सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2019 में सीएए के विरोध में आंदोलन कर रहे लोगों को वसूली के नोटिस भेजे जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह कार्यवाही उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रतिपादित क़ानून के विरुद्ध है और इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती.
उत्तर प्रदेश के कासगंज ज़िले में एक नाबालिग लड़की के गुमशुदगी के सिलसिले में हिरासत में लिए गए अल्ताफ़ बीते साल नवंबर में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी. पुलिस ने इसे ख़ुदकुशी बताया था जबकि मृतक के परिजनों ने पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने से अल्ताफ़ की मौत होने का आरोप लगाया था.
उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह की के आश्रम के पास की जमीन से बीते 10 फरवरी को 22 वर्षीय दलित युवती का क्षत-विक्षत शव मिला था. युवती के लापता होने की शिकायत पर एफआईआर एक महीने बाद 10 जनवरी को दर्ज की गई थी. आरोपी को बीते 24 जनवरी को युवती के अपहरण के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक सीट ऐसी भी है, जहां लड़ाई राजघरानों के बीच है. रामपुर सीट पर दो राजघराने आमने-सामने हैं. रामपुर के मोहम्मद आज़म ख़ान और नवाब काजिम अली उर्फ़ नावेद मियां के बीच चुनावी मुकाबला है.
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: निर्वाचन आयोग ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेता हरीश रावत की छेड़छाड़ वाली तस्वीर ट्वीट करने पर भाजपा को चेताया. उत्तराखंड में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार चुनाव में भाजपा जीत के सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ेगी. राहुल गांधी ने कहा कि असली मुद्दों से गोवा के लोगों का ध्यान भटका रहे हैं प्रधानमंत्री. पंजाब में चुनाव प्रचार से दूर रह रहीं कांग्रेस सांसद और अमरिंदर सिंह की पत्नी प्रनीत कौर ने
उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले का मामला है. 22 वर्षीय दलित युवती के लापता होने की शिकायत पिछले साल आठ दिसंबर को की गई थी और एफआईआर एक महीने बाद 10 जनवरी को दर्ज की गई थी. युवती का क्षत-विक्षत शव एक आश्रम के पास से निकाला गया, जो कि सपा सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह के स्वामित्व में है. राजोल को बीते 24 जनवरी को युवती के अपहरण के आरोप में गिरफ़्तार
समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से लोकसभा सांसद आज़म ख़ान पिछले दो सालों से जेल में हैं. उन पर दर्ज 87 मामलों में से 84 में उन्हें ज़मानत मिल चुकी है. शेष जिन तीन मामलों वे हिरासत में हैं, उनमें ज़मानती प्रक्रिया ऐसी अंतहीन बाधाओं का शिकार है जहां कभी सुनवाई का आवेदन रहस्यमय ढंग से ग़लत कोर्ट में पहुंच जाता है, तो कभी सुनवाई के रोज़ केस की फाइल ही खो जाती है.
वीडियो: वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान उत्तर प्रदेश चुनावों को लेकर भाजपा के ध्रुवीकरण की राजनीति, योगी आदित्यनाथ के एजेंडे और समाजवादी पार्टी की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर में अधिकांश आबादी मुस्लिम समुदाय की है और उसके बाद दलित आबादी है. द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों से बातकर यह जानने की कोशिश की कि दूसरे चरण के चुनाव में यहां के लोगों का क्या रूझान है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र बिजनौर में पत्रकारों से वहां के मुद्दों और संभावित विजेताओं से बातचीत.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में बेरोज़गारी की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान.
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार भी हुआ डबल. प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘दंगावादी और माफ़ियावादी लोग’ राष्ट्र विरोधी तत्वों को अपना प्रस्तावक तक बना रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि उन पर ईडी और सीबीआई का दबाव नहीं चलता. मणिपुर चुनाव की तारीख़ों में बदलाव, अब 28 फरवरी और पांच मार्च को होगा मतदान. गोवा कांग्रेस नेता दिगंबर कामत ने कहा कि भाजपा जिसका दावा करती है,
कमेटी अगेंस्ट असॉल्ट ऑन जर्नलिस्ट्स की एक रिपोर्ट बताती है कि 2017 में यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से लेकर अब तक राज्य में 48 पत्रकारों पर शारीरिक हमले हुए, 66 के ख़िलाफ़ केस दर्ज या उनकी गिरफ़्तारी हुई. इस दौरान 78 फीसदी मामले वर्ष 2020 और 2021 में महामारी के दौरान दर्ज किए गए.
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय लोकसभा में बताया कि उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या 2012 में 10,09,436 थी, जो 2019 में बढ़कर 11,84,494 हो गई. राज्य के चित्रकूट ज़िले में इनकी संख्या सबसे अधिक है. इसके बाद क्रमश: महोबा, गोंडा, हरदोई और बांदा का नंबर आता है.
बीते पांच सालों में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने औरतों, अल्पसंख्यकों और असहमति ज़ाहिर करने वालों पर हुए ज़ुल्म की अनदेखी की है, या इसमें स्वयं उसकी भूमिका रही. ऐसे हालात में भी विडंबना यह है कि भाजपा प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के अपने रिकॉर्ड को उपलब्धि के रूप में पेश कर रही है.