केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि ब्रू लोगों के पुनर्वास की प्रगति की समीक्षा की गई और ऐसा प्रतीत होता है कि पुनर्वास के संबंध में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. केवल 500 परिवारों को अभी तक ज़मीन नहीं मिली है और उन सभी को 20 मई तक प्लॉट दिए जाएंगे.
त्रिपुरा के गोमती ज़िले का मामला. एक नाबालिग लड़की और युवक के बीच प्रेम संबंध था. दोनों के घर छोड़कर चले जाने के बाद लड़की के पिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. बताया जाता है कि पुलिस द्वारा उन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद उनके माता-पिता को ख़बर मिली कि दोनों ने ज़हर खा लिया. चकमा सामाजिक परिषद ने मामले की न्यायिक जांच की मांग के साथ ज़िम्मेदार पुलिसवालों को कड़ी सज़ा देने की मांग की है.
कर्मचारियों को सप्ताह में एक बार स्वदेशी पारंपरिक कपड़े पहनने की अपील संबंधी त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद की अधिसूचना पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. भाजपा ने इस फैसले का विरोध करते हुए पूछा कि ऐसे कर्मचारी जो त्रिपुरा के बाहर के हैं वे क्या करेंगे. परंपरा, संस्कृति और भाषा को थोपा नहीं जाना चाहिए.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजे पत्र में ब्रू विस्थापित युवा संघ ने पुनर्वास प्रक्रिया को पूरा करने में देरी के लिए त्रिपुरा की बिप्लब देव सरकार के लापरवाही भरे रवैये को ज़िम्मेदार ठहराया है.
सिपहीजाला ज़िले की घटना. पुलिस ने बताया कि सोनामुरा उपसंभाग में जात्रापुर थानाक्षेत्र में ग्रामीणों ने एक युवक को मवेशी चोर समझकर बुरी तरह पीटा. हालत गंभीर होने के चलते स्थानीय अस्पताल ने उसे अगरतला रेफर किया, जहां ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया. मामले में दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
पिछले साल बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले के बाद त्रिपुरा में आगज़नी, लूटपाट और हिंसा की घटनाएं हुई थीं, इसके ख़िलाफ़ चार छात्रों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में सांप्रदायिक हिंसा पर लोगों को सोशल मीडिया पोस्ट के लिए नोटिस भेजने को लेकर त्रिपुरा पुलिस की खिंचाई की थी.
त्रिपुरा में भाजपा विधायक शंभूलाल चकमा ने कथित तौर पर विधानसभा में सरकार द्वारा संचालित मदरसों को बंद करने की मांग करते हुए कहा था कि वहां आतंकवादी और असामाजिक तत्व तैयार किए जाते हैं. उनके बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता माणिक सरकार ने कहा कि भाजपा के शासन में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. पार्टी के सत्ता में आने से पहले इस तरह की स्थिति कभी नहीं आई.
तिपरा मोठा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देवबर्मन का यह बयान आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासी वोट बैंक तैयार करने के लिए त्रिपुरा पीपुल्स फ्रंट की नेता पाताल कन्या जमातिया के भाजपा में शामिल होने के बाद आया है.
असम, हिमाचल प्रदेश, केरल, नगालैंड और त्रिपुरा से राज्यसभा के आठ सदस्यों का कार्यकाल दो अप्रैल को और पंजाब के पांच सदस्यों का कार्यकाल नौ अप्रैल को पूरा होगा. जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और आनंद शर्मा भी शामिल हैं.
याचिकाकर्ता वकील एहतेशाम हाशमी के ख़िलाफ़ त्रिपुरा पुलिस ने पिछले साल राज्य में हुई हिंसा पर उनकी रिपोर्टिंग के लिए कठोर गैरक़ानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है. हाशमी ने एसआईटी द्वारा जांच की मांग की है, जिसमें एक मस्जिद को नष्ट करने सहित मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा की घटनाओं को दरकिनार करने में पुलिस और त्रिपुरा सरकार की मिलीभगत का आरोप लगाया गया है.
भाजपा छोड़ने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखे त्रिपुरा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बर्मन ने कहा कि भाजपा-आईपीएफटी सरकार 2023 में सत्ता में नहीं लौटेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन के तहत कोई लोकतांत्रिक अधिकार नहीं है. उन्होंने यह भी दावा किया कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, उसके बाद के सभी चुनावों में धांधली की गई है.
इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में नगालैंड, मणिपुर,अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम, मिज़ोरम और त्रिपुरा के प्रमुख समाचार.
मामला बीते साल त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद की गई सोशल मीडिया पोस्ट करने वालों से जुड़ा है. कोर्ट के आदेश के बावजूद इन लोगों को नोटिस भेजने को लेकर अदालत ने कहा कि अगर पुलिस ने लोगों को परेशान करना बंद नहीं किया, तो वह राज्य के गृह सचिव और संबंधित पुलिस अधिकारियों को तलब करेंगे.
राइट्स एंड रिस्क एनालिसिस ग्रुप की रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2021 में देश भर में कम से कम छह पत्रकारों की हत्या हुई, 108 पर हमला हुआ और 13 मीडिया संस्थानों या अख़बारों को निशाना बनाया गया.
इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में असम, मेघालय, त्रिपुरा, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख समाचार.