ने कहा कि महिला की शिकायत की जांच चल रही है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अरुणाचल प्रदेश के कोलोरियांग क्षेत्र से भाजपा विधायक लोकम टसर के ख़िलाफ़ पुलिस ने चार जुलाई को एक गर्भवती महिला से बलात्कार के आरोप का मामला दर्ज किया है. इस बीच पुलिस ने विधायक की गिरफ़्तारी के प्रयास तेज़ कर दिए हैं. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा है कि अगर अदालत ने विधायक के ख़िलाफ़ आरोपों को सही पाया तो भाजपा उनके ख़िलाफ़ कठोर कार्रवाई करेगी.
त्रिपुरा के विधायक और पूर्व आदिवासी कल्याण मंत्री मेवार कुमार जमातिया पर दिल्ली के त्रिपुरा भवन में अस्थायी रूप से रह रही एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. दिल्ली पुलिस ने छात्रा की शिकायत के आधार केस दर्ज किया है. मामले में अब तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है.
भोपाल के हमीदिया अस्पताल की 50 से अधिक नर्सों ने पत्र लिखकर कहा था कि अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी नर्सों से छेड़छाड़ करते थे, नशे की हालत में उनके चेंजिंग रूम में घुस जाते थे और विरोध करने पर नौकरी से निकलवा देने की धमकी देते थे. अस्पताल की जांच समिति पर लीपापोती करने के आरोप के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निजी सचिव 71 वर्षीय पीपी माधवन के ख़िलाफ़ 26 वर्षीय एक युवती की शिकायत पर बलात्कार का मामला दर्ज किया है. वहीं, माधवन ने कहा कि एफ़आईआर केवल उन्हें बदनाम करने और उनके लंबे और ईमानदार करिअर पर आक्षेप लगाने के लिए है.