वीडियो: लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद से उत्तर प्रदेश एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. द वायर के शो लखनऊ सेंट्रल में शरत प्रधान उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
वीडियो: लखीमपुर हिंसा के बाद बीते दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी गई थीं. यहां पर काशी विश्वनाथ मंदिर और मां कुष्मांडा के दर्शन करने के बाद उन्होंने किसान न्याय रैली को संबोधित किया था. इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष, शरत प्रधान और स्मिता गुप्ता से द वायर के वरिष्ठ संपादक आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने विचार-विमर्श किया.
बीते तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी ज़िले में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समूह पर कथित तौर पर वाहन चढ़ा देने की घटना के बाद हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के क़रीबी दोस्त कहे जाने वाले अंकित दास और लतीफ उर्फ़ काले को गिरफ़्तार किया गया है.
बीते तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी ज़िले में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समूह पर कथित तौर पर वाहन चढ़ने के बाद हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. बताया गया है कि मंगलवार को गिरफ़्तार शख़्स उन तीन एसयूवी में से एक चला रहे थे, जिसने कथित तौर पर किसानों को कुचला था. इस मामले में अब तक गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा समेत तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर इलाके में यह घटना उस वक़्त हुई जब 55 वर्षीय दलित महिला घास काटने खेत में गई थी. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी अभी भी फ़रार है. राज्य के संतकबीरनगर ज़िले में सात वर्ष की बच्ची से बलात्कार का आरोपी मदरसा शिक्षक की भी पुलिस तलाश कर रही है.
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का यह बयान ऐसे वक़्त आया है, जब लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस, सपा और बसपा समेत कई दल सत्तारूढ़ भाजपा के ख़िलाफ़ आक्रामक हैं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्ख़ास्त करने की मांग के साथ जनता से विधानसभा चुनाव में सरकार को सत्ता से बाहर करने का आह्वान कर रहे हैं.
भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में न्याय के लिए संघर्ष ग़रीब किसानों की निर्दयी हत्या को लेकर है और इसका किसी धर्म विशेष से कोई लेना-देना नहीं है. बीते कुछ दिनों से वरुण गांधी किसानों के मुद्दे पर लगातार अपनी राय रख रहे हैं. लखीमपुर खीरी में बीते तीन अक्टूबर को हुई हिंसा को लेकर उन्होंने दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग भी की थी.
लखीमपुर हिंसा मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी का नेतृत्व कर रहे डीजीपी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पुलिस के सवालों का उचित जवाब नहीं दे रहे थे, इसलिए उन्हें गिरफ़्तार किया गया है. आशीष मिश्रा पर आरोप लगा कि वह उन वाहनों में से एक में सवार थे, जिसने बीते तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे चार किसानों को कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
अगर किसी के ख़िलाफ़ शक़ और नफ़रत समाज में भर दी जाए तो उस पर हिंसा आसान हो जाती है क्योंकि उसका एक कारण पहले से तैयार कर लिया गया होता है. आज हिंसा और हत्या की इस संस्कृति को समझना हमारे लिए बहुत ज़रूरी है इसके पहले कि यह देश को पूरी तरह तबाह कर दे.
लखीमपुर खीरी ज़िले के तिकोनिया में तीन अक्टूबर को चार किसानों के साथ भाजपा के दो कार्यकर्ताओं, राज्यमंत्री अजय मिश्रा के ड्राइवर हरिओम और एक पत्रकार रमन कश्यप की भी मौत हो गई थी. घर के एकमात्र कमाने वाले हरिओम के परिवार में सालों से बीमार पिता, वृद्ध मां और छोटे भाई-बहन हैं.
वीडियो: बीते तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश लखीमपुर खीरी ज़िले में हुई हिंसा के दौरान 19 वर्षीय लवप्रीत सिंह की भी जान चली गई थी. उनके परिवार का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार से कुचलकर उनकी मौत हुई. परिवार दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहा है. याक़ूत अली और मुकुल सिंह चौहान की रिपोर्ट.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के विरोध में बीते तीन अक्टूबर को वहां के आंदोलित किसानों ने ज़िले में स्थित उनके पैतृक गांव बनबीरपुर में आयोजित एक समारोह में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जाने का विरोध किया था. आरोप है कि केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा ने किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी. इस मुद्दे पर किसान नेता
जो लोग विपक्ष पर राजनीति करने की तोहमत मढ़ रहे हैं, वे भी एक ख़ास तरह की राजनीति ही कर रहे हैं. जब वे किसी भी तरह अप्रिय सवालों को टालने की हालत में नहीं होते, तो चाहते हैं कि वे पूछे ही न जाएं!
केंद्र सरकार के तीन कृषि क़ानूनों के विरोध में दस महीने से आंदोलन कर रहे किसानों के संगठन ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित विशेष जांच और जांच आयोग को ख़ारिज करता है. मोर्चा ने मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने और इसकी निगरानी सीधे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा किए जाने की मांग उठाई.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के पूछताछ के लिए नोटिस भेजने की सूचना पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि आप क्या संदेश दे रहे हैं. क्या अन्य आरोपी, जिनके ख़िलाफ़ हत्या के तहत मामला दर्ज किया जाता है, उसके साथ भी ऐसा ही व्यवहार होता है. शुक्रवार को आशीष मिश्रा पुलिस के सामने पेश नहीं हुए थे.