केरल राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एक आदेश में कहा है कि राज्य के सभी स्कूलों में ‘टीचर’ संबोधन का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए जाएं. आयोग ने कहा कि ‘सर’ या ‘मैडम’ के बजाय ‘टीचर’ कहने से सभी स्कूलों के बच्चों के बीच समानता बनाए रखने में मदद मिल सकती है और शिक्षकों के प्रति उनका लगाव भी बढ़ेगा.
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम ज़िले में बीते 14 अक्टूबर को परीक्षा में नकल करने का संदेह होने पर एक महिला शिक्षक द्वारा कथित रूप से कपड़े उतारने के लिए मजबूर किए जाने के बाद छात्रा ने आत्मदाह का प्रयास किया था. आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
बीते सात अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा के एक स्कूल में परीक्षा में फेल होने पर शिक्षक ने 12 वर्षीय छात्र की कथित रूप से पिटाई की थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. बीते 11 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया था.
मथुरा-वृंदावन के एक महाविद्यालय की शिक्षिका एवं सामाजिक कार्यकर्ता ने एक संप्रदाय के महंत पर उन्हें मोबाइल फोन पर अश्लील फोटो भेजने और उनका अपमान करने का आरोप लगाया है. पुलिस के अनुसार, मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई है और उसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
मामला पश्चिमी सिंहभूम ज़िले का है. पुलिस ने बताया कि कम से कम छह नाबालिग छात्राओं ने अपने घर में बताया था कि एक शिक्षक ने उन्हें अश्लील वीडियो दिखाए और ग़लत तरीके से छुआ था. आरोपी के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर ग्रामीण नाराज़ थे.
मामला औरेया ज़िले के अछल्दा थाना क्षेत्र का है. बीते सात सितंबर को 10वीं कक्षा के एक छात्र के सामाजिक विज्ञान के शिक्षक ने परीक्षा में ग़लत उत्तर देने को लेकर पिटाई की थी. इलाज के दौरान सोमवार को छात्र की मौत हो गई. शिक्षक के ख़िलाफ़ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज होने के बाद से वह फ़रार हैं.
घटना शहडोल ज़िले के जयसिंहनगर ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक स्कूल में 23 सितंबर को हुई थी. घटना की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है, जिसमें कक्षा पांच की एक छात्रा केवल अधोवस्त्र में खड़ी दिख रही थी और शिक्षक उसकी यूनिफॉर्म धोते नज़र आ रहे थे.
उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक सरकारी स्कूल का मामला. मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया गया है. कक्षा छह में पढ़ने वाले छात्र ने आरोप लगाया था कि ग़लती से शिक्षक की बाइक छू देने पर उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया था और लोहे के पाइप व झाड़ू से पिटाई की थी.
केरल पुलिस ने पनूर इलाके के एक संस्थान के शिक्षक और 22 वर्षीय छात्र को 12 से 14 साल के तीन नाबालिग बच्चों के साथ छेड़खानी के आरोप में पॉक्सो क़ानून के तहत गिरफ़्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि घटना छुट्टियों से पहले की है. छुट्टियों के बाद संस्थान खुलने पर बच्चों ने जब वहां जाने से इनकार कर दिया, तब उनके माता-पिता को इसकी जानकारी हुई.
बर्खास्त किए गए लोगों में कश्मीर विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग का प्रोफेसर अल्ताफ़ हुसैन पंडित, सरकारी शिक्षक मोहम्मद मक़बूल हाज़म और एक पुलिसकर्मी गुलाम रसूल शामिल हैं. संविधान के अनुच्छेद 311 (2)(सी) के तहत गठित समिति की सिफारिश पर तीनों को बर्ख़ास्त किया गया. यह राज्य की सुरक्षा के हित में बिना जांच किए ही किसी व्यक्ति को बर्ख़ास्त करने की अनुमति देता है.
लॉकडाउन के बाद हरियाणा सरकार ने बीते दो नवंबर को 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को फिर से खोल दिया था. स्कूल खुलने के बाद विभिन्न जिलों के 300 से अधिक बच्चे संक्रमित पाए गए हैं.
बचपन से ही सुनते आए हैं कि गुरु-शिष्य परंपरा के समाप्त हो जाने से ही शिक्षा व्यवस्था में सारी गड़बड़ी पैदा हुई है. लेकिन इस परंपरा की याद किसके लिए मधुर है और किसके लिए नहीं, इस सवाल पर विचार तो करना ही होगा.
मार्च में किशोरी ने स्कूल के हेडमास्टर के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत वापस लेने से मना करने पर किशोरी की हत्या कर दी गई.
रांची में प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज में घायल हुए एक अन्य शिक्षक की भी मौत. झारखंड में अनुबंधित शिक्षक अपनी सेवा को नियमित करने एवं अन्य मांगों को लेकर पिछले तीन महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं.
शिक्षकों पर यह भी आरोप कि नाबालिग को इतनी अधिक मात्रा में गर्भनिरोधक दवाएं दीं कि उसे कैंसर हो गया है.